कई ऐसी महिलाएं हैं जिनका फोरहेड का रंग उनके स्किन टोन के मुकाबले अधिक डार्क होता है। डार्क फोरहेड स्किन से बिल्कुल अलग नजर आता है, ऐसे में महिलाएं इसे छिपाने के लिए फाउंडेशन और अन्य मेकअप प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करती हैं। यह स्थिति तब उत्पन्न होती है जब फोरहेड की त्वचा पिगमेंटेड हो जाती है। सूरज की किरणें सबसे पहले फोरहेड पर पड़ती हैं, जिससे की फोरहेड की त्वचा सबसे अधिक प्रभावित होती है।
हालांकि, इसके लिए आपको अधिक परेशान होने की आवश्यकता नहीं है और न ही आपको इसे बार-बार मेकअप से छिपाने की जरूरत है। घर में मौजूद कुछ सामान्य सामग्री की मदद से आप आसानी से फोरहेड पिगमेंटेशन को कम कर सकती हैं (How to get rid of dark forehead)। तो चलिए आज हेल्थशॉट्स के साथ जानते हैं इसे किस तरह ट्रीट किया जा सकता है।
लेमन और शहद का मिश्रण स्किन को एक्सफोलिएट करते हुए त्वचा को मॉइस्चराइज करता है। नींबू में मौजूद विटामिन सी और शहद के एंटी बैक्टीरियल गुण इन मिश्रण को बेहद खास बनाते हैं। एक चम्मच नींबू के रस में एक चम्मच शहद डालकर मिलाएं और एक गाढ़ा पेस्ट तैयार करें। इस पेस्ट को अपने फोरहेड पर अप्लाई करें (चाहें तो पूरी त्वचा पर भी लगा सकती हैं) फिर लगभग 10 मिनट तक लगाए रखें और इसे सामान्य पानी से धो लें।
यह ब्लैकनेस को कम करता है और एक्सेस ऑयल को रिमूव करता है। उचित परिणाम के लिए हफ्ते में तीन बार इसे जरूर अप्लाई करें।
किसी भी नुस्खे को आजमाने से पहले कच्चे दूध को जरूर ट्राई करें। यह डार्क स्पॉट और पिगमेंटेशन से छुटकारा पाने का सबसे बेहतरीन उपाय है। कच्चे दूध में मौजूद लैक्टिक एसिड स्किन एक्सफोलिएशन में मदद करती है और डेड स्किन सेल्स को पुनर्जीवित करती है। ऐसे में स्किन पिगमेंटेशन कम होता है और स्किन टोन एक सामान्य बनी रहती है। इतना ही नहीं यह त्वचा को अंदर से मॉइश्चराइज करता है और एक प्राकृतिक ग्लो प्रदान करता है।
दो चम्मच कच्चे दूध में एक चम्मच गुलाब जल मिलाएं और इसे अपने फोरहेड पर अप्लाई करें। फिर फोरहेड को हल्के हाथों से मसाज दें, आप चाहे तो इसे अपनी पूरी त्वचा पर भी अप्लाई कर सकती हैं। मसाज करने के बाद इसे लगभग 15 से 20 मिनट के लिए लगा हुआ छोड़ दें, फिर सामान्य पानी से इसे साफ कर लें। उचित परिणाम के लिए हर रोज कम से कम एक बार इसे त्वचा पर जरूर लगाए।
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नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित अध्ययन के अनुसार हल्दी में मौजूद करक्यूमिन नामक एक्टिव कंपाउंड मेलानिन के एक्सेस प्रोडक्शन को सीमित रखते हैं, जिससे की त्वचा में एक चमक आती है और स्किन टोन सामान्य रहता है। इसके साथ ही हल्दी के ब्राइटनिंग एजेंट इसे पिगमेंटेशन की समस्या के लिए बेहद खास बना देते हैं। इतना ही नहीं इसकी एंटीबैक्टीरियल, एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टी त्वचा पर संक्रमण के खतरे को भी कम कर देती हैं।
