बहुत से लोग ऐसे हैं, जिन्हें खाना खाने के बाद पेट में ब्लोटिंग की समस्या हो जाती है। इस स्थिति में बेचैनी महसूस होता है और नियमित गतिविधियों को करने में भी परेशानी आती है। ब्लोटिंग एक आम समस्या है, परंतु बार-बार या खाने के बाद आपके पेट में गैस भर रहा है, तो इस पर ध्यान देना जरूरी है। अन्यथा बाद में यह आपके लिए बड़ी परेशानी का कारण बन सकता है। सबसे पहले खाने के बाद ब्लोटिंग की समस्या के कारण को समझने का प्रयास करें, कारण पता होने के बाद किसी भी समस्या पर नियंत्रण पाना अधिक आसान हो जाता है।
हेल्थ शॉट्स ने इस बारे में मणिपाल हॉस्पिटल, व्हाइटफील्ड बेंगलुरू के कंसल्टेंट मेडिकल गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी (Gastroenterology) डॉक्टर बालाजी लक्ष्मी नारायण शेट्टी से बात की। डॉक्टर ने खाना खाने के बाद ब्लोटिंग होने के कारण बताएं हैं, साथ ही उन्होंने बताया कि इसे किस तरह से अवॉइड करना है (tips to avoid post meal bloating)।
कुछ स्वास्थ्य स्थितियां ऐसी हैं, जिसमें आपको अधिक गैस उत्पन्न करने या आपके पाचन तंत्र में गैस की उपस्थिति के प्रति संवेदनशीलता को बढ़ाने का कारण बनती है। इसमें सीलिएक रोग, एसिड रिफ्लक्स (जो आपके अन्नप्रणाली को परेशान करता है), आईबीएस (जो आपके आंत में नसों को प्रभावित करता है), और बवासीर शामिल हैं।
कार्बोहाइड्रेट एक महत्वपूर्ण ऊर्जा स्रोत है, लेकिन बहुत अधिक खाने से आपके शरीर में वॉटर रिटेंशन की समस्या हो सकती है, जिससे संभावित रूप से आपका पेट अत्यधिक भरा हुआ महसूस हो सकता है।
आपके पेट की क्षमता से अधिक खाना खाने से आपको ब्लोटिंग की समस्या हो सकती है। क्या आप जानती हैं कि आपका पेट फैल सकता है, खाली होने पर यह आपकी मुट्ठी के आकार के बराबर होता है।
जब आपकी पाचन प्रक्रिया सही रूप से कार्य नहीं कर पाती है, तो कब्ज की समस्या होती है। ऐसे में खाने या पीने से पेट में सूजन पैदा हो सकता है।
बहुत जल्दी-जल्दी खाने से हवा निगलने का खतरा हो सकता है। जब पेट में ज्यादा हवा या गैस भर जाता है, तो ब्लोटिंग की समस्या हो सकती है। जिसकी वजह से पेट में सूजन आता है और कई बार दर्द का अनुभव भी होता है।
जब वजन बढ़ रहा होता है, तो एक्स्ट्रा फैट सबसे पहले पेट के आसपास के हिस्से पर जमा होता है। इसलिए पेट में खिंचाव के लिए कम जगह होती है और ब्लोटिंग की समस्या हो सकती है।
फाइबर एक प्रकार का कार्बोहाइड्रेट है, जो प्लांट बेस्ड फूड्स में पाया जाता है। हालांकि, शरीर इसे पचा नहीं पता, परंतु अन्य शारीरिक फंक्शंस में इसका एक महत्वपूर्ण रोल होता है। जैसे कि ब्लड शुगर लेवल और सूगर कंजप्शन को रेगुलेट करना। आज तक आपने पाचन स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए फाइबर का सेवन करने के बारे में सुना होगा, परंतु कुछ लोगों में हाई फाइबर फूड्स अधिक मात्रा में गैस प्रोड्यूस करते हैं, जिसकी वजह से ब्लोटिंग की समस्या हो सकती है। इन हाई फाइबर फूड्स में शामिल है बींस, सेब और संतरा जैसे फल, ओट्स, ब्रोकली, स्प्राउट्स आदि।
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कस्टमाइज़ करेंअधिक तेजी से खाना खाने या पानी पीने से व्यक्ति अधिक मात्रा में हवा को निगलता है, जिसकी वजह से हवा पेट में जमा हो जाती है और गैस ब्लोटिंग जैसी समस्या परेशानी का कारण बनती हैं। इन परेशानियों से बचने के लिए खाना खाते वक्त उन्हें पूरी तरह से चबाएं और धीरे-धीरे निगले, साथ ही किसी भी ड्रिंक को शांति से बैठकर छोटा छोटा घूंट लेकर पिएं।
अदरक पाचन संबंधी समस्याओं को ट्रीट करने का एक बहुत पुराना नुस्खा है। वहीं अदरक से पेट में बने अत्यधिक गैस को कम करने में मदद मिलती है। इससे डाइजेस्टिव ट्रैक्ट स्वस्थ रहता है और ब्लोटिंग की समस्या नहीं होती।
खाना खाने के तुरंत बाद स्थिर बैठने और बेड पर लेट जाने से पेट में ब्लोटिंग गैस जैसी समस्या हो सकती है। खाने के तुरंत बाद स्थाई न बैठे, हल्की एक्सरसाइज जैसे कि थोड़ी देर वॉक कर लेने से खाद्य पदार्थों को पचाने में आसानी होती है। वाहीं पाचन क्रिया भी प्रभावी रूप से कार्य कर पाती है, जिससे ब्लोटिंग गैस आदि जैसी समस्याएं नहीं होती।
प्रोबायोटिक्स एक प्रकार के माइक्रोऑर्गेनिज्म हैं, जो आपके पाचन प्रक्रिया को स्वस्थ रहने में मदद करते हैं। इन्हे हेल्दी गट बैक्टीरिया के रूप में भी जाना जाता है। इसके सेवन से आंत में हुए सूजन से राहत मिलती है, साथ ही साथ खाने के बाद पेट में होने वाले ब्लोटिंग और गैस जैसी समस्याएं भी आपको परेशान नहीं करती।
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