खाने का स्वाद बढ़ाने से लेकर सेहत को बनाए रखने तक कसूरी मेथी (Dry fenugreek leaves) कई रूपों में फायदेमंद हो सकती है। मेथी के पत्तों से बनी कसूरी मेथी एक ड्राई हर्ब के रूप में जानी जाती है। इसका ज्यादातर प्रयोग खाने में फ्लेवर ऐड करने और खाने की खुशबू को बढ़ाने के लिए किया जाता है। खासकर हांडी रेसिपीज में इसका इस्तेमाल होता है। इतना ही नहीं नियमित रूप से इसका सेवन कई तरह के स्वास्थ्य जोखिमों को भी दूर करता है। आजकल ये मेरी मम्मी की फेवरिट हर्ब और मसाला है। क्या आप जानती हैं इसके फायदे (Kasuri methi benefits)? चलिए मैं आपको बताती हूं।
कसूरी मेथी बाजार में आराम से उपलब्ध होती है। परंतु घर की बनी फ्रेश कसूरी मेथी का अपना ही स्वाद है। और मेरी मम्मी इसे बहुत चाव से करती हैं। इसे घर पर तैयार करना काफी आसान है। तो चलिए जानते हैं कसूरी मेथी से होने वाले स्वास्थ्य लाभ और इसे बनाने के आसान स्टेप्स। इसके साथ ही जानेंगे किस तरह इसे इस्तेमाल में लाया जा सकता है।
रिसर्च गेट द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार मेथी की पत्तियां आमतौर पर ठंड के मौसम में पाई जाती हैं। परंतु यदि इन्हें सुखाकर स्टोर करके रख लिया जाए, तो इन्हें लंबे समय तक प्रयोग में लाया जा सकता है। रिसर्च में बताया गया कि कसूरी मेथी में पर्याप्त मात्रा में विटामिन, मिनरल्स और डाइटरी फाइबर मौजूद होते हैं।
हालांकि फ्रेश मेथी की पत्तियां विटामिन सी का एक अच्छा स्रोत होती हैं। परंतु धूप में सूखने के बाद मेथी में यह मात्रा बहुत सीमित रह जाती है। वहीं कसूरी मेथी मैं कैल्शियम और आयरन की मात्रा भी पाई जाती है। यह सभी पोषक तत्व शरीर के लिए आवश्यक तत्वों में से एक है। वहीं इसमें कार्ब्स की मात्रा बहुत कम होती है।
कसूरी मेथी में कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती है। ड्राई हर्ब्स ब्लड में बैड कोलेस्ट्रॉल के प्रोडक्शन को कम करते हैं। इसके साथ ही गुड कोलेस्ट्रॉल लेवल को बढ़ाते हैं।
असल में कसुरी मेथी त्वचा के लिए भी काफी ज्यादा फायदेमंद होती है। कई लोग इसका पेस्ट बनाकर चेहरे पर फेस मास्क की तरह प्रयोग करते हैं। वहीं इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट स्किन टॉक्सिंस को कम करती हैं। इसके साथ ही यह स्किन प्रॉब्लम जैसे कि एक्ने, सनबर्न और पिंपल्स से भी निजात पाने में मदद करती हैं। कसूरी मेथी से बना फेस मास्क स्किन डेड सेल्स को रिमूव करता है स्किन हेल्थ को बनाए रखता है।
कढ़ी और आलू जैसी सब्जियों में खासतौर पर कसूरी मेथी को शामिल किया जाता है। इसमें मौजूद फाइबर पाचन क्रिया को संतुलित रखते हैं और पेट से जुड़ी समस्याएं जैसे अपच और कब्ज से राहत पाने में मदद करते हैं। कब्ज की समस्या में कसूरी मेथी को सीधा पानी के साथ ले सकती हैं। इसके साथ ही कसूरी मेथी डायबिटीज और वेट लॉस में भी कारगर होती है।
बाजार से ताजी मेथी की पत्तियां खरीदें। इस बात का ध्यान रखें कि पत्तियां पूरी तरह हरी होनी चाहिए। उसके बात पत्तियों को तने से निकाल लें।
पत्तियों को पानी से अच्छी तरह धोएं ताकि उन पर जमी गंदगी बाहर आ जाए।
अब इन पत्तियों को प्लेट या कॉटन के कपड़े पर फैला कर 2 से 3 दिनों के लिए धूप में सूखने दें।
यदि 2 से 3 दिनों में यह पूरी तरह न सूख पाएं तो इन्हें तब तक सूखने के लिए छोड़ें जब तक कि इनका मॉइस्चर पूरी तरह ख़त्म न हो, और यह क्रिस्पी न हो जाएं।
अब इन पतियों को हल्के हाथ से दबाते हुए छोटे टुकड़ों में तोड़ लें। यदि चाहे तो इसकी पूरी पत्ती का इस्तेमाल भी कर सकती हैं।
इसके बाद एयरटाइट कंटेनर में पैक करके रख लें। इसे 2 से 3 महीनों तक इस्तेमाल में ला सकती हैं।
आमतौर पर कसूरी मेथी का प्रयोग मसाले के तौर पर दाल, सब्जी और कढ़ी में फ्लेवर ऐड करने के लिए किया जाता है।
इसके साथ ही आटे के साथ इसे मिलाकर रोटी और पराठे में फ्लेवर ऐड कर सकती हैं।
वहीं यह आपके स्नैक्स जैसे कि मठरी, निम्की और मिक्सचर के स्वाद को बढ़ाने के लिए भी किया जाता है।
यह खासकर हांडी रेसिपीज को बनाने में इस्तेमाल में लाई जाती है।
इसे भून कर इस्तेमाल में लाया जाए तो इसका स्वाद और ज्यादा बढ़ जाता है। इसकी खुशबू भी काफी अच्छी हो जाती है।
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