अनियमित खाने के पैटर्न, शारीरिक गतिविधियों और एक्सरसाइज की कमी, नशे की आदतों, तनाव और खाने की खराब आदतों के कारण पाचन तंत्र पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इसके कारण एसिडिटी या अम्लता की समस्या हो जाती है। मसालेदार, तैलीय भोजन और गलत तरीके से पकाए गये मांसाहार से एसिडिटी होने का खतरा सबसे अधिक होता है। एसिडिटी एक मेडिकल कंडीशन है, जो एसिड के अधिक प्रोडक्शन के कारण होती है। यह एसिड पेट की ग्रंथियों द्वारा निर्मित होता है। एसिडिटी के कारण पेट में अल्सर (acidity causes stomach Ulcer), गैस्ट्रिक सूजन (acidity causes Gastric Inflammation), और अपच (acidity causes Indigestion) जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। एसिडिटी को कैसे कम किया जाये(how to reduce acidity), इसके लिए एक्टिविस्ट के फाउंडर और डायरेक्टर डॉ. अमित देशपांडे से बात हुई।
अम्लता (Acidity) या अम्लरक्तता (Acidosis) शरीर में पीएच असंतुलन (PH Imbalance) की ओर ले जाती है। यह आमतौर पर तब होता है जब गुर्दे और फेफड़े शरीर में अतिरिक्त एसिड को हटाने में असमर्थ होते हैं। इसके कारण एसिडिटी हो जाती है।
डॉ. अमित बताते हैं, ‘एसिडिटी से बचाव के लिए या उनके लक्षणों को कम करने के लिए सबसे जरूरी है लाइफस्टाइल में बदलाव।
जीवनशैली में बदलाव के लिए सबसे जरूरी है स्वस्थ वजन बनाए ((Healthy Weight) रखना। अधिक वजन एसिड रिफ्लक्स और इरिटेबल बोवेल सिंड्रोम में योगदान कर सकते हैं। नियमित व्यायाम और संतुलित आहार वेट मैनेजमेंट (Weight Control) हासिल करने और बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।
कुछ खाद्य पदार्थ और पेय पदार्थ अम्लता के लक्षणों को बढ़ा देते हैं। सामान्य ट्रिगर्स में मसालेदार, वसायुक्त और तले हुए खाद्य पदार्थ, खट्टे फल, टमाटर, चॉकलेट, कॉफी और कार्बोनेटेड पेय शामिल हैं। एसिडिटी से बचाव के लिए ट्रिगर खाद्य पदार्थों की पहचान करनी होगी। फिर उनसे बचाव भी करना होगा।
फ़ूड पोर्शन हमेशा छोटा रखें। भोजन के छोटे हिस्से का सेवन एसिड रिफ्लक्स ((tips to get rid of Acid Reflux) की संभावना को कम कर देता है। खाना खाने के तुरंत बाद लेटने से बचें। लेटने या बिस्तर पर जाने से पहले कम से कम दो- तीन घंटे प्रतीक्षा करें। खुद को एक्टिव रखें।
तनाव और चिंता (anxiety) से एसिडिटी के लक्षण बिगड़ सकते हैं। तनाव को प्रबंधित करने के लिए स्वस्थ तरीके खोजें। नियमित व्यायाम, ध्यान या उन एक्टिविटीज में शामिल होना जरूरी है, जो आपको पसंद हैं।
धूम्रपान निचले एसोफेजियल स्फिंक्टर को कमजोर कर सकता है। इससे एसिड रिफ्लक्स हो सकता है। यदि आप धूम्रपान करती हैं, तो छोड़ने की अत्यधिक अनुशंसा की जाती है।
आहार समायोजन के लिए सबसे जरूरी है फाइबर का सेवन (Fibre) । फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ जैसे फल, सब्जियां और साबुत अनाज का सेवन पाचन को नियंत्रित करने और एसिडिटी के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है।
कुछ खाद्य पदार्थ जैसे केला, खरबूजे, दलिया और बादाम में क्षारीय गुण होते हैं और पेट के एसिड को बेअसर करने में मदद कर सकते हैं। हाइड्रेटेड रहें (Hydration for Acidity) । पूरे दिन पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से पेट के एसिड को पतला करने और अत्यधिक एसिडिटी को रोकने में मदद मिल सकती है।
एंटासिड्स (Antacids) : ये दवाएं पेट के एसिड को बेअसर करके अस्थायी राहत प्रदान कर सकती हैं। ये मेडिसिन शॉप काउंटर पर उपलब्ध होते हैं।
पैकेजिंग पर दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए जरूरत के अनुसार इसे लिया जा सकता है। बेहतर परिणाम के लिए डिटॉक्स ईवीटी और डिटॉक्स टैबलेट भी लिया जा सकता है।
H2 ब्लॉकर्स (H2 blockers) : हिस्टामाइन-2 (Histamine-2) रिसेप्टर ब्लॉकर्स पेट के एसिड के उत्पादन को कम कर सकते हैं। ये लंबे समय तक राहत प्रदान कर सकते हैं। ये दवाएं काउंटर पर और प्रेसक्रिप्शन के साथ दोनों रूपों में उपलब्ध रहती हैं।
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