पैंट, पजामा या स्कर्ट के नीचे पैंटी पहनना जरूरी हो जाता है। कम्फर्ट के हिसाब से और शरीर की जरूरतों के लिए भी। यह पहने जाने वाले कपड़ों को योनि से होने वाले किसी भी प्रकार के स्राव से बचाता है। यदि आपने किसी प्रकार के टाइट कपड़े पहने हैं, तो यह रगड़ और इससे होने वाले जलन से भी बचाव करता है। हमें ध्यान सिर्फ इतना रखना है कि सिंथेटिक पैंटी की बजाय कॉटन पैंटी पहनना चाहिए। पर कभी- कभी पैंटी नहीं पहनना भी जरूरी हो जाता है। खासकर रात में। कई बार रात में पैंटी पहनने से ही कई प्रकार की दिक्कतें हो जाती हैं और नहीं पहनने से उन परेशानियों से (Benefits of not wearing panty at night) राहत मिल जाती है।
जापान ओब्स्टेट गायनेको जर्नल में हुई स्टडी बताती है कि वेजाइना को स्वस्थ रखने के लिए सबसे जरूरी है वेंटिलेशन। दिन भर की थकान के बाद जब आप सोने जाती हैं, तो आपको सबसे अधिक आराम की जरूरत होती है। ढीले कपड़ों में नींद अच्छी तरह आती है। अलग-अलग डिज़ाइन और ब्रांड का अंडरवियर आपके कम्फर्ट जोन में खलल पैदा कर सकता है। इससे आपको खुजली की समस्या भी हो सकती है। यदि आप ढीली पैंट, मुलायम लेगिंग, या कोई लॉन्ग पोशाक में नींद लेने जाती हैं, तो आपको साउंड स्लीप मिल सकती है।
यदि आपने सिंथेटिक अंडरवियर पहना है, तो हवा का सही रूप से आना-जाना रूक सकता है। जिस तरह से सांस लेने के लिए हवा जरूरी है, उसी तरह योनि क्षेत्र में भी हवा की आवाजाही जरूरी है। योनि सबसे संवेदनशील क्षेत्र है। यदि सही तरीके से हवा का आना-जाना नहीं हो पाता है, तो इससे नमी बनने लगती है। कपड़े की मौजूदगी इस समस्या को और बढ़ा सकती है। अंडरवियर नहीं पहनने से योनि क्षेत्र को अतिरिक्त गर्मी और नमी से छुटकारा मिल जाता है।
एशियन पसिफ़िक ट्रॉपिकल डिजीज जर्नल के शोध आलेख के अनुसार, जब हम टाइट जींस या टाइट पजामी पहनते हैं, तो पैरों, जांघों और योनि क्षेत्र में बहुत अधिक पसीना जम जाता है। पसीना और रगड़ से स्किन पर लाल चकत्ते, घमौरियां और जलन हो सकती है। कभी कभार इसके कारण हीट रैशेस और दर्दनाक फुंसी भी हो जाती है।
यह हीट रैश तब होता है जब अवरुद्ध छिद्र त्वचा के नीचे पसीने को फंसा लेते हैं, जिससे सतही छाले या लाल गांठ बन जाते हैं। साथ ही कांटेदार संरचना या खुजली की अनुभूति होती है। यदि बेड पर जाने से पहले पैंटी उतार देती हैं, तो इन सभी समस्याओं से राहत मिल सकती है। हीट रैशेस खत्म होने के लिए त्वचा को ठंडा और सूखा रखना जरूरी है।
एशियन पसिफ़िक ट्रॉपिकल डिजीज जर्नल के शोध आलेख के अनुसार, यदि योनि क्षेत्र को हवा कम मिलती है, तो बैक्टीरियल वेजिनोसिस, यीस्ट इन्फेक्शन, फंगल इन्फेक्शन की संभावना थोड़ी बढ़ सकती है।
योनि संक्रमण के कारण यूरीन में जलन हो सकती है। यदि आप अपनी जीवनशैली में बदलाव लाकर सोने से पहले तंग पैंटी उतार देती हैं, तो इन संक्रमणों से बचाव में मदद मिल सकती है।
यदि अंडरवियर में दिन भर पसीना और नमी रहती है, तो त्वचा और कपड़े के बीच घर्षण के कारण झनझनाहट या चाफिंग हो सकती है। टाइट अंडरवियर उतार देने से न सिर्फ ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है, बल्कि चाफिंग भी कम हो सकती है। रात में कमांडो या बिना पैंटी के सोना आपकी योनि को ज्यादा आरामदायक महसूस करवा सकता है। ताे फिर आज ही रात से ट्राई करें।
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