DASH Diet for Kidney Disease : किडनी के रोगियों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है डैश डाइट, जानिए कैसे

क्रोनिक किडनी डिजीज में किडनी क्षतिग्रस्त हो जाती है। यह ब्लड को ठीक से फ़िल्टर करने में असमर्थ हो जाती है। किडनी डिजीज से जूझ रहे लोगों एक ख़ास आहार का पालन करना चाहिए। डाइट में मौजूद पोषक तत्व स्थिति को नियंत्रण में रखने में मदद कर सकते हैं।
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जिन लोगों को किडनी की बीमारी है, उनके लिए भी डैश डाइट अनुकूल है। चित्र : अडोबी स्टॉक
Published On: 10 Mar 2024, 08:00 am IST
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किडनी डिजीज एक गंभीर समस्या है, जिसमें किडनी धीरे धीरे काम करना बंद कर देती है। इस समस्या से निदान पाने के लिए सही आहार का चयन करना बहुत महत्वपूर्ण है। एक स्वस्थ आहार किडनी के लिए कारगर होता है, जो किडनी के स्वास्थ्य को स्वस्थ और मजबूत बनाए रखने में मदद कर सकता है। एक्सपर्ट बताते हैं कि किडनी डिजीज में डैश डाइट कारगर (DASH Diet for Kidney) हो सकता है।

डैश डाइट (DASH Diet for Kidney)

डॉ. एलएच हीरानंदानी अस्पताल, मुंबई (पवई) में यूरोलॉजिस्ट डॉ. प्रकाश चंद्र शेट्टी बताते हैं, ‘डैश डाइट हाई ब्लड प्रेशर को रोकने के लिए आहार संबंधी अप्रोच (Dietary Approaches to Stop Hypertension) है। यह डाइट प्लैनिंग हार्ट हेल्थ के लिए उपयोगी आहार माना जाता है। जिन लोगों को किडनी की बीमारी है, उनके लिए भी डैश डाइट अनुकूल है।
डैश डाइट की योजना के लिए किसी विशेष खाद्य पदार्थ की आवश्यकता नहीं पड़ती है। सिर्फ कुछ खाद्य पदार्थों को दैनिक और साप्ताहिक रूप से पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए शामिल किया जाता हैं।

इन खाद्य पदार्थों को विशेष रूप से शामिल किया जाता है (DASH diet recommends to include these foods)

यूरोलॉजिस्ट डॉ. प्रकाश चंद्र शेट्टी बताते हैं, ‘फल, सब्ज़ियां,
साबुत अनाज, नट्स, बीन्स,
वसा रहित या कम वसा वाले डेयरी उत्पाद,
पोल्ट्री, मछली,
नॉन ट्रॉपिकल वेजिटेबल आयल को शामिल किया जाता है।

इन खाद्य पदार्थों से बचने या सीमित करने की सलाह देती है डैश डाइट (DASH died recommends avoiding or limiting these foods)

संतृप्त वसा से भरपूर खाद्य पदार्थ, ट्रॉपिकल आयल जैसे कि कोकोनट आयल, पाम आयल
फैटी मीट, प्रोसेस्ड मीट और रेड मीट, पूर्ण वसा वाले डेयरी उत्पाद, अंडे, तले हुए खाद्य पदार्थ
कई फास्ट फूड और फ्रोजेन फ़ूड, जिनमें सोडियम की मात्रा भी अधिक होती है
एडेड और आर्टिफिशियल शुगर वाले खाद्य पदार्थ
एडेड शुगर वाले पेय पदार्थ
नमकीन खाद्य पदार्थ (हाई सोडियम की मौजूदगी)

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प्रोसेस्ड मीट और रेड मीट से बचना चाहिए। चित्र: शटरस्टॉक

पोटेशियम की मात्रा सीमित करने की आवश्यकता (Kidney patient avoid or limit potassium intake)

डॉ. प्रकाश चंद्र शेट्टी के अनुसार, डैश डाइट के अलावा, गुर्दे की बीमारी के रोगियों को खाद्य पदार्थों में पोटेशियम की मात्रा पर भी ध्यान देना चाहिए। गुर्दे की बीमारी वाले मरीजों को अपने आहार में पोटेशियम की मात्रा सीमित करने की आवश्यकता हो सकती है। जिन खाद्य पदार्थों में पोटेशियम की मात्रा अधिक होती है, उनसे बचना चाहिए।

दूध से बने खाद्य पदार्थ

आटिचोक, एवोकैडो , केले, बीन्स (बेक्ड, ब्लैक बीन्स)
चोकर या ब्रान वाले अनाज, ब्राउन राइस
दूध से बने खाद्य पदार्थ, ग्रेनोला, ख़रबूज़े,
नट्स, संतरे और संतरे का जूस, आलू, एप्रिकॉट,
किशमिश, पालक, टमाटर, साबुत गेहूं की रोटी और पास्ता, विंटर स्क्वैश को अपने भोजन में शामिल नहीं (DASH diet for kidney) करना चाहिए।

गुर्दे की बीमारी का इलाज (Kidney Disease Treatment)

डॉ. प्रकाश चंद्र शेट्टी के अनुसार, आहार में बदलाव के अलावा, क्रोनिक किडनी डिजीज के उपचार में किडनी को और अधिक नुकसान से बचाने के लिए किडनी हेल्थ की लगातार निगरानी जरूरी है। इसके लिए मेडिकल टीम के साथ काम करना होगा। डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवाइयां लेना, ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करना जरूरी है। यदि रोगी को डायबिटीज है, तो ब्लड शुगर लेवल नियंत्रण में रखना भी जरूरी है।

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अधिक नुकसान से बचाने के लिए किडनी हेल्थ की लगातार निगरानी जरूरी है। चित्र : एडॉबी स्टॉक

किडनी ट्रांसप्लांट (Kidney Transplant)

नियमित व्यायाम करना, स्वस्थ वजन बनाए रखना या अधिक वजन होने पर वजन कम करना, पर्याप्त नींद लेना, स्मोकिंग नहीं करना, तनाव और अवसाद का प्रबंधन (management of stress and depression in kidney disease) भी जरूरी है। स्थिति बिगड़ने पर डायलिसिस (Dialysis) और किडनी ट्रांसप्लांट (Kidney Transplant) उपचार के विकल्प (DASH diet for kidney) हो सकते हैं।

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लेखक के बारे में
स्मिता सिंह
स्मिता सिंह

स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है।

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