आजकल महिलाएं बालों की केरेटिन स्मूथनिंग पर हजारों रुपए खर्च कर देती हैं। स्मूथनिंग के लिए इस्तेमाल हुए केमिकल युक्त प्रोडक्ट्स बालों को बेहद स्मूद बना देते हैं परंतु बाद में इनके साइड इफेक्ट्स आपके लिए परेशानी खड़ी कर सकते हैं। केमिकल युक्त केराटिन स्मूथनिंग की वजह से हेयर फॉल की समस्या काफी बढ़ जाती है, साथ ही इससे बाल डैमेज और कमजोर हो जाते हैं।
हालांकि, आप चाहें तो घरेलू सामग्री की मदद से बिना किसी साइड इफेक्ट के केराटिन स्मूथनिंग कर सकती हैं। अब आप सोच रही होंगी यह कैसे मुमकिन है, तो चिंता न करें आज हम आपको बताएंगे इसका एक आसान और बेहद पभावी नुस्खा। तो चलिए जानते हैं होममेड केरेटिन का तरीका साथ ही जानेंगे यह किसी तरह काम करती है।
उबले हुए चावल – 2 बड़े चम्मच
नारियल – 5 से 6 छोटे टुकड़ें
एलोवेरा जेल – 1/2 कप
एग व्हाइट – 2 चम्मच
ऑलिव ऑयल – 3 चम्मच
एक ब्लेंडिंग जार में उबले हुए चावल, नारियल के टुकड़े, एलोवेरा जेल, एग व्हाइट और ऑलिव ऑयल को डाल दें।
अब सभी को एक साथ अच्छी तरह ब्लेंड कर लें।
इसका एक स्मूद पेस्ट तैयार करें। यदि आप चाहें तो इसे छाननी से छान लें या आप इसे इसी तरह इस्तेमाल कर सकती हैं।
इसे अप्लाई करने से पहले अपने बालों को हल्का गीला कर लें।
अपने बाल का एक हिस्सा लें और तैयार किये गए मिश्रण को उसपर लगाएं और ठीक जिस तरह स्पा के दौरान बालों में क्रीम मिलाया जाता है वैसेही इसे भी मिलाएं।
अब अपने पूरे बालों में इसी तरह से इस क्रीम को अप्लाई करें।
इसे अप्लाई करने के बाद बालों में बन बना लें और लगभग एक घंटे तक लगाए रखें।
समय पूरा होने के बाद बाल को सामान्य पानी से धोएं और इस क्रीम को निकाल लें।
फिर आप अपने बालों में शैम्पू कर सकती हैं। इसे इस्तेमाल करने के बाद बालों को एयर ड्राई करें।
उचित परिणाम के लिए इसे महीने में 2 बार 15 दिन के अंतराल पर अप्लाई करें।
कोकोनट में मॉइस्चराइजिंग प्रॉपर्टी पाई जाती है जो बालों को उचित नमि प्रदान करती है, जिससे बाल रूखे और बेजान नजर नहीं आते। इसके अलावा इसमें मौजूद अन्य महत्वपूर्ण विटामिन्स और मिनरल्स बालों की उचित पोषण प्रदान करते हुए स्कैल्प को भी फायदे प्रदान करते हैं। जिससे की बालों में चमक बरकरार रहती है और बाल जड़ से मजबूत होते हैं, वहीं यह हेयर ग्रोथ को भी प्रोमोट करते हैं।
इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट इसकी गुणवत्ता को अधिक बढ़ा देती हैं और बालों को फ्री रेडिकल्स से प्रोटेक्ट करती हैं। साथ ही यदि आप स्कैल्प इन्फेक्शन या डैंड्रफ की शिकार हैं, तो कोकोनट में मौजूद एंटी फंगल और एंटी बैक्टीरियल प्रॉपर्टी इससे निजात पाने में आपकी मदद कर सकती है।
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नेशनल सेंटर फॉर कॉम्प्लीमेंटरी एंड इंटीग्रेटिव हेल्थ पॉइंट्स द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक एलोवेरा हेयर फॉल की समस्या में मदद करता है। एलोवेरा में सूदनिंग प्रॉपर्टीज (soothing properties) पाई जाती है, जो आपके बालों को पूर्ण रूप से हाइड्रेट करता है साथ ही साथ आपकी स्कैल्प को आराम पहुंचाता है। यह हेयर फॉलिकल्स को स्वस्थ रखता है, जिससे हेयर फॉल को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
चावल बालों को उचित पोषण प्रदान करते हुए स्कैल्प को स्वस्थ रखते हैं और हेयर फॉलिकल्स को हेल्दी हेयर ग्रोथ के लिए उत्तेजित करते हैं। इसमें मौजूद अमीनो एसिड बालों को जड़ से मजबूत बनाती हैं, साथ ही साथ हेयर वॉल्यूम को भी इंक्रीज करती हैं।
एग व्हाइट में प्रोटीन, कैल्शियम, सेलेनियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और पोटेशियम की मात्रा पाई जाती है। यह सभी पोषक तत्व हेल्दी हेयर ग्रोथ में मदद करते हैं। इसके अलावा यदि आपका स्कैल्प ऑयली है, तो इसका इस्तेमाल बालों को चिपचिपा होने से रोकता है। यह रूखे और बेजान वालों के लिए बेहद कमल का घरेलू नुस्खा है। इसके अलावा यह बालों को सिल्की और शाइनी बनाता है।
ऑलिव ऑयल में मौजूद मॉइश्चराइजिंग प्रॉपर्टी बालों में मॉइस्चर लॉक कर देती है और इसे पूरी तरह से हाइड्रेटेड रखती है। इसके अलावा यह बालों पर एक प्रोटेक्टिव बैरियर तैयार करती है, जिससे कि वातावरण में मौजूद प्रदूषण और अन्य स्थितियां बालों को डैमेज नहीं कर पाती और बाल मुलायम और शाइनी नजर आते हैं।
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