हीट स्ट्रोक एक गंभीर चिकित्सा स्थिति है जो तब होती है जब अत्यधिक गर्मी या उच्च तापमान में ज़ोरदार शारीरिक गतिविधि के लंबे समय तक संपर्क के कारण शरीर का तापमान खतरनाक रूप से बढ़ जाता है। यह एक चिकित्सा स्थिति है और खतरनाक जटिलताओं को रोकने के लिए तत्काल ध्यान देने और उपचार की आवश्यकता होती है। यहां हम उन उपायों के बारे में बता रहे हैं जो लू लगने (how to overcome heat stroke) पर तत्काल किए जा सकते हैं।
हीट स्ट्रोक के लक्षणों को समझना और इसके उपचार के बारे में जानना स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण होता है।
1 वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के अनुसार हीट स्ट्रोक के प्राथमिक लक्षणों में से एक शरीर का तापमान काफी बढ़ जाना है, जो अक्सर 104°F (40°C) से अधिक हो जाता है।
2 हीट स्ट्रोक से भ्रम, चक्कर आना,डिजिनेस, चिड़चिड़ापन और यहां तक कि दौरे भी पड़ सकते हैं।
3 हीट स्ट्रोक की वजह से दिल की धड़कन का बढ़ जाना या सांंस का तेज हो जाने जैसी चीजें भी हो सकती है।
4 हीट एक्सहस्शन के कारण जहां त्वचा आमतौर पर पसीने से तर होती है, वहीं हीट स्ट्रोक की वजह से शरीर के तापमान को नियंत्रित न कर पाने के कारण त्वचा गर्म, लाल और शुष्क बन सकती है।
5 इससे जी मिचलना, मन का खराब होना, उल्टी और दस्त जैसे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण हो सकते हैं।
6 व्यक्तियों को सिरदर्द में तेज दर्द का अनुभव हो सकता है और चक्कर भी महसूस हो सकता है।
7 हीट स्ट्रोक के कारण मांसपेशियों में ऐंठन, कमजोरी और थकान हो सकती है।
हीट स्ट्रोक के बाद होने वाली समस्या से निपटने के लिए कुछ उपाय जानने के लिए हमने बात की डायटीशियन और वेट लॉस एक्सपर्ट शिखा कुमारी से। शिखा कुमारी बताती है कि हीट स्ट्रोक एक गंभीर चिकित्सा आपात स्थिति है जिस पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है। यदि आपको संदेह है कि किसी को हीट स्ट्रोक हो रहा है, तो इन चरणों का पालन करें
शिखा कुमारी बताती है कि यदि संभव हो तो प्रभावित व्यक्ति को छायादार या वातानुकूलित स्थान पर ले जाएं। उन्हें गर्मी से किसी ठंडे वातावरण में लाना महत्वपूर्ण है। ताकि उनके शरीर के तापमान को बढ़ने से रोका जा सके।
सबसे पहले डॉक्टर को बुला लें साथ आप व्यक्ति के शरीर को ठंडा करना शुरू कर सकते हैं। शरीर के तापमान को कम करने के लिए आप कुछ उपाय कर सकते है।
व्यक्ति ने जितने भी कपड़े पहने है उन सभी कपड़ो को उतार हें ताकि शरार के तापमान को कम किया जाए। कपड़े उतारने के बाद शरीर पर ठंडी हवा लगने दें।
व्यक्ति की त्वचा को ठंडे पानी से गीला करें या उनके शरीर को ठंडा करने के लिए गीले तौलिये या चादर का उपयोग करें। आप उन्हें पर ठंडे पानी की बूंदों से स्प्रे भी कर सकते है।
यदि आपके पास सुविधा हो तो आप व्यक्ति को पंखे या एयर कंडीशनिंग वाली जगह पर ले जा सकते है, इससे शरीर के तापमान को जल्दी से नियंत्रण करने में मदद मिलेगी।
व्यक्ति की गर्दन, बगल और कमर के क्षेत्र में आइस पैक या कोल्ड कंप्रेस लगाएं। ये ऐसे क्षेत्र हैं जहां बड़ी रक्त वाहिकाएं सतह के करीब होती हैं, और उन्हें ठंडा करने से शरीर के तापमान को कम करने में मदद मिल सकती है।
यदि व्यक्ति होश में है तो उसे हाइड्रेट करना न भूलें। व्यक्ति को हाइड्रेट करने के लिए पानी या स्पोर्ट्स ड्रिंक दें। मादक पदार्थ या कैफीनयुक्त पदार्थों से बचें क्योंकि ये शरीर को डिहाइड्रेट कर सकते है।