दिन प्रतिदिन डायबिटीज के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। वहीं आजकल बेहद कम उम्र में युथ भी इसका शिकार हो रहे हैं। डायबिटीज में बढ़ता ब्लड शुगर लेवल, तमाम अन्य शारीरिक समस्याओं का भी कारण बन सकता है। वहीं आपको यह जानकर हैरानी हो सकती है, कि डायबिटीज का प्रभाव आपकी सेक्स लाइफ पर भी पड़ता है। जी हां! महिला हों या पुरुष यह दोनों की रिप्रोडक्टिव और सेक्सुअल एक्टिविटीज को डिस्टर्ब कर देता है। आज हम बात करेंगे डायबिटीज से ग्रसित महिलाओं के बारे में। डायबेटिक महिलाओं को किसी भी प्रकार की यौन गतिविधियों में भाग लेने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है (tips to maintain sex life with diabetes)।
हेल्थ शॉट्स ने इस विषय पर सीके बिरला हॉस्पिटल गुरुग्राम की ऑब्सटेट्रिक्स और गाइनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर अस्था दयाल से बात की। डॉक्टर ने डायबिटीज के मरीजों के लिए कुछ हेल्दी सेक्स टिप्स सुझाए हैं। तो चलिए जानते हैं, डायबिटीज के साथ एक हेल्दी सेक्स लाइफ कैसे एन्जॉय करना है (tips to maintain sex life with diabetes)।
डायबिटीज की स्थिति में वेजाइनल ड्राइनेस की समस्या हो सकती है। हाई ब्लड शुगर की वजह से वेजाइना की ब्लड वेसल्स डैमेज हो जाती है, जिसकी वजह से लुब्रिकेशन की कमी हो सकती है। वहीं महिलाओं के लिए पेनिट्रेटिव सेक्स बेहद पेनफुल हो जाता है।
इसके अलावा डायबिटीज की स्थिति में शरीर में हार्मोनल परिवर्तन होता है, जिसकी वजह से भी सेक्सुअल लाइफ पर असर पड़ता है। डायबिटीज में महिलाओं में यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन और एसटीआई का खतरा बढ़ जाता है, जिससे आमतौर पर सेक्स के साथ ही प्लेजर भी प्रभावित हो जाती है।
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पार्टनर का सेक्सुअल लाइफ प्रभावित होने से आपके खुद की सेक्सुअल लाइफ पर भी असर पड़ता है। ऐसे में यदि आपके पार्टनर को भी डायबिटीज है, तो उनमें लगातार बढ़ते ब्लड शुगर लेवल की वजह से नर्वस डैमेज का खतरा बना रहता है। जिसकी वजह से इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का सामना करना पड़ सकता है, इसके अलावा डायबिटीज की स्थिति में उत्तेजित होने में मुश्किल आती है।
डायबिटीज के मरीजों को अपनी समग्र सेहत को ध्यान में रखते हुए ब्लड ग्लूकोस लेवल को संतुलित रखने की आवश्यकता होती है। डायबिटीज पीड़ित महिलाओं को वेजाइनल हेल्थ के लिए भी ब्लड ग्लूकोस को सामान्य रखना जरूरी है। ब्लड ग्लूकोस लेवल के सामान्य रहने से नर्व डैमेज नहीं होता और वेजाइना तक पर्याप्त मात्रा में ब्लड पहुंच पाता है, जिससे की लुब्रिकेशन भी सामान्य रहती है।
हार्मोनल संतुलन बनाए रखने के लिए खाद्य पदार्थों पर ध्यान देना बेहद महत्वपूर्ण है। इसके अलावा कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ भी हैं, जो आपके सेक्स ड्राइव को इंप्रूव करते हैं। जैसे की जिंक एक महत्वपूर्ण मिनरल है जो लिबिडो को बढ़ावा देती है। वहीं यह टेस्टोस्टेरोन के प्रोडक्शन को इंप्रूव कर देता है, जिससे आपका लिबिडो बूस्ट हो जाता है और आप सेक्सुअल एक्टिविटी के लिए आसानी से उत्तेजित हो पाती हैं।
बढ़ता ब्लड शुगर लेवल आपके वेजाइनल pH को असंतुलित कर सकता है। इस स्थिति में वेजाइनल इनफेक्शन जैसे कि यूटीआई का खतरा बढ़ जाता है। वहीं इस स्थिति में वेजाइना ड्राई हो जाती है, साथ ही वेजाइनल बैक्टीरिया असंतुलित हो जाते हैं, जिसकी वजह से बैक्टीरियल वेजिनोसिस का खतरा बढ़ जाता है। इन सभी स्थितियों को अवॉइड करने के लिए pH संतुलन बनाए रखना बेहद महत्वपूर्ण है। जिसके लिए खाद्य पदार्थों पर ध्यान दें और अपने गाइनेकोलॉजिस्ट से इस विषय पर सलाह लें।
डायबिटीज के मरीजों के लिए सेक्स के दौरान लुब्रिकेंट का इस्तेमाल करना बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है। यदि आपको डायबिटीज है तो सही लुब्रिकेंट का चयन बहुत जरूरी है। ज्यादातर लुब्रिकेंट में शुगर मौजूद होता है, जैसे कि ग्लिसरीन और ग्लाइकोल। यह सभी डायबिटीज की स्थिति में वेजाइनल pH को प्रभावित करते हैं और यीस्ट इन्फेक्शन के खतरे को बढ़ा देते हैं। इन सभी से बचने के लिए नेचुरल लुब्रिकेंट का इस्तेमाल करें। साथ ही यदि बाहरी लुब्रिकेंट इस्तेमाल कर रही हैं, तो यह जरूर ध्यान दें कि वे शुगर फ्री हों।
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