सर्दियों में खांसी और जुकाम के बाद जो समस्या सबसे ज्यादा परेशानी का कारण साबित होती है। वो है बार बार शरीर पर होने वाली खुजली। गर्म पानी के साथ नहाना और फिर गर्म कपड़ों को पहनना त्वचा पर रूखेपन को बढ़ाने लगता है। इससे स्किन पर खुजली (itching) से लेकर रैशेज (rashes) तक की परेशानी बढ़ जाती है। इसके अलावा तरह तरह के साबुन और बॉडी वॉश इस समस्या को बढ़ाने का कारण साबित होते हैं। अगर आप भी शावर के बाद होने वाली खुजली से परेशान हैं, तो इन टिप्स को अवश्य फॉलो करें (remedies for itchy skin) और जानें खुजली के कारण भी।
इस बारे में बातचीत करते हुए डर्माटोलॉजिस्ट डॉ नवराज सिंह विर्क बताते हैं इचिंग से बचने के लिए स्किन को मॉइश्चराइज करना ज़रूरी है। इसके लिए नारियल के तेल का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। एक्सपर्ट का कहना है कि मॉइश्चराइजर दो प्रकार के होते हैं। एक चेहरे के लिए और दूसरा ओवरऑल बॉडी के लिए। इचिंग के अनुसार मॉइश्चराइजर का चुनाव करें। अगर आप इचिंग से परेशान हैं, तो नॉन कोमेडोजेनिक मॉइश्चराइजर (non-comedogenic moisturizer) का इस्तेमाल फायदेमंद साबित होता हैं।
इस बारे में डॉ नवराज विर्क बताते हैं कि सर्दी के आगाज़ के साथ ही कुछ लोग नहाने के लिए ज्यादा गर्म पानी का प्रयोग करने लगते हैं। जो त्वचा की नमी को छीनने लगता है। स्किन से नेचुरल ऑयल रिमूव होने लगता है, जिसके चलते त्वचा पर रूखापन बढ़ जाता है। अगर आप नहाने के बाद त्वचा को मॉइश्चराइज़ नहीं करते हैं, तो खुजली की समस्या शुरू हो जाती है।
कुछ लोग नहाने में ज्यादा वक्त लगाते है, जो खुजली का एक कारण साबित हो सकता है। दरअसल, गर्म पानी से लंबे वक्त तक नहाने से त्वचा रूखी और खुरदरी नज़र आने लगती है। अगर आप चेहरे को भी हल्के गर्म पानी से वॉश करती हैं, तो चेहरे की त्वचा पर भी ड्राइनेस को बढ़ा देता है।
नहाने के लिए लोग अक्सर साबुन का प्रयोग करते है, जिसके चलते स्किन पर एलर्जी का खतरा बना रहता है। ऐसे में हाइपो एलर्जेनिक इंग्रीडिएंटस से भरपूर साबुन या बॉडी वॉश का इस्तेमाल करें। इससे त्वचा का खोया ग्लो वापिस लौट आता है, जो त्वचा की शुष्कता को कम करने में भी मददगार साबित होता है।
नहाने के बाद कुछ लोग त्वचा को तौलिए की मदद से पूरी तरह से साफ करते हैं। इससे स्किन धीरे धीरे ड्राइ होने लगती है। ड्राइनेस त्वचा पर इचिंग का कारण साबित होती है। ऐसे में स्किन पर तौलिए को ज़ोर से रगड़ने से बचें और हल्का पैट करें। इससे स्किन पर नमी ज्यों की त्यों बरकरार रहती है।
वे लोग जो नहाने के बाद त्वचा पर मॉइश्चराइज़र या बॉडी लोशन का प्रयोग नहीं करते है। उन्हें इचिंग की समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसे में स्किन को इचिंग फ्री बनाए रखने के लिए स्किन को मॉइश्चराइज़ रखें। इसके लिए माइल्ड क्रीम या कोकोनट ऑयल का भी प्रयोग कर सकते हैं।
एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर नीम की पत्तियां त्वचा पर होने वाले रूखेपन और रैशेज को दूर करने में मदद करते हैं। इसके लिए नीम की पत्तियों को धोकर पीस लें। अब एक कटोरी सरसों के तेल में 15 से 20 पत्तियों को उबलने के लिए छोड़ दें। अब तेल के ठण्डा होने के बाद उसे छान लें। अब इसे खुजली वाली जगह पर लगाएं।
फाइबर, विटामिन सी और पॉलिफेनोल्स से भरपूर संतरे के छिलके स्वाद में कड़वे होते हैं। इसमें मौजूद लीमोनीज़ तत्व त्वचा संबधी समस्याओं को दूर करने में मददगार साबित होता है। संतरे के छिलकों को सुखाकर पीस लें और इसका पाउडर बना लें। अब उसमें नारियल का तेल मिलाकर खुजली वाली जगह पर मालिश करें। इससे त्वचा में मौजूद खुजली की समस्या हल हो जाएगी।
स्किन पर होने वाली खुजली की समस्या को दूर करने के लिए एक चम्मच नींबू के रस को आधा चम्मच बेकिंग सोडा में मिलाकर पेस्ट बना लें। अब उस पेस्ट को खुजली वाली जगह पर लगाने से स्किन को राहत मिलने लगती है। साथ ही त्वचा का रूखापन भी कम होने लगता है।
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कस्टमाइज़ करेंएंटी इंफ्लामेटरी गुणों से भरपूर एलोवेरा जेल इचिंग व रैशेज की समस्या को दूर करने में कारगर साबित होता है। इसे ओटमील में एड करके नहाने से पहले खुजली वाली जगह पर कुछ देर लगाकर सामान्य पानी से वॉश करने पर त्वचा पर बनने वाले रैशेज को कम किया जा सकता है।
एंटी सेप्टिक और एंटी बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज़ से भरपूर हल्दी त्वचा की खोई रंगत लौटाने के साथ खुजली से भी राहत दिलाती है। इसके लिए 1 चम्मच हल्दी पाउडर को कुछ बूंद नारियल के तेल के साथ मिलाकर खुजली वाली जगह पर लगाएं। इससे स्किन को फायदा मिलने लगता है।
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