सर्द हवाओं से बालों में रूखेपन की समस्या बढ़ जाती है। ऐसे में ड्राइनेस को कम करने के लिए हेयरवॉश को बेहतरीन विकल्प समझा जाता है। रोज़ाना बाल धोने से हेयरफॉल की समस्या भी बढ़ने लगती है। अब ऐसे में बालों को धोने के लिए सही तकनीक का इस्तेमल करना आवश्यक है। अधिकतर लोग अपना हेयर टाइप पहचाने बिना कई प्रकार के शैम्पू और कंडीशनर का इस्तेमाल करते हैं। साथ ही हेयरवॉश के लिए सभी स्टेप्स को फॉलो नहीं करते हैं। इससे हेयर डैमेज की संभावना बढ़ जाती है। जानते हैं विंटर हेयर वॉश के लिए स्टेप बाय स्टेप टिप्स (Tips to follow hair wash)।
नरिशमेंट की कमी के चलते बालों में रूखापन तेज़ी से बढ़ने लगता है। ऐसे में सबसे पहले ड्राइ स्कैल्प को मॉइश्चराइज़ करने के लिए किसी भी नेचुरल ऑयल से कुछ देर स्कैल्प मसाज करें। इससे बालों की जड़ों को मज़बूती मिलती है।
ऑयलिंग के बाद बालों को हेल्दी बनाने के लिए गर्म पानी में तौलिए को भिगोकर उससे बालों को बांध लें। इससे फॉलिकल्स को रिपेयर करने में मदद मिलती है। हॉट ऑयल के अलावा स्टीम लेने के लिए आप मशीन का भी प्रयोग कर सकते हैं। गीले तौलिए को निचोड़कर बालों में कम से कम दस मिनट तक लपेटे रखें। इससे बालों की खोई चमक वापिस लौट आती है।
सर्द हवाओं से बालों में रूखापन और रूसी दोनों की समस्याएं बढ़ने लगती है। इससे बालों की रक्षा करने के लिए बालों में शैम्पू लगाने से पहले सेब के सिरके और बेकिंग सोडा को पानी में मिलाकर बालों को धोएं। इससे बालों में नेचुरल मॉइश्चर बना रहता है। साथ ही जमा पाल्यूटेंटस और रूसी की समस्या हल हो जाती है।
अब बारी आती है बालों को शैम्पू से वॉश करने की। इसके लिए कैमिकल युक्त हार्श शैम्पू की जगह नेचुरल रेमिडीज या माइल्ड शैम्पू का खासतौर से इस्तेमाल करें। इसके अलावा अपने बालों की कवालिटी के आधार पर ही शैम्पू का चुनाव करें।
बालों में शैम्पू करने के बाद बालों की कंडिशनिंग के लिए हेयर मास्क को अप्लाई करें। इसके लिए हल्के गीले बालों में मास्क को बालों की जड़ों से लेकर टिप्स तक अच्छी तरह से लगाएं। इससे बालों में मौजूद रफनेस दूर हो जाती है। साथ ही बालों की फ्रिजीनेस भी कमी आने लगती है।
बालों को सुखाने के लिए अक्सर लोग ड्रायर का प्रयोग करते हैं। इससे बाल जल्दी सूखते हैं, मगर बालों के टूटने का खतरा बढ़ जाता है और बालों में रूखापन भी बढ़ने लगता है। ऐसे में बालों को सुखाने के लिए माइक्रोफाइबर हेयर रैप का प्रयोग करें।
बालों में बिना ऑयलिंग के सीधे शैम्पू करने से बालों की जड़ों को नुकसान पहुंचता है। इससे बालों का रूखापन बढ़ने लगता है और फॉलिकल्स भी कमज़ोर हो जाते हैं। ऐसे में शैम्पू से पहले ऑयलिंग और स्टीमिंग को अवॉइड न करें।
सर्दियों में अगर आप गर्म पानी से हेयरवॉश कर रहे हैं, तो इससे बालों को मॉइश्चर कम होने लगता है। बाल रूखे और बेजान लगने लगते हैं। बालों में मौजूद एक्सट्रा ड्राईनेस से मुक्ति पाने के लिए शैम्पू, मास्क या कंडीशनर अप्लाई करने के बाद बालों को ठण्डे पानी से ही धोएं।
बालों को डिटैंगल करना बेहद ज़रूरी है मगर गीले बालों को सुलझाना बालों की सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। इससे बाल झड़ने लगते हैं और गीले बालों के टूटने से फॉलिकल्स कमज़ोर हो जाते हैं। साळा ही बालों की ग्रोळा अनईवन हो सकती है। उलझे बालों को हेल्दी बनाए रखने के लिए सूखने के बाद ही सुलझाएं।
बालों की सेहत के लिए शैम्पू का सही चुनाव जितना ज़रूरी है। उतना ही साफ ब्रश या कॉम्ब का प्रयोग करना भी आवश्यक है। बालों को हेल्दी रखने के लिए क्लीन और मुलायम ब्रश इस्तेमल करें। साथ ही वुडन कॉम्ब का प्रयोग करने की सलाह दी जाती है।
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