स्तन कैंसर या ब्रेस्ट कैंसर ब्रेस्ट सेल में शुरू होता है। यह आम तौर पर नलिका या डक्ट (निप्पल तक दूध ले जाने वाले Ducts) या लोब्यूल्स (दूध पैदा करने वाले ग्लैंड) में बनता है। स्तन कैंसर पुरुषों और महिलाओं दोनों में हो सकता है। यह महिलाओं में आम है। स्तन कैंसर से पूरी तरह बचना संभव नहीं है। कुछ जीवनशैली विकल्प (Lifestyle Alternatives) जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं। स्वस्थ वजन बनाए रखना, नियमित शारीरिक गतिविधि करना, शराब का सेवन सीमित करना, स्मोकिंग नहीं करना और स्तनपान कराने से स्तन कैंसर होने की संभावना कम हो सकती है। नियमित मैमोग्राम और क्लिनिकल ब्रेस्ट टेस्ट के माध्यम से भी इसका जल्दी पता लगाया और सफल उपचार कराया जा सकता है। इसकी जांच खुद भी की जा सकती है। ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस मन्थ पर जानें यह कैसे किया (How to do self breast examination) जा सकता है।
स्तन कैंसर जागरूकता माह या ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस मन्थ (Breast cancer awareness month) हर साल अक्टूबर में विश्व स्तर पर मनाया जाता है। इसका उद्देश्य स्तन कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाना, जल्दी पता लगाने को बढ़ावा देना, बीमारी से प्रभावित लोगों की मदद करना, रिसर्च, रोकथाम और उपचार के लिए धन जुटाना है। इस महीने के दौरान स्तन स्वास्थ्य, स्व-परीक्षण और स्क्रीनिंग विधियों के बारे में विभिन्न अभियान कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को जानकारी दी जाती है।
प्राइमस सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में सीनियर कन्सल्टेंट (गायनेकोलोजी और ओब्स्टेट्रिक्स) डॉ. रश्मि बालियान बताती हैं, ‘ब्रेस्ट सेल्फ टेस्ट या स्तन स्व-परीक्षण महिला घर पर भी कर सकती है। वह स्तन के ऊतकों में परिवर्तन या समस्याओं को देखने के लिए आजमा सकती है। महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए यह प्रक्रिया जरूरी है।
प्राइमस सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में सीनियर कन्सल्टेंट (गायनेकोलोजी और ओब्स्टेट्रिक्स) डॉ. रश्मि बालियान बताती हैं, ‘हर महीने में इसे एक बार करना जरूरी है। मासिक स्तन स्व-परीक्षण करने का सबसे अच्छा समय पीरियड के 1 सप्ताह बाद करना चाहिए। पीरियड के समय ब्रेस्ट का कोमल या लम्प होना सामान्य बात है। यदि कोई महिला मेंनोपॉज से गुजर रही है, तो हर महीने एक ही दिन अपनी जांच करें।
ब्रेस्ट कैंसर से बचने का सबसे पहला पड़ाव है उसके बारे में जानकारी होना। डॉ रश्मि बालियान महिलाओं को हर महीने सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन की सलाह देती हैं। ताकि अगर स्तन में किसी तरह का बदलाव हो रहा है, तो उसे समय रहते पहचाना जा सके। मगर ज्यादातर महिलाएं यह नहीं जानती कि स्तनों का स्वयं परीक्षण (Self breast examination) कैसे किया जाए। इसमें आपकी मदद करने के लिए डॉ रश्मि एग्जामिनेशन की एबीसी (check ABC for breast cancer) समझा रहीं हैं। यहां ए बगलों (Armpit), बी –बूब्स (Boobs) के लिए और सी कालर बोन (Collar Bones) के लिए है। इन तीनों की सेल्फ टेस्ट जरूरी है।
1 स्तन को 4 बराबर भाग में बांट लें। हर भाग को अपने हाथों से स्क़वीज कर चेक करें। इस तरह किसी भी परिवर्तन या लम्प को नोटिस कर(How to do self breast examination) सकती हैं।
2 बूब स्किन के टेक्सचर की भी जांच करें। यदि कलर में फर्क नजर आ रहा है, तो वह भी नोटिस करें।
3 इनके अलावा, पीठ के बल लेटकर भी चेक कर सकती हैं। यदि आप लेटी हुइ हैं, तो सभी ब्रेस्ट टिश्यू की जांच आसानी से हो जाएगी। दाहिना हाथ सिर के पीछे रखें। बाएं हाथ की बीच की उंगलियों से पूरे दाहिने स्तन की दबा कर जांच करें। धीरे से लेकिन मजबूती से दबाएं।
4 इसके बाद बैठें या खड़े हो जाएं। आर्मपिट को भी दबाकर देखें।
5 धीरे से निपल को दबाएं। कहीं किसी प्रकार का डिस्चार्ज तो नहीं हो रहा। इस प्रक्रिया (How to do self breast examination) को दूसरे स्तन पर भी दोहराएं।
6 स्तनों को सीधे मिरर में देखें। त्वचा की बनावट में बदलावों, गड्ढे, सिकुड़न, इंडेंटेशन जांचें। प्रत्येक स्तन के आकार और रूपरेखा पर भी ध्यान दें। यह जरूर देखें कि क्या निपल अंदर की ओर मुड़ता है।
7 भुजाओं को सिर के तरफ उठाकर भी जांच करें। यदि किसी भी तरह की समस्या मलती है, तो तुरंत हेल्थकेयर प्रोवाइडर से मिलें।
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