बच्चों को अनुशासित बनाना है, तो बचपन में ही डालें अच्छी आदतों की नींव, जानिए कैसे

अच्छी आदतें सुखद भविष्य की नींव होती हैं। यह जरूरी है कि उन्हें बच्चे के फाउंडेशन ईयर में ही विकसित किया जाए। अगर आपके घर में भी छोटे बच्चे हैं, तो यहां जानिए उन्हें अच्छी आदतें सिखाने के 6 तरीके।
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बच्चों में अच्छी आदतों को डेवलप करने के लिए पारिवारिक नियम अनिवार्य है। चित्र : अडोबी स्टॉक
स्मिता सिंह Published: 18 Jan 2024, 18:11 pm IST
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मेडिकली रिव्यूड

अच्छी आदतें बच्चों के विकास के लिए जरूरी हैं। इससे न सिर्फ बच्चे अच्छी तरह जीवन बिता पाते हैं, बल्कि यह उनकी पर्सनल और प्रोफेशनल ग्रोथ में भी मददगार साबित होती हैं। ज्यादातर बड़े हो रहे बच्चों के पेरेंट्स यह शिकायत करते हैं कि उनके बच्चे उनकी बात नहीं सुनते और अनुशासनहीन हैं। असल में एक उम्र के बाद बच्चों पर परिवार से ज्यादा समाज का असर पड़ता है। इसलिए यह जरूरी है कि बच्चों को छोटी उम्र से ही अच्छी आदतें सिखाई जाएं। ताकि उनके मन-मस्तिष्क में बुरी और अनहेल्दी चीजों के लिए जगह ही न बचें। बच्चों में अच्छी आदतें कैसे विकसित करनी हैं, इसमें आपकी मदद करने के लिए हम एक पेरेंटिंग कोच (inculcate good habits in children) के बताए टिप्स साझा कर रहे हैं।

भविष्य का दृष्टिकोण तय करती हैं बचपन में सीखी गई आदतें (inculcate good habits in children) 

अच्छी आदतें विकसित करने से व्यक्ति का स्पष्ट दृष्टिकोण बन पाता है। इससे परिवार के सदस्यों का भी स्पष्ट दृष्टिकोण बन पाता है। बच्चे की उम्र चाहे कुछ भी हो, उसका दृष्टिकोण स्पष्ट होना जरूरी है। इससे बच्चों में आत्म-सम्मान विकसित होने में मदद मिलती है। वे महत्वपूर्ण कार्य करने में सहूलियत महसूस करते हैं।

यहां है बच्चों में अच्छी आदतें डालने के 5 आसान तरीके (Here are 5 easy ways to inculcate good habits in children)

1. स्पष्ट पारिवारिक नियम स्थापित करें (Establish clear family rules)

बच्चों में अच्छी आदतों को डेवलप करने के लिए पारिवारिक नियम अनिवार्य है। बच्चे को जीवन में जिम्मेदार बनने में मदद करें। उसे रोजमर्रा की जिंदगी में समय प्रबंधन की प्रासंगिकता को समझने दें। एक टाइम प्लानिंग बनाकर इसकी शुरुआत कर सकती हैं। सभी कार्यों को दिन के विशिष्ट समय पर करने की कोशिश करें।

खेलने का समय, मोबाइल फोन या डिवाइस के उपयोग की अनुमति दें। योग, खेल, डांस या एक्सरसाइज आदि जैसी शारीरिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए कुछ घंटे अलग रखें। अध्ययन के समय के प्रति अत्यधिक जुनूनी होने से बचें। ये सरल नियम बच्चे में आंतरिक डिसिप्लीन की नींव रख सकेंगे। आप बिना किसी परेशानी के उनके समय और ऊर्जा का उचित प्रबंधन कर पाएंगे।

2. सम्मानजनक और सही व्यवहार अपनाएं (Be respectful and behave appropriately)

यह सच है कि पेरेंट्स बच्चे के पहले शिक्षक होते हैं। आपके शब्दों का चयन और रवैया आपके बच्चे पर प्रभाव डालता है या बिगाड़ता है। इसका मतलब यह है कि अपने बच्चे में अच्छी आदतें विकसित करने के लिए आपको अपने व्यवहार पर नज़र रखकर शुरुआत करनी होगी। नकारात्मक शब्दों या बयानों के प्रयोग से बचें। सुनिश्चित करें कि आप किसी भी समय आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग न करें। धन्यवाद, क्षमा करें, और क्या मैं का उपयोग करें। बच्चे को समय-समय पर इनका उपयोग करने की याद दिलाएं।

