बड़ों और बच्चों में स्नैक्स लेने की आम आदत होती है। इससे भोजन के बीच में तुरंत एनर्जी पाने और भूख को शांत करने में मदद मिलती है। हालांकि, हर तरह के स्नैक दांतों की सेहत के लिए अच्छे नहीं होते हैं। सड़न, इनामेल का क्षरण और दांतों से जुड़ी अन्य परेशानियों को रोकने के लिए टूथ-फ्रेंडली यानी दांतों की सेहत के अनुकूल स्नैक (tooth friendly snacks) का चुनाव करना जरूरी है। डेंटिस्ट की सलाह के साथ, दांतों की सेहत को बेहतर बनाते हुए स्वादिष्ट ट्रीट का मजा लिया जा सकता है।
डेंटिस्ट पौष्टिकता से भरपूर और लो शुगर वाले स्नैक का चुनाव करने के महत्व पर जोर देते हैं। ताजी सब्जियां और फल, सबसे अच्छे स्रोत होते हैं क्योंकि इनसे जरूरी पोषण और मिनरल्स मिलता है। वहीं ये कैलोरी और शुगर तत्वों में कम होते हैं।
अपने क्रंची टेक्सचर के कारण खासकर, सेब, गाजर और सेलेरी सबसे अच्छे विकल्प माने जाते हैं। ये दांतों की सफाई में मदद करते हैं और लार निर्माण को बढ़ावा देते हैं।
चीज़, दही और दूध जैसे डेयरी प्रोडक्ट्स न केवल स्वादिष्ट होते हैं, बल्कि मुंह की सेहत के लिए भी फायदेमंद होते हैं। कैल्शियम और फॉस्फेट से भरपूर, ये दांतों के इनामेल को मजबूती देते हैं और उनके क्षतिग्रस्त होने से रक्षा करते हैं। खासकर ऐसा देखा गया कि चीज़ लार के निर्माण को बढ़ावा देता है, जोकि मुंह में एसिड को न्यूट्रलाइज करता है और दांतों को फिर से मिनरल देता है।
चिपचिपे और शक्करयुक्त स्नैक जैसे कैंडी, कैरेमल और मेवे कम से कम खाना चाहिए। ये स्नैक्स दांतों पर चिपक जाते हैं, जोकि हानिकारक बैक्टीरिया के पनपने का कारण बनते हैं और उसकी वजह से कैविटी व सड़न होने लगती है। ऐसे स्नैक चुनें, जोकि दांतों पर कम चिपकते हों और उनमें कम से कम शक्कर हो।
खट्टे फल, सोडा और फलों के जूस सहित अम्लीय खाद्य पदार्थ और पेय पदार्थ, धीरे-धीरे दांतों के इनामेल को नुकसान पहुंचाने लगते हैं। कभी-कभार तो इसे लिया जा सकता है, लेकिन कम मात्रा में लेना ही उचित है। अम्लीय खाद्य पदार्थ लेने के बाद पानी से कुल्ला करने से एसिड को न्यूट्रलाइज करने में मदद मिलती है और दांतों की सेहत पर उनके हानिकारक प्रभाव कम हो जाते हैं।
नट्स और सीड्स, अपने लो शुगर तत्व और उच्च प्रोटीन तथा हेल्दी फैट की वजह से स्नैक का सबसे बेहतर विकल्प हैं। नट्स और सीड्स चबाने से लार के निर्माण को बढ़ावा मिलता है, दांत से खाने के कण और बैक्टीरिया को हटाने में मदद मिलती है। बादाम, अखरोट और सूरजमुखी के बीज पौष्टिक विकल्प होते हैं जोकि दांतों की सेहत को बेहतर बनाते हुए भूख को शांत करते हैं।
दांतों की सेहत बनाए रखने के लिए पानी, पेय का एक पर्याप्त विकल्प है। यह ना केवल दांतों से खाने के कणों और बैक्टीरिया को हटाता है, बल्कि मुंह की नमी बनाए रखता है और लार के निर्माण को बढ़ाता है। वयस्कों और बच्चों को दिनभर पानी पीने के लिए प्रेरित करना चाहिए, खासकर स्नैक या खाना खाने के बाद।
स्नैक लेने के अलावा, मुंह की सेहत का अच्छी तरह ख्याल रखना, दांतों की समस्याओं को रोकने के लिए जरूरी है। नियमित रूप से ब्रश और फ्लॉस करने से प्लाक और दांतों तथा मसूड़ों में फंसे हुए खाद्य पदार्था को निकालने में मदद मिलती है। किसी भी समस्या के बारे में समय पर पता लगाने और उनका सही तरीके से उपचार करने के लिए नियमित जांच और क्लीनिंग तय करें।
मुंह की साफ-सफाई के लिए प्रोसेस किए गए स्नैक जैसे चिप्स, क्रैकर्स और कुकीज़ की तुलना में साबुत खाद्य पदार्थ जैसे ताजे फल, सब्जियां, नट्स व सीड्स ज्यादा सही माने जाते हैं। प्रोसेस किए गए स्नैक आमतौर पर अधिक मात्रा में शक्कर, प्रिजर्वेटिव तथा दांतों की सड़न व मसूड़ों की बीमारी पैदा करने वाले अन्य तत्वों से युक्त होते हैं।
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कस्टमाइज़ करेंदिनभर लगातार कुछ ना कुछ स्नैक खाते रहने से दांत बार-बार शक्कर व अम्लों के संपर्क में आते हैं जिससे दांतों की समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है। स्नैक लेने का समय तय करें और ज्यादा मात्रा में खाने से बचने के लिए पौष्टिक स्नैक का चुनाव करें।
स्नैक के अपने विकल्पों में डेंटिस्ट द्वारा सुझाए गए इन तरीकों को शामिल करने से आप दांतों की सेहत को बेहतर बना सकते हैं, वहीं स्वादिष्ट ट्रीट का आनंद भी ले सकते हैं। इस बात का भी ध्यान रखें कि आपका स्नैक किस तरह आपके दांतों और मसूड़ों को प्रभावित करता है।
साथ ही दांतों की अच्छी सेहत बनाए रखने के लिए सुरक्षात्मक कदम उठाएं। स्नैक चुनने के स्मार्ट तरीके और दांतों की सेहत के लिए अच्छी आदतों के साथ, आप लंबे समय तक एक चमचमाती और सेहतमंद मुस्कान पा सकते हैं।
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