ट्रेडमिल का उपयोग वॉक करने के लिए किया जाता है। जो लोग वॉक पर बाहर जाना पसंद नहीं करते वे लोग ट्रेडमिल का इस्तेमाल करते हैं। ट्रेडमिल के इस्तेमाल को लेकर अलग-अलग तकनीक भी आए दिन इंटरनेट पर सामने आती रहती हैं। आज हम आपको बताने वाले है एक और वायरल तकनीक के बारे में, जिसे
’12-3-30′ कहा जा रहा है। चलिए जानते हैं क्या है यह तकनीक और यह कैसे काम करती है।
12-3-30 की तकनीक बिल्कुल इसके नाम की तरह ही है। आप आपको ट्रेडमिल को 12 की ढलान (incline) और 3 मील प्रति घंटे की गति पर सेट करके और फिर 30 मिनट तक चलना होता है। कई फिटनेस की जानकारी रखने वाले लोगों का यह मानना है कि नॉर्मल ट्रेडमिल पर वॉक करने की तुलना में ऐसे सेटिंग करके वॉक करने से ज्यादा फायदा होगा।
12-3-30 वर्कआउट एक वॉक करने वाला वर्कआउट है, और सामान्य तौर पर चलना, एक कम प्रभाव वाले व्यायामों में जाना जाता है। अगर आप रेगूलर तेज गति से वॉक करते है तो कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं, जिसमें आपकी हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत करना, आपके संतुलन और फोकस को बढ़ावा देना और हृदय रोग, उच्च रक्तचाप और टाइप 2 मधुमेह जैसी स्थितियों को रोकना और मैनेज करना जैसी चीजें हो सकती है।
चलना कई लोगो के लिए एक एक सामान्य और मध्यम व्यायाम है, लेकिन ढलान वाली जगह पर तेजी से चलना एक जोरदार गतिविधि की तरह महसूस हो सकती है। जैसे की आप किसी ढलान वाली जगह पर ऊपर की तरफ जाते हैं। जैसे पहाड़ों पर चढ़ाई करना तेज गति के साथ यह बिल्कुल वैसा ही है। 12-3-30 में आपको तेज गति के साथ incline ट्रेडमिल पर चलना है।
उस गति और उस झुकाव पर 30 मिनट तक चलने के लिए आपको काफी अच्छे पॉश्चर में भी रहना पड़ेगा। ऐसा इसलिए है, क्योंकि जब आप प्लेन जमीन की जगह ढलान पर चलते हैं, तो अधिक ग्रैविटी आपको वापस नीचे खींचने की कोशिश करता है, और आपके बट और आपके पैरों के पिछले हिस्से की मांसपेशियों को उस पर काबू पाने के लिए अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ती है। इससे आपकी हृदय की गति भी तेज होती है जिससे ये एक अच्छा कार्डियो भी बन जाता है।
यह उन लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है जो दौड़ने जैसी काफी प्रभावी गतिविधियां नहीं कर सकते, लेकिन फिर भी अधिक जोरदार एक्सरसाइज को अपने रूटिन में शामिल करना चाहते है।
अब बात ये आती है कि क्या ये आपका वजन कम करने में लाभदायक हो सकता है तो वजन कम करना केवल एक कसरत से थोड़ा अधिक जटिल है। यदि आपका लक्ष्य वजन कम करना है, तो आपको उपभोग की जाने वाली कैलोरी की तुलना में अधिक कैलोरी बर्न करनी होती है। वजन कम करने के लिए आपको अपने डाइट में बदलाव के साथ वर्कआउट पर ध्यान देना होगा।
12-3-30 ट्रेडमिल के भी अपने कई जोखिम है। जब भी आप किसी ग्रेड की इतनी ऊंची चढ़ाई पर चलते हैं, तो आपकी पीठ के निचले हिस्से पर बहुत अधिक भार पड़ता है। वर्कआउट के लिए आपके हैमस्ट्रिंग और पिंडलियों की भी बहुत आवश्यकता होती है, इसलिए यदि आप अपने शरीर को ठीक से तैयार किए बिना इस एक्सरसाइज को करते है तो इन मांसपेशियों पर दबाव पड़ सकता है।
लाइफस्टाइल और फिटनेस कोच यश अग्रवाल बताते है कि जिन लोगों को घुटनों में दर्द रहता है उन लोगों को 12 प्रतिशत चढ़ाई वाली मशीन में संघर्ष करना पड़ सकता है। यदि आपके कुल्हों, जांघो और कोर की मांसपेशियां मजबूत नहीं है तो ये आपके घुटनों
और टखनों की मांसपेशियों में समस्या बढ़ा सकती है।
इसके अलावा, बाहर घूमने से ताज़ी हवा, सूरज की रोशनी और कई रोचक चीजें आप देखते है, लेकिन ऐसी चीजें आपको ट्रेडमिल पर नहीं मिलती है। केवल वर्कआउट में एक ही तरह की एक्सरसाइज से आपको शायद आपको कम लाभ मिले जितना आपको अगल अलग मांसपेशियों को ट्रेन करके मिले।
वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए
बीएमआई चेक करेंये भी पढ़े- वजन घटाना है तो हर रोज संतरा खाइए, इन 4 कारणों से होगा तेजी से वेट लॉस