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सुनिश्चित करें कि आदत बनने के वर्षों में आपके बच्चे को सही पारिवारिक माहौल मिले। चित्र : अडोबी स्टॉक

3 सही पारिवारिक माहौल (perfect family environment)

आपका अपना व्यवहार बच्चे के व्यक्तित्व को आकार देता है। इसलिए सुनिश्चित करें कि आदत बनने के वर्षों में आपके बच्चे को सही पारिवारिक माहौल मिले। कभी भी अपने बच्चे की तुलना दूसरे बच्चों से न करें। सभी स्थितियों में शांत रहने का प्रयास करें। बच्चे को लचीले और समस्या सुलझाने वाले रवैये का गवाह बनने दें।

रोजमर्रा की जिंदगी के सरल मुद्दों में उसकी भागीदारी को प्रोत्साहित करने का प्रयास करें। व्यस्त कार्यक्रम के बावजूद अपने परिवार के साथ कुछ क्वालिटी टाइम बिताएं। सुनिश्चित करें कि परिवार के सदस्यों को अपनेपन की भावना महसूस हो और घनिष्ठ संबंध विकसित हों। यह सब बच्चे को अच्छी आदतें सीखने में मदद करता है।

4 अच्छे व्यवहार के लिए प्रेरित करें (motivate good behavior)

अपने बच्चे को पुरस्कृत और सराहना करके अच्छे व्यवहार के लिए प्रेरित करें। बच्चे को अच्छे व्यवहार का महत्व समझने दें। इससे उसे लंबे समय तक अच्छी आदतों से जुड़े रहने में मदद मिलेगी। एक छोटी सी चॉकलेट, स्टिकर या थम्स-अप आदत बनाने में चमत्कार कर सकता है। इसलिए सुनिश्चित करें कि आप बच्चे की सराहना करने का कोई मौका न चूकें। अपनी तारीफों में सच्चे रहने की कोशिश करें। दूसरों की उपस्थिति में भी बच्चे की सराहना करें।

5 . सकारात्मक रहें (Be positive)

माता-पिता के रूप में आपको अपने बच्चे की क्षमताओं पर विश्वास होना चाहिए। बच्चे की सीखने और अनुकूलन करने की क्षमता को कम न समझें। गलतियों के बावजूद उसकी समझने की शक्ति के बारे में सकारात्मक रहें। कई बार माता-पिता अपने बच्चों से उम्मीद से अधिक उम्मीदें रखते हैं। इससे बच्चे के साथ व्यवहार करते समय वे अधिक चिंतित और तनावग्रस्त हो जाते हैं।

शांत दिमाग से स्थितियों से निपटना सीखें और बच्चे को पारिवारिक नियमों के पीछे का तर्क समझाएं। अगर आपका बच्चा कोई गलती करता है तो गुस्से में चिल्ला-चिल्लाकर स्थिति को अपने हाथ से न जाने दें। आपका सकारात्मक दृष्टिकोण और परिस्थितियों को प्रबंधित करने की क्षमता बच्चे को अच्छी आदतें विकसित करने में मदद करती है।

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माता-पिता के रूप में आपको अपने बच्चे की क्षमताओं पर विश्वास होना चाहिए। चित्र : अडोबी स्टाॅक

6. अच्छे श्रोता बनें (be a good listener)

बच्चे को अपने अनुभव आपके साथ साझा करने दें। जब बच्चा बोलता है तो धैर्यपूर्वक सुनें और उसे मूल्यवान महसूस कराएं। अनावश्यक रूप से अपमानित न करें या हस्तक्षेप न करें। इसकी बजाय बच्चे को बातचीत करने और अपने इनपुट साझा करने के अधिक अवसर दें। भोजन के विकल्प का चयन करना और परिवार के साथ बाहर घूमने के लिए स्थानों का चयन करना बच्चे में जिम्मेदारी की भावना विकसित करने में मदद कर सकता है।

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स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है। ...और पढ़ें

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