क्या आप सर्दियों के ड्राई महीनों में थका हुआ, चिड़चिड़ा, मूडी या उदास महसूस करते हैं? तो ऐसा महसूस करने वाले आप अकेले नहीं हैं। जैसे-जैसे दिन छोटे होते जाते हैं और तापमान गिरना शुरू हो जाता है, “विंटर ब्लूज़” (winter blues)कई लोगो को परेशान करने लगते हैं। असल में ये एक ऐसी चिकित्सीय स्थिति का संकेत हो सकता है, जिसे सीजनल एफेक्टिव डिसऑडर(seasonal affective disorder) या एसएडी के रूप में जाना जाता है।
इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने बात की डॉ. राजेश्वरी पांडा नें, डॉ. राजेश्वरी पांडा मेडिकवर अस्पताल, नवी मुंबई में पोषण और आहार विज्ञान विभाग की एचओडी है।
सर्दियों के महीनों में छोटे दिन और कम धूप आपके मूड और प्रोडक्टिविटी के स्तर को प्रभावित कर सकती हैं। दरअसल, सूरज की रोशनी हमारी सर्कैडियन रिदम को प्रभावित करती है, जो हमारे मस्तिष्क में सेरोटोनिन के स्तर को बदल देती है।
सेरोटोनिन(serotonin) हमारे दिमाग द्वारा बनाया जाने वाला एक रसायन है जो हमारे मूड, अच्छाई की भावनाओं और खुशी को स्थिर करता है। यह हार्मोन हमारे पूरे शरीर पर प्रभाव डालता है। यह मस्तिष्क कोशिकाओं (brain cells) और अन्य कोशिकाओं को एक दूसरे के साथ संपर्क करने में भी मदद करता है। सेरोटोनिन सोने, खाने और पाचन में मदद करता है। जब हमारा दिमैग बहुत कम सेरोटोनिन का उत्पादन करता है, तो यह डिप्रेशन(depression) का कारण बन सकता है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ के अनुसार, सेरोटोनिन के स्तर में बदलाव से आपकी एनर्जी का स्तर कम हो सकता है, आपकी उन चीजों में भी इच्छा कम हो सकती है जो कभी आपको खुशी देती थीं। पर्याप्त धूप के बिना, सेरोटोनिन का स्तर कम हो सकता है।
डॉ. राजेश्वरी पांडा बताती है कि चीनी और कार्बोहाइड्रेट (carbohydrate) से भरपूर आरामदेह खाद्य पदार्थों से ऊर्जा को नुकसान पहुंच सकता है और सुस्ती बढ़ सकती है। इसलिए आपको अपने आहार में साबुत अनाज(whole grain), फल, सब्जियां, लीन प्रोटीन और स्वस्थ वसा को संतुलित मात्रा में लेना चाहिए। थकान से बचने के लिए हाइड्रेटेड रहें।
डिहाइड्रेशन से आपको थकान(fatigue) और मोटिवेशन में कमी महसूस हो सकती है। इससे बचने के लिए पूरे दिन पर्याप्त मात्रा में पानी पीकर अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रहना बहुत जरूरी है। हर्बल चाय और गर्म सूप पीने से भी आपको हाइड्रेट होने में मदद मिल सकती है।
कैफीन पर बहुत अधिक निर्भर रहने से ऊर्जा खत्म हो सकती है और नींद के पैटर्न में भी परेशानी आ सकती है। इसलिए आपको कैफीन का सेवन सीमित करना जरूरी है, खासकर दोपहर और शाम को। हर्बल चाय या डिकैफ़िनेटेड विकल्प आपके लिए बेहतर काम कर सकते है।
अपने काम को एक आकार प्रदान करने और उत्पादक बने रहने को आसान बनाने के लिए एक दैनिक रूटीन का होना बहुत जरूरी है। इसलिए उसे बनाएं और फॉलो करें ताकि आप केवल ये न सोचते रहे कि क्या करें और क्या नहीं।
पर्दे और ब्लाइंड खोलकर प्राकृतिक रोशनी का लाभ लें। काम करते समय या आराम करते समय खिड़कियों के पास बैठें। इससे आपको सूरज की थोड़ी बहोत रोशनी मिल सकती है।
सर्दियों में प्यास कम लगने के कारण हम पानी नहीं पीते है और सोचते है कि सर्दियों में पानी की जरूरत कम होती है। ऊर्जा के स्तर को बनाए रखने और समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए पानी पीना बहुत जरूरी है।
तनाव कम करने और फोकस बढ़ाने के लिए ध्यान या गहरी सांस लेने जैसी माइंडफुलनेस एक्टिविटी में शामिल होने से आपको विंटर ब्लूज को दूर करने में मदद मिल सकती है।
ये भी पढ़े- Safflower seed oil ke fayde: हार्ट को भी हेल्दी रखता है कुसुम्ब के बीजों का तेल, जानिए ये कैसे काम करता है