वेटलॉस के लिए लोग कई तरह के प्रयास करते हैं। आमतौर पर एक्सरसाइज़ से लेकर फैंसी मील्स तक हर चीज़ को अपने लाइफस्टाइल का हिस्सा बना लेते हैं। वहीं एक बड़ी तादाद ऐसे लोगों की भी है, जो वज़न कम करने के लिए ब्रेकफास्ट को स्किप करने लगते हैं। सुबह का नाश्ता न करना भूख को बढ़ाने का काम करता है। इससे शरीर में वेटगेन की समस्या और बढ़ने लगती है। जानते हैं ब्रेकफास्ट को स्किप करने से कैसे बढ़ने लगता है वज़न और ब्रेकफास्ट के फायदे भी (benefits of breakfast)।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य और पोषण परीक्षा सर्वेक्षण यानि एनएचएएनईएस ने साल 2005 से लेकर 2016 तक हर साल राष्ट्रीय स्तर पर लोगों की स्वास्थ्य जानकारी एकत्र की। डेटा में इंटरव्यू, एग्ज़ाम और लेबोरेटरी टेस्ट शामिल थे। इसके तहत 19 वर्ष और उससे अधिक उम्र के 30,889 वयस्क शामिल थे। उन वयस्कों में से 15.2 फीसदी यानि 4,924 लोगों ने ब्रेकफास्ट को स्किप किया। शोधकर्ता बताते हैं कि जो लोग नाश्ता नहीं करते हैं, उनमें पोषण की कमी पाई जाती है। जबकि वे कार्बोहाइड्रेट्स का ज्यादा सेवन करने लगते हैं।
इस बारे में बातचीत करते हुए नूट्रिशनिस्ट एंव डायटीशियन मनीषा गोयल ने बताया कि बॉडी को स्लिम बनाए रखने के लिए कुछ लोग ब्रेकफास्ट स्किप कर देते हैं। मगर उसके बदले अगली मील में ओवरइटिंग करने लगते हैं। इससे न केवल वेटगेन की समस्या बढ़ जाती है, बल्कि डाइजेस्टिव एंजाइम्स भी उचित तरीके से काम नहीं कर पाते। जिससे शरीर में बेवजह थकान, कमज़ोरी और आलस्य बना रहता है।
वेटगेन से बचने के लिए ब्रेकफास्ट स्किप करने की बजाए, उसके हेल्दी विकल्पों पर ध्यान देना चाहिए। जैसे फ्रूट और डबल स्किम्ड मिल्क को नाश्ते में शामिल करना।
नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ हेल्थ के अनुसार वे लोग जो रोज़ाना ब्रेकफास्ट करते हैं, उनमें क्राॅनिक डिज़ीज़ का खतरा रहता है। दरअसल, सुबह के नाश्ते से शरीर में एंजाइम्य उचित तरीके से कार्य करने लगते हैं। इससे न केवल डाइजेशन इंप्रूव होता है बल्कि शरीर हेल्दी बना रहता है।
ब्रेकफास्ट दिन भर की सबसे हेल्दी और पहली मील है। यह शरीर का एनर्जी लेवल बनाए रखती है। इससे आप दिनभर आलस्य और थकान से दूर रहते हैं। दरअसल, खाद्य पदार्थों से मिलने वाले पोषक तत्व शरीर को मज़बूती प्रदान करते हैं। इससे शरीर में बढ़ने वाली वेटलॉस हंगर से भी बचे रहते हैं।
सुबह नाश्ता करने से शरीर में ग्लूकोज़ का लेवल उचित बना रहता है। इससे किसी भी काम पर फोकस करने, कुछ भी याद रखने और आलस्य से मुक्ति मिल जाती है। दरअसल, इससे शरीर में एंडोर्फिन हार्मोन का स्तर बना रहता है, जो मूड सि्ंवग की मसस्या से बचाए रखता है।
अगर आप ब्रेकफास्ट कर लेती हैं, तो बार-बार लगने वाली भूख से बचा जा सकता है। दरअसल, लंबे वक्त तक कुछ न खाने से शरीर ओवरइटिंग करने लगता है। इससे वेटगेन होना सामान्य है। जो कई स्वास्थ्य संबधी समस्याओं के जोखिम को भी बढ़ देता है। ऐसे में शरीर में मौजूद एंजाइम्स के कार्य को सुचारू रखने के लिए ब्रेकफास्ट का सेवन ज़रूरी है।
देर तक कुछ न खाने के बाद जब भी खाने के लिए बैठते हैं, तो बहुत सी चीजें एक साथ खाते हैं। जो कैलोरी इनटेक को बढ़ा देता है। ऐसे में अपनी कैलोरीज़ को मैनेज करने के लिए हैवी ब्रेकफास्ट को ताजे़ फलों और डबल स्किम मिल्क से रिप्लेस कर दें। इससे आपको देर तक भूख नहीं लगती है। इसमें पाया जाने वाला फाइबर और न्यूट्रिएंटस शरीर को हेल्दी बनाए रखते हैं।
अगर आप दिन भर में कुछ वक्त एक्सरसाइज़ के लिए निकाल लेते हैं, तो वेटगेन की समस्या से बचा जा सकता है। कुछ देर का वर्कआउट शरीर को एनर्जी से भरपूर बना देता है। दिनभर में 15 से 20 मिनट एक्सरसाइज़ करना आपके पोस्चर को इंप्रूव करने में मददगार साबित होता है।
वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए
बीएमआई चेक करेंजब भी आपको भूख महसूस होती हैं, तो खाना अवॉइड न करें। इससे ओवरइटिंग की हैबिट बनने लगती है। आप समय को सोचकर नहीं बल्कि भूख के अनुसार खाएं। कोशिश करें कि छोटी मील्स लें। इससे आपका पाचनतंत्र उचित बना रहता है।
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