हिंदू परंपरा के अनुसार कार्तिक मास की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ मनाया जाता है। इस दिन विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सेहत के लिए प्रार्थना करती हैं। अब यह तो आप भी देख सकती हैं कि पिछले कुछ दशकों में परम्पराओं में बहुत बदलाव आया है। कई महिलाएं निर्जला व्रत नहीं रखतीं, स्वास्थ्य की आवश्यकताओं के अनुसार वे व्रत में परिवर्तन कर लेती हैं। इसके साथ ही आपने देखा होगा कि कई पति भी अपनी पत्नी के लिए उपवास रखते हैं।
इन सभी बदलावों के साथ एक महत्वपूर्ण बदलाव आया है सरगी के रूप में। पारंपरिक रूप से सरगी सास या जेठानी देती है, जिसे सुबह सूर्योदय से पहले खाया जाता है। सरगी में सिवईं, मेवे और फल दिए जाते हैं और यही दिन भर के व्रत से पहले का भोजन होता है।
हमारी परंपरा में व्रत और उपवास का जितना आध्यात्मिक महत्व है उतना ही वैज्ञानिक भी है। व्रत और उपवास अगर पारंपरिक रूप से निभाये जाएं तो ये शरीर को डेटॉक्स करते हैं। लेकिन समय के साथ इनमें सुविधानुसार बदलाव होते गए जिनसे इनका प्रारूप बदल गया।
करवा चौथ में खाई जाने वाली सरगी वह मील है, जो आपको दिन भर के लिए ऊर्जा देती है। करवा चौथ का उपवास लगभग 18 से 20 घण्टो का उपवास होता है जिसमें ज्यादातर महिलाएं पानी भी नहीं पीतीं। ऐसे में आपकी सरगी ऐसी होनी चाहिए जो आपके शरीर को डीहाइड्रेट होने से बचाये और आपको दिन भर के लिए ऊर्जा भी दे। यही कारण है कि मेवे और फल के साथ मीठा खाया जाता है।
लेकिन अब आप जानती हैं कि चीनी आपके लिए मीठा जहर है।
1. सरगी के लिए सेवईं या खीर की जगह दूध में ओट्स पका कर खाएं। ओट्स आपका पेट लम्बे समय तक भरेंगे और आपको प्रोटीन भी मिलेगा।
2. बेरीज, पीच, कीवी जैसे फलों को रात में फ्रीजर में रख दें और सरगी के समय उन्हें खाएं। इन फलों में एंटीऑक्सीडेंट और सुक्रोस तो होता ही है जो आपको ऊर्जा देगा। साथ ही इन्हें ठंडा खाने से आपको दिन में प्यास कम लगेगी और शरीर हाइड्रेट रहेगा।
3. कम से कम एक मुट्ठी अनार जरूर लें। अनार भी आपकी प्यास को बुझाने का काम करेगा और आपको विटामिन्स और मिनरल्स भी मिलेंगे।
4. मेवे जो पारंपरिक सरगी में होते हैं, उन्हें जरूर शामिल करें। बादाम, अखरोट, किशमिश इत्यादि ना सिर्फ आपको फैट, फाइबर और मिनरल्स देंगे बल्कि पेट भी ज्यादा देर तक भरा रहेगा।
5. पानी की जगह एक गिलास नींबू पानी या नारियल पानी पिएं। यह आपको हाइड्रेट रखने के साथ- साथ विटामिन और मिनरल्स भी देगा जिससे कमजोरी नहीं महसूस होगी।
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कस्टमाइज़ करें1. यूं तो पानी पीकर और मीठा खाकर ही व्रत खोला जाता है। और पूजा के बाद पूड़ी-कचौड़ी जैसे भारी गरिष्ठ आहार लिए जाते हैं। लेकिन ऐसा ना करें। दिन भर भूखे रहने के बाद भारी भोजन आपके पाचनतंत्र पर दबाव डालेगा।
2. व्रत खोलने के लिए पानी के बजाय नारियल पानी का प्रयोग करें। पानी भी पी रही हैं, तो बहुत अधिक ना पियें। क्योंकि इससे आपकी किडनी पर प्रभाव पड़ता है।
3. खाने में इडली, स्प्राउट्स जैसा कुछ हल्का भोजन ही रखें। यह आपके पाचनतंत्र को नियंत्रित रखेगा।
4. खाने में दही और कुछ फल भी शामिल करें ताकि आप दिन भर का पोषण रिप्लेस कर सकें।
5. शक्कर और तेल भरी मिठाई की जगह डार्क चॉकलेट का इस्तेमाल करें।
त्योहार को स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद बनाएं और खुद की भरपूर केयर करें।