अगर आप फिजिकल और मेंटनी तौर पर फिट रहना चाहती हैं, तो इसके लिए भरपूर नींद लेना बहुत ज़रूरी है। नींद की गुणवत्ता को सुधारने की ओर हम लोगों का ध्यान नहीं जाता है, जिसके चलते कई प्रकार की समस्याएं हमें घेर लगती है। अगर आप साउंड स्लीप (Sound sleep) लेना चाहती हैं, तो आपकी अपनी जीवनशैली में कुछ आवश्यक चेंजिज करने की ज़रूरत है। इससे न केवल आप भरपूर नींद ले पाएंगी बल्कि हर काम को करने के लिए एक्टिव और पहले से ज्यादा फोक्सड महसूस करेंगी। जानते हैं वो कौन सी आसान टिप्स है, जो आपकी नींद की समस्या को सुलझाने में मददगार साबित हो सकती हैं ( tips for healthy sleep )।
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन की एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका के एक तिहाई से ज्यादा वयस्क कम नींद आने की समस्या से जूझ रहे हैं। भरपूर नींद न आने को क्रानिक डिज़ीज़ (Chronic disease) से जोड़कर देखा जाता है। इसकी चलते व्यक्ति टाइप 2 डायबिटीज़, हृदय संबधी समस्याएं, ओबेसिटी और तनाव जैसी समस्याएं बढ़ने लगती है। इसके अलावा नींद पूरी न हो पाना कई प्रकार की दुर्घनाओं का भी कारण सिद्ध होता है।
इस बारे में आर्टेमिस हॉस्पिटल, गुरुग्राम में न्यूरोलॉजिस्ट डॉ विपुल गुप्ता का कहना है कि नींद पूरी न होने से शरीर में कई बीमारियों का खतरा बढ़ने लगता है। इससे डिप्रेशन, एंगजाइटी और हाई ब्लड प्रेशर व डायबिटीज़ जैसे समस्याएं होने का जोखिम बना रहता है। इनका कहना है कि मेंटली और फिज़िकली एक्टिव रहकर नींद की समस्या को सुलझाया जा सकता है।
रात को बिना खाए सोना और ओवरइटिंग करना दोनों की नींद में खलल का कारण बन जाते हैं। इसके अलावा सोने से पहले निकोटीन, कैफीन और शराब के सेवन से भी बचना ज़रूरी है। दरअसल, इन पदार्थों में मौजूद तत्व नींद को दूर करने का काम करते हैं। नींद को बेहतर बनाने के लिए काफी और चाय के स्थान पर हॉट मिल्क पीएं। इसके अलावा ड्राई फ्रूट्स भी खाएं, जो नींद न आने की समस्या को दूर करते हैं।
चाहे रात को सोने का समय हो या फिर सुबह उठने का। दोनों की चीजों को ध्यानपूर्वक फॉलो करें। इससे आपकी लाइफ में एक बैलेंस मेंटेन होने लगता है। साथ ही आप मेंटली तौर पर मज़बूत होने लगते हैं। समय की पांबदी से आप दिनभर के सभी कामों को समय से कंप्लीट करने लगती है, जिससे वर्क बैलेंस बन जाता है। इसके चलते आप समय पर सो पाती हैं।
अगर आप दिनभर में दो बार लंबे वक्त तक नैप ले रही हैं, तो इसका असर रात की नींद पर दिखने लगता है। आप न तो समय पर सो पाते है और न ही समय से उठते है। वे लोग जो रात को देर तक काम करते हैं। उन्हें दिन के वक्त कुछ देर की झपकी सुहावनी लगती है और वे खुद को फ्रेश महसूस करने लगती है। मगर वो रात में नींद न आने का कारण बनने लगती है। ऐसे में डे टाइम नैप्स को अवॉइड करें।
आप सुबह उठकर कुछ देर वर्कआउट के लिए निकालें। इससे बॉडी में होने वाली स्टिफनैस और दर्द से राहत मिल जाती है। इसके अलावा आपके शरीर में लचीलापन बढ़ने लगता है। मार्निंग एक्सरसाइज़ के अलावा बेहतर नींद के लिए स्लीप योगा भी ज़रूरी है। कुछ इज़ी योगा स्टैप्स के ज़रिए आपकी नींद की गुणवत्ता में सुधार आने लगता है। इन्हें आप बैड पर लेटकर कर सकते हैं।
कई बार अत्यधिक टेंशन लेने और डीप थिकिंग भी नींद न आने का कारण बनने लगते हैं। ऐसे में खुद को मेडिटेशन के ज़रिए रिलैक्स रखें। उन विषयों पर विचार करें, जिनका आपसे ताल्लुक हो। दूसरों की कही सुनी बातों को अपने जहन में बैठाकर उस पर घंटों तक विचार करना नींद की समस्या का बढ़ाने का भी कारण बन सकता है।
देर रात तक काम करना आपकी मेंटल हेल्थ को नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे में देर तक जागना नींद पूरी न होने का कारण बन सकता है।
अत्यधिक शराब और चाय का सेवन करने से बचें। इससे आप लंबे वक्त तक जगे रहते हैं। जो नींद के पैटर्न को खराब करता है।
रात में खाना खाने के बाद कुछ देर की गई वॉक आपके भोजन को न केवल पचाती हैं बल्कि आपको हेल्दी स्लीप के लिए भी तैयार करती है।
कुछ वक्त खुद के लिए निकालना भी ज़रूरी है। मी टाइम में आप अपना बेहतर ख्याल रख पाती है और अपने साथ कुछ वक्त गुज़ारती है। इसके ज़रिए आप सोने उठने का टाइमटेबल सेट कर सकती है।
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