बालों की स्ट्रेटनिंग में लोग हज़ारों रूपये खर्च करने से नहीं कतराते हैं। उसके बाद बालों को झड़ना, टूटना और हेयरग्रोथ में कमी समेत कई समस्याओं से होकर गुज़रना पड़ता है। दरअसल कैमिकल्स और हीटिंग टूल्स के इस्तेमाल से बालें की नमी छिन जाती है। इसके चलते बालों का टैक्सचर कमज़ोर और रूखा हो जाता है। इससे हेयरफॉल की समस्या का सामना करना पड़ता है।इस समस्या से राहत पाने के लिए कई अन्य प्रोडक्टस का प्रयोग बालों के फॉलिकल्स को नुकसान पहुंचाता है। जानते हैं स्ट्रेट बाल पाने के लिए किन नेचुरल टिप्स को करें फॉलो (tips to straighten your hair without heating tools)।
कर्ल सेन्ट्रिक की रिसर्च के अनुसार हेयर स्ट्रैंड यानि बालों के एजिज़ हाइड्रोजन और डाइसल्फ़ाइड बॉन्ड से तैयार होते है। पानी में हाइड्रोजन की मात्रा होती है, जिसके चलते डाइसल्फ़ाइड बांड मजबूत होने लगते हैं और हाइड्रोजन बांड कमज़ोर पड़ जाते हैं। इसके चलते बालों को धोने के बाद उनके आकार में बदलाव आने लगता है। इसके अलावा कुछ लोगों को गर्म पानी से बालों को धोने के बाद फ्रीजीनेस से भी होकर गुज़रना पड़ता है। दरअसल, इससे बालों को मॉइश्चर खोने लगता है।
इस बारे में हेयर एक्सपर्ट डॉ अजय राणा का कहना है कि अधिकतर लोग रोज़ाना सीधे बालों की चाहत को पूरा करने के लिए स्ट्रैटनिंग आयरन और कई प्रकार के केमिकल युक्त प्रोडक्टस का प्रयोग करते हैं। बालों को मिलने वाली हीट से हेयरफॉल का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा यूवी रेज़ का प्रभाव भी बालों को जड़ों से कमज़ोर बनाने लगता है। बालों को कुछ खास टिप्स की मदद से टूटने से बचाया जा सकता है।
बालों को धोने के बाद तौलिए से हल्का सा सहलाएं। इससे बालों में उलझन और फ्रीजिनेस का खतरा टल जाता है। इसके बाद 10 से 15 मिनट के लिए बालों को तौलिए से रैप कर ले। बालों को लपेटने से हेयर मॉइश्चर मेंटेन रहता है और बालों का टूटना व झड़ना कम होने लगता है। साथ ही बाल नेचुरली स्ट्रैट हो जाते हैं।
बालों से पानी निकलने के बाद उसे थोड़ा सा सूखने दें और फिर बालों में ब्रशिंग करें। बालों को मोटे ब्रिसल वाली कंघी से सुलझाएं और उन्हें सीधा करें। बालों में तेज़ी से ब्रश करने से बचें। इससे बालों का टैक्सचर प्रभावित होने लगता है। बालों को धीरे धीरे कॉम्ब करने से बालों को टूटना हीटिंग टूल्स के स्ट्रैट बना सकता है।
बालों को सीधा बनाए रखने के लिए हल्के गीले बालों में रोलर्स को सेट कर दें। रोलर्स लगाने से पहले बालों में मौजूद नॉटस को निकाल लें। उसके बाद नेचुरल हेयर सीरम को बालों पर अप्लाई करें। अब बालों में रोलर्स को सेट कर दें। इससे बाल स्मूद और हैवी नज़र आने लगते हैं। ध्यान रखें कि जब तक बाल पूरी तरह से सूख न जाएं, रोलर्स को बालों से बाहर न निकालें।
बालों को मज़बूत और स्ट्रैट बनाए रखने के लिए एसेंशियल ऑयल की कुछ बूंदों को हाथ पर लें और उसे हल्के गीले बालों में अप्लाई करें। इससे हेयर फॉलिकल्स में ऑयल पैनीटरेशन बढ़ने लगता है, जिससे बालों के कर्ल होने की समस्या हल होने लगती है।
स्ट्रैट बालों के लिए होममेड हेयर मास्क बेहद कारगर साबित होते हैं। सप्ताह में दो से तीन बार इनका प्रयोग करने से बालों का टूटना, झड़ना बंद हो जाता है। साथ ही हेयर स्ट्रैटनिंग में मदद भी मिलने लगती है।
इसके लिए अलसी को पानी में उबालकर उसका जेल तैयार करें और उसमें एलोवेरा जेल को मिलाकर बालों पर लगाएं। इससे बालों का रूखापन दूर होकर हेयर कर्ल्स की समसरू हो जाती है।
बालों में केला और नारियल तेल को मिलाकर लगाने से फायदा मिलता है। 15 मिनट तक बालों में इस मिश्रण को लगाने से धोने के बाद बालों के घुंघराले होने की समस्या से बचा जा सकता है।
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