गर्मी का मौसम आ चुका है, इस मौसम त्वचा से अत्यधिक पसीना आता है, जिसकी वजह से धूल, गंदगी और वातावरण में मौजूद अन्य प्रदूषक त्वचा पर चिपक जाते हैं और त्वचा को प्रभावित करते हैं। इतना ही नहीं इस मौसम त्वचा अधिक ऑयली हो जाती है, और ऐसे में त्वचा को विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है। गर्मियों में मुल्तानी मिट्टी आपकी स्किन के लिए कमाल कर सकती है। खासकर ये आपकी ऑयली स्किन की समस्या में बेहद कारगर होती है। गर्मियों में ऑयली त्वचा पर मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल कर आप त्वचा को चिपचिपा होने से बचा सकती हैं। तो चलिए हेल्थ शॉट्स के साथ जानते हैं, त्वचा के लिए मुल्तानी मिट्टी के फायदे। साथ ही जानेंगे इसे अप्लाई करने का सही तरीका।
मुल्तानी मिट्टी एक प्रकार का नेचुरल क्ले है, जिसे अलग-अलग समस्याओं को ट्रीट करने के लिए सदियों से इस्तेमाल किया जा रहा है। खासकर यह अपनी स्किन बेनिफिट्स के लिए काफी ज्यादा प्रचलित है। यह मिनरल युक्त क्ले कई महत्वपूर्ण मिनरल्स जैसे कि मैग्नीशियम, सिलिका, कैल्शियम का कंबीनेशन है। यह सभी इसे स्किन केयर की एक एक्सीलेंट सामग्री बनती हैं। जब बात समर स्किन केयर की आती है, तो मुल्तानी मिट्टी को इसमें जरूर शामिल करना चाहिए।
मुल्तानी मिट्टी त्वचा से एक्सेस ऑयल और सिबम को अवशोषित कर लेता है, जिससे स्किन चिपचिपी नजर नहीं आती। यह एक्ने प्रॉन स्किन पर एक बेहद प्रभावी सामग्री के तौर पर काम करता है। गर्मियों में ह्यूमिडिटी त्वचा को एक्स्ट्रा तेल प्रोड्यूस करने के लिए उत्तेजित करती है, जो पोर्स को बंद कर देता है और ब्रेकआउट का कारण बन सकता है। ऐसे में मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल त्वचा से निकलने वाले एक्सेस तेल को एब्जॉर्ब कर लेती है, और स्किन को क्लीन और रिफ्रेश रहने में मदद करती है।
मुल्तानी मिट्टी में कूलिंग और सूदिंग प्रॉपर्टी पाई जाती है, जो स्किन इन्फ्लेमेशन और इरिटेशन में बेहद प्रभावी रूप से कार्य करता है। गर्मियों के मौसम को त्वचा के लिए बेहद खास माना गया है, क्योंकि ये त्वचा को ठंडक प्रदान करती है। गर्मी में हीट, ह्यूमिडिटी के साथ ही सन एक्स्पोज़र के कारण त्वचा में जलन का एहसास होता है, ऐसे में मुल्तानी मिट्टी की कूलिंग प्रॉपर्टीज स्किन को शांत करती हैं, वहीं रेडनेस और इन्फ्लेमेशन को कम कर देती हैं।
मुल्तानी मिट्टी नेचुरल एक्सफोलिएंट की तरह काम करती है। इसका इस्तेमाल डेड स्किन सेल्स को रिमूव करता है और स्किन सरफेस को स्मूद और मुलायम बनाता है। साथ ही साथ यह कांप्लेक्शन में भी सुधार करता है। आमतौर पर गर्मी के मौसम में स्किन जल जाती है, जिसकी वजह से त्वचा डल नजर आती है, ऐसे में मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल सन टैनिंग को रिमूव करने में भी मदद करता है। इसके इस्तेमाल से स्किन सेल्स दोबारा से रीजेनरेट हो जाते हैं, साथ ही साथ त्वचा तरोताजा नजर आती है।
मुल्तानी मिट्टी और रोज वॉटर को एक साथ अच्छी तरह मिलते हुए एक स्मूद पेस्ट तैयार करें।
अब तैयार किए गए इस पेस्ट को त्वचा एवं गर्दन पर अच्छी तरह से अप्लाई करें।
इसे लगभग 20 से 30 मिनट तक लगा हुआ छोड़ दे।
उसके बाद गुनगुने पानी से त्वचा को साफ कर लें, इसके बाद कोई भी वॉटर बेस्ड लाइट मॉइश्चराइजर अप्लाई करें।
मुल्तानी मिट्टी में शहद डालें और इन्हें एक साथ मिलते हुए एक स्मूद पेस्ट तैयार करें।
अब इस पेस्ट को अपनी त्वचा और गर्दन पर सभी और अच्छी तरह अप्लाई करें।
अप्लाई करने के बाद 15 से 20 मिनट तक लगा हुआ छोड़ दें।
उसके बाद जब यह ड्राई होने लगे तो त्वचा को पानी से भिगोएं।
स्किन पर हाथों को सर्कुलर मोशन में घुमाते हुए चेहरे को मसाज दें और इसे सामान्य पानी से क्लीन कर लें।
दो चम्मच मुल्तानी मिट्टी में लगभग आधा चम्मच हल्दी पाउडर डालें और इन्हें एक साथ मिलाते हुए एक स्मूद पेस्ट तैयार करें।
अब इस पेस्ट को अपनी त्वचा और गर्दन पर सभी और अच्छी तरह अप्लाई करें।
फिर इसे लगभग 15 से 20 मिनट तक लगा हुआ छोड़ दें।
आखिर में स्किन को पानी से भिगोएं और सर्कुलर मोशन में हाथों को घुमाते हुए त्वचा को मसाज दें।
फिर सामान्य पानी से त्वचा को क्लीन करें और स्किन पर मॉइश्चराइजर अप्लाई करें।
मुल्तानी मिट्टी और हल्दी के गुण ऑयली स्किन से छुटकारा दिलाने के साथ स्किन इन्फेक्शन आदि जैसी समस्याओं में भी कारगर होते हैं।
कूलिंग प्रॉपर्टी से युक्त मुल्तानी मिट्टी और चंदन पाउडर की बराबर मात्रा में गुलाब जल डालें और एक स्मूद पेस्ट तैयार करें।
अब इस पेस्ट को अपनी त्वचा और गर्दन पर अप्लाई करें और इसे सूखने दें।
जब ये सुख जाए तो त्वचा को अच्छी तरह से गिला करें, और हाथों को सर्कुलर मोशन में घुमाते हुए स्किन को मसाज दें।
आखिर में सामान्य पानी से त्वचा को साफ कर लें। वहीं स्किन पर मॉइश्चराइजर अप्लाई करें।