पसीने हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। कई लोगों को ज्यादा पसीना आता है तो कई लोगों को कम पसीना आता है, कुछ लोगों को सिर्फ कुछ ही जगह पसीने आते है तो कई लोगों के पसीने से बदबू आती है तो कई लोगों के साथ ऐसी समस्या नहीं होती है। लेकिन अंडर आर्म्स में आने वाले पसीने कई बार कुछ लोगों के लिए लो कॉन्फिडेंस का कारण बनते है। पसीने के साथ ही अगर इसमें से गंदी बदबू आए तो ये और ज्यादा शर्मिंदगी की वजह बनती है।
पसीने की ग्रंथि के दो मुख्य प्रकार होते हैं
1 एक्राइन
2 एपोक्राइन
1 एक्राइन- ये आपके शरीर के अधिकांश हिस्से को ढक लेती हैं और सीधे त्वचा की सतह पर खुलती हैं।
2 एपोक्राइन- ये उन क्षेत्रों में होती हैं जिनमें बहुत सारे फौलिक्लस होते हैं, जैसे कमर और अंडरआर्म पर। एपोक्राइन ग्रंथियां त्वचा की सतह तक खुलने के बजाय, बालों के कूप में खाली हो जाती हैं और फिर सतह खुलती हैं।
जब शरीर गर्म होता है, तो एक्राइन ग्रंथियां पसीना छोड़ती हैं जो आपके शरीर को ठंडा करता है। यह आमतौर पर गंधहीन होता है जब तक यह आपकी त्वचा पर बैक्टीरिया के संपर्क में नहीं आता है। आपके द्वारा खाए गए कुछ खाद्य पदार्थ और पेय, साथ ही कुछ प्रकार की दवाएँ भी पसीने में गंध का कारण बन सकती हैं।
एपोक्राइन ग्रंथियां मुख्य रूप से तनाव में काम करती हैं, एक गंधहीन पसीना छोड़ती है। यह पसीना त्वचा पर बैक्टीरिया के संपर्क में आने पर गंध पैदा करना शुरू कर देता है। ये ग्रंथियां प्यूबर्टी तक काम करना शुरू नहीं करती हैं।
डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ अंकुर सरीन अपने इंस्टाग्राम की पोस्ट में बताते है कि पसीने से बदबू आने की वजह आपके द्वारा खाए जाने वाले मसाले भी आपके पसीने में बदबू का कारण बनते है।
डॉ अंकुर के अनुसार जिन लोगों को लीवर और किडनी की समस्या से ग्रसित लोगों के पसीने से भी बदबू आ सकती है।
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कस्टमाइज़ करेंडॉ अंकुर बताते है कि आपको पसीने में बदबू से बचने के लिए सबसे जरूरी है कि हाइजीन को मेंटेन करके रखें। रोज नहाएं और अपने अंडर आर्म्स को शेव भी करके रखें। अगर आप रोज नहीं नहाएंगे तो आपके शरीर पर खराब बैक्टीरिया पैदा होंगे जो पसीने को गंदे तरीके से ब्रेक करेंगे जिससे आपके पसीने से बदबू आ सकती है।
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डॉ अंकुर ने बताया है कि इसमें एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं जो शरीर में पसीने में बदबू का कारण बन रहे बैक्टीरिया को खत्म करते है। आप इसे नहाने के पानी में घोल कर नहा सकते हैं या इस घोल में एक कपड़े को भिगो कर उससे अपने अंडर आर्म्स को साफ कर सकते हैं।
आजकल मार्केट में कई तरह के स्वेट ब्लॉकर्स मौजूद हैं, जो आपके स्वेट ग्लैंड को ब्लॉक कर देती हैं। इससे उस जगह से पसीना कम निकल पाता है। इसका इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले अपने हाथों को धो लें। रात में हफ्ते में तीन बार प्रभावित जगह पर लगाएं और सुबह धो लें।
यह उत्पाद कुछ लोगों में जलन पैदा कर सकता है। यदि आपको ऐसा महसूस होता है, तो इसे धो लें और अपने त्वचा विशेषज्ञ से मिलें।
आगर आप कोई भी परफ्यूम का इस्तेमाल करते है, तो इसे सीधे अपनी त्वचा पर लगाने की बजाय अपने कपड़ों पर लगाएं इससे आपको स्किन एलर्जी के कम चांस रहेंगे। सीधे स्किन पर सेंट लगाने से हमारी स्किन का पीएच भी प्रभावित होता है और बैक्टीरिया भी असंतुलित होते है। जिससे पसीने की बदबू बढ़ सकती है।
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