प्रेगनेंसी में पैरों में ऐंठन और दर्द होना एक सामान्य समस्या है। वहीं कुछ महिलाओं को ये समस्या अधिक परेशान करती है। इस स्थिति में महिलाओं को असहनीय दर्द का अनुभव होता है, और नियमित गतिविधियों को करने में भी परेशानी होती है। हालांकि, एक उचित देखभाल के साथ आप इस समस्या को नियंत्रित कर सकती हैं। यदि आप प्रेग्नेंट हैं, या प्रेगनेंसी प्लान कर रही हैं, तो पैरों के ऐंठन से बचने के लिए इस लेख को जरूर पढ़ें (pregnancy leg cramps relief)।
ऑब्स्टेट्रिशन और गयनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर भूमिका बंसल ने प्रेगनेंसी में पैरों में दर्द और ऐंठन को कम करने के लिए कुछ प्रभावी टिप्स दिए हैं। तो चलिए जानते हैं इस स्थिति में क्या करना है।
मांसपेशियों में होने वाले दर्द भरे कांट्रेक्शन की वजह से पैरों में ऐंठन का अनुभव होता है, यह खासकर काफ और फुट को प्रभावित करती है। वहीं यह परेशानी प्रेगनेंसी के दौरान बिल्कुल सामान्य है और खासकर सेकंड और थर्ड ट्राइमेस्टर में रात के समय उत्पन्न होती है। वहीं स्टडीज की माने तो प्रेगनेंसी के दौरान खून में कैल्शियम की कमी होने से पैरों में ऐंठन का अनुभव होता है।
इसके अलावा इस दौरान कई अन्य विटामिंस और मिनरल्स की कमी हो जाती है, साथ ही साथ मेटाबॉलिज्म में भी बदलाव आता है यह सभी चीजें इस परेशानी का कारण बन सकती हैं। अमेरिकन प्रेगनेंसी एसोसिएशन के अनुसार प्रेगनेंसी में वेट गेन करने से साथ ही साथ इस दौरान ब्लड सर्कुलेशन में बदलाव आने से भी पैरों में दर्द का अनुभव होता है।
सोने से पहले अपनी पिंडली की मांसपेशियों को स्ट्रेच करने का प्रयास करें। दीवार से हाथ की दूरी तक खड़े हो जाएं, अपने दोनों हाथ को उस पर रखें और अपने दाहिने पैर को अपने बाएं पैर के पीछे ले जाएं। धीरे-धीरे अपने बाएं पैर को आगे की ओर झुकाएं, अपने दाहिने घुटने को सीधा रखें और अपनी दाहिनी एड़ी को फर्श पर रखें। लगभग 30 सेकंड तक खिंचाव बनाए रखें। इस दौरान अपनी पीठ को सीधा रखें, कूल्हे आगे की ओर रखें और अपने पैरों को अंदर या बाहर की ओर ले जाने से बचें। पैर बदलें और इस प्रक्रिया को दोहराएं।
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नियमित शारीरिक गतिविधियां प्रेगनेंसी के दौरान पैर के ऐंठन को रोकने में मदद कर सकती है। शारीरिक गतिविधियों का मतलब केवल भारी एक्सरसाइज करना ही नहीं है, आप घर के छोटे-मोटे कम क्रिया में भाग ले सकती हैं। इसके अलावा शाम को 15 मिनट वॉक करना भी आपके लिए फायदेमंद रहेगा। किसी भी प्रकार के एक्सरसाइज में भाग लेने से पहले यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है, कि आपके लिए किस प्रकार का एक्सरसाइज सुरक्षित है। इसके लिए सबसे पहले अपनी गाइनेकोलॉजिस्ट से संपर्क करें।
पर्याप्त मात्रा में पानी या अन्य हाइड्रेटिंग ड्रिंक पीने से आपकी मांसपेशियां हाइड्रेटेड रहती हैं जिससे कि ऐंठन को रोका जा सकता है। इस दौरान साफ़ या हल्के पीले पेशाब को एक अच्छा संकेतक माना जाता है। यह दर्शाता है कि आप पर्याप्त पानी पी रही हैं।
एक्सपर्ट के अनुसार गर्भावस्था के दौरान शरीर मे कैल्शियम की उचित मात्रा होने से पैर की ऐंठन को रोकने में मदद मिल सकती है। यदि आप गर्भवती हैं या गर्भवती होने की योजना बना रही हैं, तो प्रतिदिन कम से कम 1,000 मिलीग्राम कैल्शियम लेने का लक्ष्य रखें।
कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि मैग्नीशियम सप्लीमेंट गर्भावस्था के दौरान पैर की ऐंठन को रोकने में मदद कर सकता है। इसके अलावा इसके स्वस्थ और उचित खाद्य विकल्पों को तलाशें और उन्हें अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं। किसी भी प्रकार के सप्लीमेंट को लेने से पहले, अपनी डॉक्टर से संपर्क करना महत्वपूर्ण है।
प्रेगनेंसी के दौरान वजन बढ़ता है, साथ ही साथ आपके पैरों में हल्का सूजन महसूस हो सकता है। इस स्थिति में पैरों में होने वाले ऐंठन से बचाव के लिए डॉक्टर सही साइज का जूता पहनने की सलाह देती हैं। साथ ही साथ किसी भी तेल को हल्का गुनगुना करके पैरों में मसाज करने से राहत मिलती है। वहीं गर्म कपड़े या ठंडे पानी की सिकाई से पैर के दर्द को कम किया जा सकता है।
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