यूटीआई (UTI) यानी कि यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन (Urinary tract infection) की समस्या महिलाओं के इंटीमेट हेल्थ से जुड़ी एक सबसे आम समस्या है। हर महिला कभी न कभी इस समस्या से जरूर गुजरती हैं। इसके बावजूद वे इसे इग्नोर करती रहती हैं। यदि इस समस्या को समय रहते नियंत्रित न किया जाए, तो यह गंभीर समस्याओं को जन्म दे सकती है। इसलिए जरूरी है कि आप यूटीआई के संभावित कारणों, लक्षणों और बचाव के उपायों के बारे में जानें।
अनप्रोटेक्टेड सेक्स, सिंथेटिक अंडरगारमेंट से लेकर आपका ब्लड शुगर लेवल तक यूटीआई की समस्या का कारण बन सकता है। ऐसे में सभी महिलाओं को यूटीआई से जुड़ी सही और उचित जानकारी होना बहुत जरूरी है। अन्यथा कभी कबार जानकारी के अभाव में महिलाएं लंबे समय तक यूटीआई को नजरअंदाज करती रहती हैं। तो आज हम लेकर आए हैं यूटीआई से जुड़ी सभी खास जानकारी।
मैत्री वुमन की संस्थापक, सीनियर कंसल्टेंट गायनोकोलॉजिस्ट और ऑब्सटेट्रिशियन डॉक्टर अंजलि कुमार ने यूटीआई यानी कि यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन के कारण और उपाय को लेकर कुछ अहम जानकारी शेयर की है। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।
यूरिन पास करते वक्त वेजाइनल ट्रैक में जलन या दर्द महसूस होना।
बार-बार यूरिन डिस्चार्ज करने की समस्या।
पेट के निचले हिस्से और कमर में दर्द रहना।
बेवजह बुखार आना।
बेचैनी और उल्टी का एहसास होना।
पेशाब का रंग लाल और हल्का गुलाबी होना।
यूटीआई के दौरान कभी-कभी पेशाब में खून आ सकता है।
1. यूटीआई होने का सबसे प्रमुख कारण आपकी सेक्सुअल एक्टिविटी होती है। सेक्स के बाद प्रॉपर हाइजीन मेंटेन न करना या अनप्रोटेक्टेड सेक्स इसके साथ ही यदि आपके पार्टनर को किसी प्रकार का इंफेक्शन है तो इन सभी स्थिति में आपको भी यूटीआई की समस्या हो सकती है।
2. पर्याप्त मात्रा में पानी न पीने से शरीर डीहाइड्रेटेड हो जाता है, जिस वजह से यूटीआई जैसी समस्या आपको परेशानी में डाल सकती है।
3. यदि किसी महिला को यूरिनरी स्टोन जैसे कि किडनी, यूरेथ्रा का स्टोन है तो यह यूटीआई का कारण बन सकता है।
4. डायबिटीज भी इसका एक संभावित कारण हो सकता है। ब्लड शुगर लेवल का अचानक बढ़ जाना भी यूटीआई के जोखिम को बढ़ा देता है।
5. मस्तिष्क संबंधी बीमारियों के कारण भी कभी-कभी यूटीआई का सामना करना पड़ सकता है। मानसिक रूप से स्वस्थ न होने पर यूरेथ्रा में यूरिन काफी लंबे समय तक रहता है। ऐसे में यूटीआई की समस्या उन्हें परेशान कर सकती है।
6. यदि किसी ने यूरिनरी सर्जरी करवाई है, तो ऐसी स्थिति में कुछ दिनों तक यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन होने की संभावना बनी रहती है।
अंजलि कुमार यूटीआई से निजात पाने के कुछ प्रभावी उपायों के बारे में बताती हैं। इसके लिए सबसे पहले यूटीआई के लक्षणों को गंभीरता से लेने की जरूरत है।
इसके साथ ही यह भी जरूरी है कि इस समस्या का इलाज खुद से न करें, अन्यथा यह और ज्यादा बढ़ सकता है। कुछ महिलाएं हर बीमारी के लिए गूगल सर्च करके तरह-तरह के उपचार ढूंढने लगती हैं। यूटीआई के मामले में ये नुस्खे जोखिम कारक हो सकते हैं।
डॉक्टर कहती हैं कि यूटीआई का उपचार तब तक करती रहें, जब तक यह पूरी तरह ठीक न हो जाए। इसके इलाज को आधे पर छोड़ना आपकी स्थिति को और ज्यादा गंभीर कर सकता है। इसके अलावा –
यदि आप यूटीआई की समस्या से दूर रहना चाहती हैं, तो पर्याप्त मात्रा में पानी पियें। क्योंकि यह आपके यूरिन को डाइल्यूट करता है और साथ ही आप ज्यादा से ज्यादा बार यूरिन पास करती हैं। ऐसे में यूरिनरी ट्रैक्ट में जमी बैक्टीरिया बाहर आ जाती हैं और यूटीआई की संभावना भी काफी कम हो जाती है।
कई बार हम व्यस्तता और आलस के कारण यूरिन को लंबे समय तक रोके रहते हैं जिस वजह से यूटीआई की समस्या हो सकती है। इसीलिए यदि आपका ब्लैडर भर चुका है तो इसे फौरन खाली कर लें।
यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन जैसी समस्या से बचने के लिए वेजाइना के आसपास के क्षेत्र को अच्छी तरह साफ करें। डॉ अंजलि वेजाइना को आगे से शुरू कर के पीछे तक यानी कि एनल एरिया तक साफ करने की सलाह देती हैं। आपको कभी भी एनल एरिया से वाइप करते हुए आगे की ओर नहीं आना है।
सेक्स के बाद मेल हो या फीमेल दोनों को ही अपने इंटिमेट पार्ट्स को अच्छी तरह साफ करना चाहिए। इसके साथ ही सेक्स के तुरंत बाद यूरिन को बाहर निकालना भी जरूरी है। क्योंकि यदि किसी प्रकार से बैक्टीरिया आपके यूरिनरी ट्रैक्ट में प्रवेश कर गया है तो यह उसे फौरन बाहर निकाल देगा।
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यूटीआई की समस्या से बचने के लिए किसी प्रकार के वेजाइनल स्प्रे और किसी तरह का इंटिमेट वॉश का प्रयोग न करें। क्योंकि इन सभी में केमिकल मौजूद होता हैं, जो बैक्टीरिया को अपनी और आकर्षित कर सकते हैं। जिस वजह से यूटीआई होने की संभावना काफी ज्यादा होती है।
डॉक्टर के अनुसार यूटीआई की समस्या आपके अंडरगारमेंट के कारण भी हो सकती है। सिंथेटिक अंडरगारमेंट्स पसीना नहीं सोखते और ऐसे में थोड़े समय बाद पसीना बैक्टीरिया को आकर्षित करने लगता है और यूटीआई होने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए कॉटन के अंडरगारमेंट्स पहने साथ जी बहुत टाइट अंडरगारमेंट्स को नजरअंदाज करें।
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