जिन लोगों का इम्यून सिस्टम मजबूत होगा, निश्चित तौर पर उन्हें रोगों का खतरा कम होगा। रोग नहीं होने पर व्यक्ति स्वस्थ होगा और उन्हें किसी भी प्रकार का रोग भी नहीं होगा। इसके कारण व्यक्ति की जीवन प्रत्याशा भी (Longevity) बढ़ेगी। अलग-अलग शोध बताते हैं कि इम्यून सिस्टम मजबूत होने पर आयु भी अधिक हो पाती है। मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली व्यक्ति को लंबे समय तक जीने में मदद करती है। लंबे समय तक जीने के लिए कैसे हम अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत करें ( How to boost immune system for longevity)।
टफ्ट्स मेडिकल सेंटर और बोस्टन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन के शोधकर्ताओं ने मजबूत इम्यून सिस्टम के प्रभाव पर अध्ययन किया। इसके आधार पर उन्होंने यह निष्कर्ष निकाला कि जिन लोगों की अत्यधिक कार्यात्मक प्रतिरक्षा प्रणाली होती है, वे लंबे समय तक जी सकते हैं। यह अध्ययन लांसेट ई बायोमेडिसिन पत्रिका में भी प्रकाशित हुआ था।
जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, शरीर के सभी अंगों में परिवर्तन होते हैं। इसमें प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) भी शामिल है। उम्र बढने पर इम्यूनोसेनेसेंस की प्रक्रिया होती है। यह इम्यून डिसफंक्शन की प्रक्रिया है, जो उम्र से संबंधित होता है। इसके कारण इम्यून सिस्टम संरचना और कार्य में परिवर्तन होता है। इसके कारण ओल्ड एज में शरीर के रोग से लड़ने की क्षमता कम हो सकती है। यह संक्रमण, ऑटोइम्यून बीमारी और यहां तक कि विभिन्न प्रकार के कैंसर होने की संभावना को बढ़ा देता है।
इसके कारण सूजन भी होने लगती है। ब्लड में प्रो-इन्फ्लेमेटरी मार्करों का हाई लेवल हो जाता है। यह ऊतकों में सूजन में वृद्धि करता है। अल्जाइमर रोग जैसी न्यूरोडीजेनेरेटिव प्रक्रियाओं सहित सभी प्रकार की बीमारियों के लिए यह एक मजबूत जोखिम कारक बनता है। अध्ययन के अनुसार, अत्यधिक वृद्धावस्था में भी कुछ लोग मजबूत इम्यून सिस्टम का प्रदर्शन करते हैं।
ओल्ड एज में इम्यून सिस्टम स्ट्रौंग होने के कई कारण हो सकते हैं। जेनेटिक भी इसकी एक वजह हो सकती है। एक्टिव रहने और पोषक तत्वों से भरपूर आहार और सप्लीमेंट लेने से भी इम्यून सिस्टम मजबूत हो सकता है। इम्यून सिस्टम मजबूत होने पर अधिक उम्र में भी सतर्क महसूस किया जा सकता है। थकान कम महसूस किया जा सकता है। नींद बढ़िया आती है और व्यक्ति हर समय बीमार महसूस नहीं कर सकता है। याददाश्त मजबूत होती है और भावनाओं पर नियंत्रण हो सकता है।
मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए खुद को हानिकारक बीमारियों से बचाने के लिए समय पर टीका लेना जरूरी है। यह कुछ रोग पैदा करने वाली बीमारियों को पहचानने और उनसे लड़ने की क्षमता प्रदान करता है। टीकाकरण के माध्यम से प्रतिरक्षा प्रणाली अधिक सुरक्षित है।अनुशंसित टीकाकरणों, विशेष रूप से कोविड (COVID-19) वैक्सीन या बूस्टर के साथ-साथ वार्षिक फ्लू शॉट लेना भी जरूरी है।
स्वस्थ आहार मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली की कुंजी है। भोजन में बहुत सारी सब्जियां, फल, फलियां, साबुत अनाज, लीन प्रोटीन और स्वस्थ वसा (Healthy Fat) शामिल करें। जब आशरीर में इन खाद्य पदार्थों में पाए जाने वाले सूक्ष्म पोषक तत्वों की पर्याप्त मात्रा होती है, तो यह प्रतिरक्षा प्रणाली होमियोस्टेसिस को बनाए रखने में मदद करता है। शरीर के लिए विटामिन बी6, विटामिन सी, विटामिन ई, जिंक, मैग्नीशियम आदि जरूरी है।
शारीरिक गतिविधि मांसपेशियों के निर्माण और तनाव मुक्त करने में मदद करती है। यह स्वस्थ रहने और स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली का समर्थन करने के लिए भी जरूरी है। मध्यम-तीव्रता वाला व्यायाम प्रतिरक्षा कोशिकाओं में ब्लड फ्लो करता है।
पानी शरीर के प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है। यह सेल, टिश्यू, लिम्फ हेल्थ के लिए जरूरी है। यहां तक कि यूरीन और स्टूल के माध्यम से खोये पानी के संतुलन के लिय जरूरी है। यह प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए भी जरूरी है।
प्रतिरक्षा प्रणाली के होमियोस्टेसिस के लिए नींद जरूरी है। प्रतिरक्षा प्रणाली को संक्रमण और बीमारी से लड़ने के लिए हर रात 7-8 घंटे की नींद जरूरी है। साथ ही तनावमुक्त होना भी जरूरी है।
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