नवरात्रि में नौ दिनों तक शरीर और मन को डिटॉक्स करने की कोशिश (navratri fast) की जाती है। इस दौरान ऐसे खाद्य पदार्थ लिए जाते हैं, जो डिटॉक्स करने में शरीर की मदद करते हैं। नवरात्रि दो बार मनाई जाती है – एक बार वसंत के दौरान और एक बार शरद ऋतु के दौरान। ये दो प्रमुख मौसमी बदलाव हैं, जब हमारा शरीर बीमारियों के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाता है। हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रभावित हो सकती है। इससे शरीर का तापमान भी घट या बढ़ सकता है। इसे संतुलित करने के लिए के लिए हेल्दी आहार (body temperature during fasting) महत्वपूर्ण है।
खाने से शरीर के तापमान में थोड़ी वृद्धि होती है। भोजन को पचाने के लिए हमारी मेटाबोलिक रेट बढ़ जाती है। जैसे-जैसे शरीर के अंदर पाचन प्रक्रिया की रासायनिक प्रतिक्रिया होती हैं, तापमान भी बढ़ता है। कई फ़ूड को पचाने में बहुत अधिक समय लगता है। नवरात्रि के दौरान तामसिक खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं किया जाता है।
तामसिक यानी गरिष्ठ भोजन लंबे समय में शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं। बॉडी टेम्पेरेचर को मेंटेन करने के लिए नवरात्रि के दौरान सात्विक भोजन की सलाह दी जाती है। इससे शरीर का तापमान नियंत्रित रहता है।
नवरात्रि आहार का हिस्सा होते हैं – एक प्रकार का अनाज कुट्टू का आटा, सिंघाड़ा का आटा, चौलाई या राजगीरा का आटा और बाजरा या साम का आटा। क्या आप जानती हैं कि ये सभी ग्लूटेन-मुक्त होते हैं। दुनिया भर में गेहूं के आटे के स्वास्थ्यवर्धक विकल्प के रूप में इसे बताया जाता है। पोषक तत्वों से भरपूर ये आटा ब्लड शुगर के साथ-साथ बॉडी टेम्प्रेचर को भी मैनेज करते हैं।
सेंधा नमक का सबसे अधिक नवरात्रि के दौरान उपयोग किया जाता है। यह बॉडी टेम्प्रेचर और ब्लड प्रेशर को मैनेज करने में मदद करता है। यह सामान्य नमक की तुलना में मिनरल्स को बेहतर ढंग से अवशोषित करने में मदद करता है। वास्तव में वे सभी खाद्य पदार्थ जो शरीर को भारी महसूस कराते हैं, ब्लोटिंग और एसिडिटी उत्पन्न करते हैं, तामसिक भोजन की सूची में हैं। प्याज, लहसुन, दालें, बीन्स के अलावा, गरम मसाला, शराब, मांस, पोल्ट्री, कॉफीआदि का उपयोग न के बराबर किया जाता है।
पोषक तत्वों से भरपूर नारियल पानी शरीर के इलेक्ट्रोलाइट को बैलेंस करता है। यह शरीर के तापमान को नियंत्रित कर व्यक्ति को एनर्जेटिक बनाये रखता है। यह हार्ट हेल्थ को लाभ पहुंचाकर ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करता है। किडनी हेल्थ को बेहतर बनाने में यह मदद करता है। यदि फ़ास्ट के दिनों में एक्सरसाइज करती हैं, तो यह तरोताजा और हाइड्रेटेड रखता है।
बादाम, पंपकिन और सनफ्लावर सीड्स, अखरोट, मूंगफली, मखाना जैसे नट्स और सीड्स उपवास के दौरान स्नैक्स के रूप में लिए जाते हैं। ये ठोस वसा, प्रोटीन और फाइबर देते हैं। ये तापमान संतुलित करने में मदद कर आपको लंबे समय तक संतुष्ट बनाये रखते हैं।
नवरात्रि उपवास के दौरान दूध, दही और पनीर जैसे डेयरी आइटम सबसे अधिक लिए जाते हैं। ये कैल्शियम, प्रोटीन और अन्य जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। डेयरी आइटम लेने के बाद पेट भरा हुआ महसूस होता है। मेटाबोलिक रेट एक्टीव होता है, ताकि शरीर का तापमान नियंत्रित रह सके।
ऊपर बताये गए खाद्य पदार्थों के अलावा, जीरा, काली मिर्च,हरी इलायची, अदरक, हरी मिर्च, नींबू, पुदीना की पत्तियां, करी पत्ते, स्वीट पोटैटो, कद्दू, कच्चा केला, लौकी, खीरा, साबूदाना, मौसमी फल, शहद, गुड़, मूंगफली का तेल लिया जाता है। ये सभी खाद्य पदार्थ शरीर के तापमान को नियंत्रित (body temperature during fasting) रखने में मदद कर सकते हैं।
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