शरीर के अन्य अंगों के समान योनि के स्वास्थ्य का ख्याल रखना भी बहुत ज़रूरी है। दरअसल, वेजाइना में होने वाली दर्द और जलन महिलाओं के लिए परेशानी का कारण बन जाती है। जो सेक्सुअल लाइफ को भी डिस्टर्ब कर देती है। इससे पेनिट्रेटिव सेक्स में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कई बार योनि का रूखापन और हर वक्त होने वाला डिस्चार्ज भी इस समस्या को बढ़ा देता है। दरअसल, योनि में गीलापन रहने से बैक्टीरिया तेज़ी से बढ़ने लगते हैं। चलिए जानते हैं योनि में होने वाले दर्द (Vaginal pain) के 5 कारण और उससे बचने का तरीका भी।
सेक्स के दौरान बहुत सी महिलाओं को दर्द का अनुभव होता है। दरअसल, वेजाइना का रूखापन भी इसका एक कारण साबित होता है। इसके अलावा एंडोमेट्रियोसिस भी वेजाइनल पेन की वजह बन जाता है। इसमें एंडोमेट्रियम यूटर्स के बाहर बढ़ने लगता है। जो पेनिट्रेटिव सेक्स से दर्द की वजह बन जाता है।
योनि के नज़दीक नज़र आने वाले बंपस वॉल्वा सिस्ट हो सकती हैं। जो वेजाइना के पास बन जाती हैं। इन्हें बार्थोलिन सिस्ट भी कहा जाता है। सेक्स के समय ये सिस्ट दर्द का कारण बनती है। अगर सिस्ट बढ़ रही हैं, तो डॉक्टरी उपचार ज़रूरी है। इससे उठने बैठने में भी तकलीफ होने लगती हैं। दरअलस, योनि के नज़दीक कई ग्लैंण्ड होते हैं। इसमें तेल ग्रंथियां, बार्थोलिन ग्रंथियां और स्केन ग्रंथियां शामिल हैं। इन ग्लैंण्डस के बंद हो जाने से एक सिस्ट बन जाती है। ये सिस्ट एक गांठ के समान महसूस होती हैं।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक योनि में होने वाली सूजन भी पेट के निचले हिस्से में दर्द व जलन का कारण बन जाती है। दरअसल, हाइजीन का ख्याल न रख पाने और पार्टनर से सेक्स के दौरान होने वाला बैक्टीरियल इन्फेक्शन इस समस्या का कारण बन जाता है। दरअसल, वेजाइना में हेल्दी बैक्टीरिया और यीस्ट सेल मौजूद होते हैं। मगर शारीरिक असंतुलन के कारण उनकी तादाद बढ़ जाती है। जो स्वैलिंग, इरीटेशन और इचिंग का कारण बनती हैं।
सर्वाइकल कैंसर भी योनि में दर्द का कारण बन जाता है। हांलाकि शुरूआत में महिलाओं को दर्द की कोई शिकायत नहीं होती है। मगर योनि से होने वाला असामान्य डिस्चार्ज, जलन दुर्गंध और पैरों में सूजन इस समस्या के शुरूआती संकेत हैं। ब्रेस्ट कैंसर के बाद ये समस्या महिलाओं में तेज़ी से फैल रही है। इस समस्या से ग्रस्त महिलाओं को यूरिनेशन के दौरान भी दर्द महसूस होती है। हयूम्न पेपिलोमावायरस यानि एचपीवी वायरस के कारण ये समस्या सेक्स के दौरान पार्टनर तक पहुंचती है।
गोनोरिया एक सेक्सुअली ट्रांसमिटिड डिज़ीज़ है। जो वेजाइना में तेज़ी से फैलने लगता है। सेक्स के दौरान फैलने वाले इस संक्रमण से आप इसकी चपेट में आ सकते है। संक्रमण धीरे धीरे फैलता है। जो योनि में दर्द, जलन व खुजली का कारण बनने लगता है। अगर गर्भवती स्त्री इस रोग से ग्रस्त होती है। तो इसका असर शिशु पर होने का भी खतरा रहता है।
कई बार स्वैटिंग और बैक्टीरियल इंफैक्शन योनि में होने वाले दर्द का कारण बन जाते हैं। ऐसे में अंडरगार्मेटस को दिनभर में 2 से 3 बार अवश्य बदलें। ताकि आपकी योनि के आसपास गीलापन न रहे।
योनि को क्लीन करने के लिए रेगुलर सोप का प्रयोग करने से बचें। उसके लिए इंटिमेट लिक्विड का इस्तेमाल करें। इससे योनि में खराश, दुर्गंध और जलन से राहत मिलने लगती है। साथ ही संकमण से मुक्ति मिल जाती हैं।
सेक्स के दौरान यौन संचारित रोगों के फैलने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में कण्डोम का इस्तेमाल ज़रूर करें। इससे वेजाइनल हेल्थ को नुकसान नहीं पहुंचता है।
वेजाइना पर तरह तरह के प्रोडक्टस का इस्तेमाल करने से बचें। दरअसल, योनि के आसपास की स्किन बेहद सेंसिटिव होती है। ऐसे में वेजाइना के पीएच को मेंटेंन रखने के लिए कैमिकल युक्त प्रोडक्टस से बचें।
सेक्स के दौरान अगर आप सेक्स टॉयज का प्रयोग कर रहे हैं, तो उन्हें अवश्य क्लीन कर लें। इससे आपकी सेहत उचित बनी रहेगी। इसके अलावा संक्रमण का खतरा कम हो जाता है। जो वेजादना में पेन का कारण साबित होता है।
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