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बढ़ते प्रदूषण और स्‍मॉग में कैसे रखना है अपने फेफड़ों को स्‍वस्‍थ, हम बता रहे हैं जरूरी टिप्‍स

प्रदूषण से खुद को बचाना है तो अपने खानपान से लेकर एक्सरसाइज तक, सब में बदलाव करने की जरूरत है।
Updated On: 12 Oct 2023, 05:21 pm IST
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Smog se kaise bachna hai
जानिए इस प्रदूषण वाले मौसम में कैसे रखना है अपना ख्याल। चित्र: शटरस्‍टॉक

अगर आप दिल्ली या एनसीआर में रहते हैं, तो सर्दियों में स्मॉग की स्थिति से आप भली-भांति परिचित होंगे। ठंड का मौसम आते ही हम इस प्रदूषित धुंध को अपने चारों ओर देख सकते हैं, और जैसे जैसे ठंड बढ़ती है यह स्‍मॉग बढ़ता ही जाता है। ऐसे में इस प्रदूषण से अपने स्वास्थ्य को सुरक्षित रखना बहुत जरूरी है।

क्या होता है स्‍मॉग?

असल में गर्म हवा हल्की और ठंडी हवा भारी होती है। भारी होने के कारण ये हवा वातावरण में ऊपर नहीं उठ पाती है और सतह के करीब ही रहती है। हवा में मौजूद नमी भी ठंडे तापमान के कारण नन्हीं बूंदें बनाती है, जो कोहरे का रूप ले लेती है।

जब वातावरण में धुआं यानी स्मोक होता है तो वह कोहरे में मिलकर स्‍मॉग बना देता है। इससे आंखों में जलन, खांसी से लेकर अस्थमा जैसी गम्भीर समस्या बढ़ जाती है।

प्रदूषित हवा आपके स्वास्थ्य पर बहुत दुष्प्रभाव डालती है। इससे बचने का असल तरीका तो प्रदूषण को नियंत्रित करना ही है। प्रदूषण कम होना कोई मिनटों का खेल तो है नहीं, इसलिए जरूरी है कि आप तुरंत प्रभाव डालने वाले समाधान पर भी ध्यान दें।

1. नियमित एक्सरसाइज

अमेरिकन लंग हेल्थ एसोसिएशन के अनुसार फेफड़ों के स्वास्थ्य के लिए व्यायाम सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। कोई भी एक्सरसाइज करने पर आपकी सांसें तेज हो जाती हैं। यानी आपके फेफड़े अधिक मेहनत करते हैं। इससे फेफड़ों की ऑक्सीजन सोखने की क्षमता बढ़ती है।

एक्‍सरसाइज सिर्फ आपके शरीर ही नहीं, फेफड़ों को स्‍वस्‍थ बना सकती है। चित्र: शटरस्‍टॉक

हर रोज कम से कम आधे घंटे एक्सरसाइज जरूर करें। लेकिन अगर आप रनिंग या जॉगिंग के शौकीन हैं, तो आपको अपनी फिटनेस रूटीन में कुछ बदलाव लाना होगा। बाहर जाकर एक्सरसाइज करना आपके लिए फायदेमंद से ज्यादा नुकसानदेह हो जाएगा।

प्रदूषित हवा में ऑक्सीजन कम और जहरीली गैस जैसे सल्फर डाइऑक्साइड, नाइट्रिक ऑक्साइड या कार्बन मोनोऑक्साइड और रेडॉन ज्यादा होती हैं। जब आप एक्सरसाइज के दौरान गहरी सांस लेती हैं तो ये जहरीली गैस आपके शरीर मे अधिक मात्रा में पहुंचने लगती हैं तो खतरनाक है।

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प्रदूषण से बचने के लिए आप क्या करते हैं?

बेहतर है कि आप घर के अंदर ही वर्कआउट करें। यह बहुत मुश्किल नहीं होगा। आप एरोबिक्स, जुम्बा, वेट लिफ्टिंग इत्यादि घर पर कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त पार्क या बगीचे जहां पेड़-पौधे अधिक हों, एक्सरसाइज के लिए उत्कृष्ट हैं। यहां आपको ताजी हवा और ऑक्सीजन मिलेगा।

2. खाने में शामिल करें फेफड़ों के लिए फायदेमंद फूड

कुछ ऐसे फूड्स हैं जो आपके फेफड़ो को साफ करके उन्हें स्वस्थ रखने में सहायक हैं। नेशनल हेल्थ लाइब्रेरी, यूएसए के अध्ययन के अनुसार ओमेगा 3 फैटी एसिड्स फेफड़ों के लिए बहुत फायदेमंद हैं। इसके साथ ही फाइबर युक्त भोजन भी फेफड़ो के लिए फायदेमंद होता है। अपने आहार में अखरोट, ग्रीन टी, पालक, टमाटर, ब्लूबेरी, हल्दी और मिर्च शामिल करें, यह आपके फेफड़ो को स्वस्थ बनाती है।

फाइबर युक्त भोजन भी फेफड़ो के लिए फायदेमंद होता है। चित्र: शटरस्‍टॉक

3. नियमित प्राणायाम करें

प्राणायाम सांस का ही व्यायाम होता है। योग में विभिन्न प्रकार के प्राणायाम होते हैं, जो अलग-अलग समस्याओं के लिए कारगर होते हैं। कपालभाति, अनुलोम विलोम, अग्निसार प्राणायाम, भस्त्रिका इत्यादि आप को हर दिन 20 से 30 मिनट करने चाहिए। यह आपके फेफड़ों को मजबूत बनाने, बलगम कम करने और सांस नली की सफाई करने में कारगर होते हैं। फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए प्राणायाम जरूर करें।

इस समय प्राणायाम आपके लिए बेहतर विकल्‍प है। चित्र: शटरस्‍टॉक

इन बातों का ध्‍यान रखना है जरूरी

1. घर से बाहर कम से कम निकलें। घर की हवा बाहर के मुकाबले ज्यादा साफ होती है। घर पर रहना आपको कोविड-19 से भी सुरक्षित रखेगा और प्रदूषण से भी बचाएगा।

2. हमेशा मास्क लगाकर ही निकलें। प्रदूषित हवा में सीमेंट के कण से लेकर आधा जला कार्बन तक होता है, जो सांस के साथ शरीर में जा सकता है। मास्क पहनने से आप इन कणों से बच सकती हैं।

3. धूम्रपान बिल्कुल न करें, यह आपके फेफड़ो के साथ-साथ पूरे शरीर के लिए बहुत खतरनाक है।

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
विदुषी शुक्‍ला
विदुषी शुक्‍ला

पहला प्‍यार प्रकृति और दूसरा मिठास। संबंधों में मिठास हो तो वे और सुंदर होते हैं। डायबिटीज और तनाव दोनों पास नहीं आते।

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