असमय भी किसी के बाल सफ़ेद हो सकते हैं। इन्हें छुपाने के लिए अकसर हेयर डाई का इस्तेमाल किया जाता है। हेयर डाई का इस्तेमाल करने से पहले हमें असमय बाल सफ़ेद होने के कारणों को भी जानना चाहिए। एक्सपर्ट बताती हैं कि मेलेनिन बालों के पिगमेंटेशन का कारण है। मेलेनिन की कमी से ही बाल सफेद होते हैं। इसलिए इसके उत्पादन को बढ़ावा देना चाहिए। प्राकृतिक तरीके से भी मेलेनिन प्रोडक्शन को बढ़ावा (melanin for grey hair) दिया जा सकता है। सबसे पहले जानते हैं मेलेनिन के बारे में।
इंटरनेशनल जर्नल ऑफ़ ट्राइकोलोजी में प्रकाशित शोध के अनुसार, मेलेनिन मानव शरीर में स्किन, बाल और आंखों के पिगमेंटेशन को नियंत्रित करता है। हमारे शरीर में तीन प्रकार के मेलेनिन पाए जाते हैं-यूमेलेनिन, फोमेलेनिन और न्यूरोमेलेनिन। यूमेलेनिन काले और गहरे भूरे जैसे गहरे पिगमेंट के लिए जिम्मेदार है, जबकि फोमेलेनिन हल्का पिगमेंट देता है, जिसमें गुलाबी या लाल रंग के होंठ, भूरे बाल के लिए जिम्मेदार होते हैं। न्यूरोमेलेनिन में और भी गहरा पिगमेंट होता है। न्यूरोमेलेनिन जन्म से मौजूद नहीं होता है और जीवन भर विकसित होता है।
बालों का रंग बालों में मेलेनिन के प्रकार और उसकी मात्रा पर निर्भर करता है। यदि बाल काले हैं, तो बालों में बड़ी मात्रा में यूमेलानिन होने का संकेत मिलता है।मेलेनिन हानिकारक यूवी किरणों से भी बचाता है। आपके बालों का रंग जितना गहरा होगा, सूरज की क्षति से उतनी ही अधिक सुरक्षा मिलेगी।
इंटरनेशनल जर्नल ऑफ़ ट्राइकोलोजी में प्रकाशित शोध के अनुसार, बालों का रंग हमेशा एक जैसा नहीं रहता। यह पूरे जीवनकाल में बदलता रहता है। उम्र बढ़ने पर मेलेनिन का उत्पादन धीमा हो जाता है। उम्र के अलावा, जेनेटिक्स, सूरज की यूवी किरणें, विटामिन बी 12 की कमी, तनाव, ऑटोइम्यून डिजीज, केमिकल प्रोडक्ट का उपयोग भी मेलेनिन के उत्पादन को प्रभावित करता है।
हार्वर्ड हेल्थ पब्लिशिंग के अनुसार, मेलेनिन की कमी विटामिन की कमी से जुड़ा है। इसलिए भोजन या विटामिन सप्लीमेंट के माध्यम से विटामिन का सेवन बढ़ाने की जरूरत है। बालों में मेलेनिन उत्पादन बढ़ाने के लिए विटामिन ए, विटामिन सी और विटामिन बी12 सबसे जरूरी विटामिन हैं। अपने आहार में संतरे, अंगूर, अनानास और तरबूज जैसे खट्टे फल शामिल करें। इसके अलावा, आलू, गाजर, बीन्स जैसी सब्जियां खाएं। चिकन लीवर, मछली और अंडे भी इन विटामिनों को शरीर में बढ़ाते हैं।
विटामिन की तरह मिनरल्स भी महत्वपूर्ण हैं। यदि बाल समय से पहले सफेद हो रहे हैं, तो आयरन और कॉपर के सेवन की जांच करनी होगी। दोनों मिनरल बालों में मेलेनिन बढ़ाने में मदद करते हैं। गहरे हरे रंग की सब्जियां, बादाम, मूंगफली, डार्क चॉकलेट और दालें आयरन और मिनरल्स के समृद्ध स्रोत हैं।
एंटीऑक्सिडेंट शरीर की कोशिकाओं की रक्षा करने और उन्हें मुक्त कणों के प्रभाव से बचाने का काम करते हैं। यह बालों में मेलेनिन उत्पादन को भी बढ़ाता है। डार्क चॉकलेट, बीन्स, पत्तेदार हरी सब्जियां, ब्रोकोली, गाजर और कद्दू आहार में एंटीऑक्सीडेंट बढ़ा सकते हैं।
बायोटिन पानी में घुलनशील विटामिन है, जो बालों के विकास में मदद करता है। बायोटिन की कमी अक्सर समय से पहले बालों के सफेद होने से जुड़ी होती है। इसलिए आहार में पर्याप्त बायोटिन शामिल करने या बायोटिन सप्लीमेंट लेने से मेलेनिन उत्पादन बढ़ सकता है।
भृंगराज, त्रिफला, विभीटक आदि जैसे आयुर्वेदिक हर्ब समय से पहले बाल सफेद होने से रोकने में मदद कर सकते हैं। इन सामग्रियों को नियमित रूप से स्कैल्प पर लगाने से बालों को समय से पहले सफेद होने से बचाव किया जा सकता है। बालों को सफेद होने से बचाने के लिए मेलेनिन युक्त प्रोडक्ट का इस्तेमाल करना चाहिए। ल्यूटिन, प्रोबायोटिक्स, एस्टैक्सैन्थिन जैसे तत्वों की मौजूदगी मेलेनिन के प्रोडक्शन को बढ़ाते हैं।
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