गुलाब जल, हल्दी पाउडर और दूध को एक साथ मिलकर एक गाढ़ा पेस्ट तैयार करें। इसे अपने फोरहेड की पिगमेंटेड एरिया पर अच्छी तरह से अप्लाई करें और लगभग 5 से 10 मिनट तक लगा हुआ छोड़ दें। उसके बाद सामान्य पानी से इसे साफ कर लें। उचित परिणाम के लिए हफ्ते में इसे तीन बार जरूर अप्लाई करें।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार ब्लैक टी डार्क स्पॉट्स को कम करती है और स्किन टोन को एक सामान्य रखने में मदद करती है। साथ ही साथ इसका इस्तेमाल पिगमेंटेशन की स्थिति में भी बेहद कारगर साबित हुआ है। यदि आपकी फोरहेड भी डार्क या पिगमेंटेड है, तो आप इसे बेफिक्र होकर ट्राई कर सकती हैं।
इसे इस्तेमाल करने के लिए एक कप उबलते हुए पानी में एक चम्मच ब्लैक टी की पत्तियां डालें और इसे 10 मिनट उबालें। उसके बाद लगभग 2 घंटे तक इसे इसी प्रकार ठंडा होने के लिए रख दें। फिर छाननी से छाने और कॉटन बॉल की मदद से ब्लैक टी वॉटर को अपने हाइपरपिगमेंटेड एरिया पर अप्लाई करें। 15 से 20 मिनट लगा हुआ छोड़ दें, उसके बाद सामान्य पानी से साफ कर लें। इसे हफ्ते के 6 दिन, दिन में दो बार अप्लाई करें अगले हफ्ते रिजल्ट आपके सामने होगा।
मसूर दाल हाइपरपिगमेंटेशन की समस्या का एक बेहतरीन इलाज हो सकता है। इनमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो त्वचा के लिए बेहद कमल के होते हैं। यह त्वचा पर हुए डार्क स्पॉट्स और पिगमेंटेशन को काम करता है और इसे एक प्राकृतिक ग्लो प्रदान करता है। इसके साथ ही यह स्किन को एक्सफोलिएट करने में भी मदद करता है और नए सेल्स ग्रोथ को प्रमोट करता है। पिगमेंटेशन को कम करने के लिए इसके इस्तेमाल की सलाह दी जाती है।
एक चम्मच मसूर दाल को रात भर के लिए पानी या दूध में भिगोकर फूलने के लिए रख दें। सुबह इसे ब्लेंड करें या सिलबट्टे पर पीसकर इसका पेस्ट तैयार करें। इस पेस्ट को अपने फोरहेड के साथ-साथ अपनी त्वचा पर भी अप्लाई करें और लगभग 20 मिनट तक लगा हुआ छोड़ दें। जब यह पूरी तरह से सुख जाए तो ठंडे पानी से स्किन को साफ कर लें। उचित परिणाम के लिए हफ्ते में तीन से चार दिन इसका इस्तेमाल जरूर करें।
नोट : यदि आपका फोरहेड डार्क या पिगमेंटेड है, तो उपयुक्त में से किसी भी घरेलू नुस्खे को ट्राई कर सकती हैं। अपनी स्किन टाइप और पसंद के अनुसार इनमें से कोई भी एक घरेलू नुस्खा चुने और उनका नियमित इस्तेमाल करें। यदि आप एक-एक दिन करके हर नुस्खे को आजमाएंगी तो हो सकता है यह उतना इफेक्टिव न हो।
इसलिए दो से तीन हफ्ते तक इनमें से किसी एक नुस्खे का नियमित इस्तेमाल करें और परिणाम आपके सामने होगा। यह सभी नुस्खे बराबर रूप से आपकी त्वचा पर हुए पिगमेंटेशन को कम करने में आपकी मदद करेंगे।
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