आप जब लगातार एक करवट सो रही होती हैं या एक ही मुद्रा में बैठी रहती हैं, तो आपके हाथ-पैर सुन्न हो जाते हैं। ऐसा इन अंगों पर दबाव पड़ने के कारण हो सकता है। हाथ-पैर सुन्न होने की समस्या होने पर उठने, चलने या थोड़ी देर बैठने के बाद दिक्कत होने लगती है। यह कोई गंभीर समस्या नहीं है। वास्तव में इन अंगों पर लगातार दबाव पड़ने से ब्लड फ्लो बाधित हो जाता है। इन अंगों पर दबाव हटते ही शरीर में ब्लड और ऑक्सीजन का संचार अच्छे तरीके से होने लगता है। यदि आपके साथ ये समस्या (numbness in hand and feet) है, तो कुछ घरेलू उपाय मदद कर सकते हैं।
शरीर के किसी भी हिस्से के सुन्न होने का मुख्य कारण शरीर में ब्लड सर्कुलेशन में दिक्कत होना है। कभी-कभी हाथ या पैर सुन्न हो जाने पर स्पर्श संवेदना कम हो जाती है। इसके साथ ही झुनझुनी, जलन, तेज दर्द और कमजोरी भी महसूस होती है। हाथों और पैरों पर लगातार दबाव, चोट, बहुत देर तक ठंड में रहना, मधुमेह, थकान, फिजिकल एक्टिविटी की कमी, विटामिन बी या मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्वों की कमी।
अगर आपको बार-बार या लंबे समय तक हाथ या पैर सुन्न होने का अनुभव होता है, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। यह किसी बड़ी समस्या का भी संकेत हो सकता है। बहुत अधिक समस्या नहीं होने पर कुछ घरेलू उपायों से इसे दूर कर सकती हैं।
दालचीनी एक गर्म मसाला है, जो ब्लड सर्कुलेशन की बाधा को हटाकर मदद करता है। एंटी इन्फ्लामेट्री गुणों वाला शहद भी ब्लड फ्लो को सुचारू करने में मदद करता है।
1 चम्मच दालचीनी पाउडर में 1 चम्मच शहद मिलाएं। इसे खाने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन अच्छी तरह होगा। नियमित रूप से हल्दी-दूध पीने, दालचीनी की चाय पीने से भी धीरे-धीरे सुन्नपन की समस्या खत्म हो सकती है।
1 चम्मच सोंठ और 5 लहसुन की कलियों को पीसकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को सुन्न अंगों पर लेप की तरह लगाएं। 50 ग्राम नारियल तेल में 2 ग्राम जायफल पाउडर मिलाएं। इसे सुन्न अंग पर लगाएं। 1 चम्मच सरसों के तेल में तुलसी के रस की कुछ बूंदें मिलाएं। इस मिश्रण से सुन्न अंगों पर मालिश करें। गुनगुने देशी घी से सुन्न अंग पर मालिश करने से धीरे-धीरे सुन्नता कम हो जाती है।
यदि शरीर का कोई अंग बार-बार सुन्न हो जाता है, तो इसके पीछे विटामिन बी और मैग्नीशियम की कमी हो सकती है। इन दोनों पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ आहार में शामिल करें। किसी आहार विशेषज्ञ से सलाह लेकर इन दो जरूरी तत्वों के सप्लीमेंट भी ले सकती हैं।
अक्सर सोते हुए या लगातार बैठने पर यह समस्या परेशान करती है, तो नियमित रूप से एक्सरसाइज करना शुरू कर दें। इससे शरीर में रक्त संचार ठीक रहेगा। इसके अलावा, हफ्ते में 5 दिन 30 मिनट एरोबिक एक्सरसाइज करें। इसमें तेज गति से वाकिंग, स्वीमिंग और साइकिलिंग भी शामिल हैं।
प्रभावित जगह पर गर्म पानी से सिंकाई भी की जा सकती है। इससे रक्त की आपूर्ति बढ़ाने में मदद मिलती है। उस हिस्से की मांसपेशियों और तंत्रिकाओं को आराम मिलता है। हीटिंग पैड का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। हाथों में गर्म ऑलिव आयल, नारियल तेल या सरसों का तेल लगाकर 5 मिनट तक उस स्थान पर गोलाकार गति में मालिश की जा सकती है।
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