कोलेस्ट्रॉल वैक्स की तरह का फैट है, जो शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है। इसका सही मात्रा में होना जरूरी है। मगर इसका अनहेल्दी लेवल हाई ब्लड कोलेस्ट्रॉल का कारण बन सकता है। कुछ अध्ययन बताते हैं कि उम्र बढ़ने के साथ कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ने का जोखिम बढ़ता जाता है। अंडे को कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने वाला माना जाता है। तब बढ़ती उम्र के लोगों को अंडा (egg in growing age) खाना चाहिए या नहीं? चलिए आज इसी उलझन को सुलझाते हैं।
इंटरनेशनल जर्नल ऑफ़ एनवायर्रमेंटल रिसर्च ऑफ़ पब्लिक हेल्थ के अध्ययन बताते हैं कि कुल कोलेस्ट्रॉल का स्तर यंग एडल्ट ऐज और मिडिल ऐज के दौरान उम्र के साथ बढ़ता है। यह बाद में जीवन में उम्र के साथ कम हो जाता है।
इसका श्रेय आहार, शारीरिक संरचना, दवा के उपयोग, शारीरिक गतिविधि और हार्मोन लेवल में बदलाव को दिया जा सकता है। कुल कोलेस्ट्रॉल लेवल 20 से 65 वर्ष की आयु के साथ लगातार बढ़ता है। इसके बाद पुरुषों में यह थोड़ा कम हो जाता है और महिलाओं में स्थिर हो जाता है।
बुजुर्गों में कोलेस्ट्रॉल का बढ़ा हुआ स्तर असामान्य नहीं है। 65 से 74 वर्ष की आयु की 61% महिलाओं में कुल कोलेस्ट्रॉल का स्तर 6.2 mmol/L (240 mg/dL) से अधिक होता है।
एलडीएलआर ( low density lipoprotein receptor) गतिविधि उम्र के साथ कम हो जाती है, जिससे एलडीएल (low density lipoprotein) बढ़ जाता है। क्योंकि कोशिकाओं द्वारा कम एलडीएल अवशोषित होता है। बढ़ती उम्र के साथ कोलेस्ट्रॉल के बाइल भी एसिड रूप में ट्रांसफॉर्म कम होने लगते हैं।
इससे उम्र के साथ सीरम कोलेस्ट्रॉल में वृद्धि होने लगती है। सैचुरेटेड और ट्रांस फैट से भरपूर आहार एलडीएल कोलेस्ट्रॉल कंसंट्रेशन को बढ़ा देते हैं। आंत में कुछ इंट्राल्यूमिनल स्थितियां, जैसे ट्रांजिट टाइम में वृद्धि या बाइल में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा एलडीएल को भी बढ़ा सकती है। दोनों कारक बुजुर्गों में मौजूद होते हैं।
अंडे की सफेदी और जर्दी दोनों ही पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। जर्दी में वसा में घुलनशील विटामिन होते हैं, जिनमें विटामिन ए, डी और ई के साथ-साथ आवश्यक ओमेगा -3 फैटी एसिड सहित वसा भी शामिल है, जबकि अधिकांश प्रोटीन अंडे की सफेदी में पाया जाता है। दो बड़े अंडों की एक सर्विंग में 11 ग्राम वसा होती है, जिसमें से लगभग 2/3 वसा असंतृप्त होती है। इसमें एंटीऑक्सिडेंट ल्यूटिन और ज़ेक्सैंथिन भी पाया जाता है।
वयस्कों के लिए हेल्दी एलडीएल सीमा 100 मिलीग्राम/डीएल या उससे कम होना चाहिए। वयस्क पुरुषों के लिए हेल्दी एचडीएल सीमा 40 मिलीग्राम/डीएल और वयस्क महिलाओं के लिए 50 मिलीग्राम/डीएल होना चाहिए।
अमेरिका के उत्तरी कैरोलिना में ड्यूक क्लिनिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट की एक स्टडी के अनुसार, चिकन के अंडे प्रोटीन और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। उनकी जर्दी में स्वाभाविक रूप से कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक होती है। अंडे में में मौजूद कोलेस्ट्रॉल उस तरह से कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नहीं बढ़ाता है जैसे कुछ अन्य खाद्य पदार्थ। हाई ट्रांस फैट और सैचुरेटेड फैट वाले खाद्य पदार्थ ब्लड कोलेस्ट्रॉल बढ़ा देते हैं। जबकि अंडे में मौजूद कोलेस्ट्रॉल ब्लड कोलेस्ट्रॉल पर बहुत अधिक प्रभाव नहीं डालता है।
अंडे में सैचुरेटेड फैट कम होता है। यदि मॉडरेट रूप से अंडे का सेवन किया जाए, तो यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं होगा। प्रतिदिन एक अंडा खाया जाए, तो यह स्वस्थ व्यक्तियों में हृदय रोग का खतरा नहीं बढ़ाता। यह स्वस्थ आहार का हिस्सा हो सकता है।
यॉक या जर्दी सहित अंडे आम तौर पर पौष्टिक और स्वास्थ्यवर्धक होते हैं। यदि वे कोलेस्ट्रॉल बढ़ाते भी हैं, तो यह आमतौर पर गुड कोलेस्ट्रॉल होता है। वे खराब कोलेस्ट्रॉल पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बढ़िया हो सकता है। यॉक सहित अंडे पौष्टिक होते हैं।
ये स्वास्थ्य के लिए हानिकारक तब होते हैं, जब इन्हें बहुत अधिक मात्रा में खा लिया जाता है। ब्रिटिश हार्ट फाउंडेशन के अनुसार, यदि बहुत अधिक मात्रा में अंडे खाए जाएं, तो ये हार्ट डिजीज के कारण (egg in growing age) बन सकते हैं।
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