बारिश के मौसम में बालों में चिपचिपाहट बढ़ने लगती है। इसके लिए रोज़ाना शैम्पू का इस्तेमाल बालों के टैक्सचर को खराब कर सकता है। इससे न केवल क्यूटिकल्स में रूखापन बढ़ने लगता है बल्कि बाल भी बेजान होने लगते हैं। अगर आप इस मौसम में बालों को डीप माइश्चराइज़ करना चाहती हैं, तो अलसी एक बेहतरीन विकल्प है। अलसी में मौजूद प्राकृतिक तेल और जेल बालों को स्मूद और शाइनी लुक देते हैं। विटामिन ई, बी और ओमेगा 3 फैटी एसिड के गुणों से युक्त अलसी को इस तरह से करें बालों पर अप्लाई (flax seeds for hair growth)।
हेयर रूट्स को हेल्दी बनाने और स्कैल्प पर मौजूद रूखेपन को दूर करने के लिए अलसी जेल का प्रयोग सप्ताह में दो से तीन बार किया जा सकता है। इससे बाल स्मूद होने लगते हैं और बाल झड़ने की समस्या भी हल हो जाती है।
दो कप पानी में 1 चम्म्च अलसी के बीज डालकर उसे कुछ देर तक उबालें। पानी को तब तक उबलने दें जब तक वो थिक न हो जाएं। उसके बाद उसे ठण्डा होने दें और एक जार में निकाल दें। अब जार में एक चम्मच नींबू का रस मिलाएं इसे आप रोज़ाना बालों की जड़ों में लगा सकते हैं। इसे लगाने के 25 से 30 मिनट बाद बालों को धो लें। आप चाहें, तो इसे दिनभर बालों में लगा रहने दें। इससे बालों में शाइन बनी रहती है।
बालों को सिल्की और स्मूद रखने के लिए अलसी और नारियल बेहद फायदेमंद इंगरीडिएंटस है। इसके अलावा दही भी आपके बालों को मज़बूती प्रदान करता है। इससे बालों को पोषण मिलता है। साथ ही बालों में मौजूद चिपचिपाहट भी दूर होने लगती है।
इसे बनाने के लिए 1 चम्मच अलसी के बीज को ओवरनाइट सोक कर दें। अब उसमें नारियल का तेल और योगर्ट मिलाकर ब्लैण्ड कर दें। इस मिश्रण को स्कैल्प पर लगाएं और हल्के हाथों से मसाज करें। इसे बालों में करीबन 25 से 30 मिनट तक लगाए रखें। इसके बाद माइल्ड शैम्पू से बालों को धो दें।
बालों के झड़ने की समस्या को दूर करने के लिए अलसी से तैयार हेयर सीरम बेहद फायदेमंद साबित होता है। इससे बालों के फाॅलिकल्स मज़बूत होते हैं। साथ ही कमज़ोर बालों को पोषण प्राप्त होता है। इसके नियमित प्रयोग से उम्र से होने वाली सफेद बालों की समस्या भी दूर होने लगती है।
इसके लिए अलसी को पानी में उबालकर रख लें। 2 से 3 मिनट तक उबालने के बाद उसे कपड़े से छान लें। अब उसमें एलोवेरा जेल, बादाम का तेल और विटामिन ई मिलाकर सीरम तैयार कर लें। आप चाहें, तो इसमें लैवेंडर आयल की 4 से 5 बूंदे मिला दें। अब रात को सोने से पहले इसे बालों को अप्लाई करें।
अलसी के बीज साॅल्यूएबल और इनसाॅल्यूएबल फाइबर से भरपूर है। इससे बालों में ब्लड सर्कुलेशन में बढ़ोतरी होती है। इससे बालों के टूटने और डैमेज होने का खतरा कम होने लगता है। पोषण से भरपूर इस तेल को सप्ताह में 2 से 3 बार लगाया जा सकता है।
किसी भी एसेंशियल आयल में अलसी के सीड्स को डालकर कुछ देर तक गर्म करें। अब इसके बाद तेल को ठण्डा होने के लिए रख दें। अब तेल को उंगलियों की मदद से बालों में कुछ देर लगाएं। 15 से 20 मिनट तक बालों में लगाकर हल्की मसाज करें। इससे बाल हेल्दी और मज़बूत बनने लगते हैं। अब गर्म पानी में तैालिए को भिगोकर निचोड़ लें और उसे बालों पर बांध लें। 30 मिनट तक बालों में तौलिए को बांधे रखें और फिर बालों को माइल्ड शैम्पू से धो लें।
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