कुछ समस्याओं के कारण हमारी स्किन चमक खोने लगती है। स्किन सैगिंग दिखाई देने लगता है। इन समस्याओं के कारण हम परेशान होने लगते हैं। क्या आप जानती हैं कि इनके पीछे कोलेजन जिम्मेदार है। कोलेजन स्किन में मुख्य संरचनात्मक प्रोटीन है। यह त्वचा की रचना में मदद करता है। यह त्वचा को चिकना और झुर्रियों से मुक्त रखता है। यदि आप चाहती हैं कि आपकी स्किन चमकदार हो और झुर्रियों से मुक्त हो, तो कोलेजन बूस्ट (Tips to boost collagen) करें।
जर्नल ऑफ़ कॉस्मेटिक डर्मेटोलॉजी के अनुसार, सूर्य की तेज रोशनी और प्रदूषण जैसे पर्यावरणीय कारक कोलेजन को तोड़ सकते हैं। उम्र बढ़ने पर भी कोलेजन प्रोडक्शन कम हो जाता है। इसलिए त्वचा पतली हो जाती है त्वचा का ढीलापन नजर आने लगता है। कोलेजन का नुकसान बीस के दशक की शुरुआत में शुरू हो जाता है। इसलिए शरीर में मौजूद कोलेजन को संरक्षित करना और इसे तेजी से उत्पादित करना जरूरी हो जाता है।
जर्नल ऑफ़ कॉस्मेटिक साइंस के अनुसार, रेटिनोइड या रेटिनॉल विटामिन ए के स्रोत हैं, जो कोलेजन उत्पादन में शामिल जीन को नियंत्रित करते हैं। यह फ्री रेडिकल्स को खत्म कर त्वचा में कसाव लाता है। यदि 6 महीने से लेकर साल भर तक रेटिनॉल का प्रयोग किया जाये, तो कोलेजन प्रोड्क्शन बढ़ सकता है। चेहरे की झुर्रियों में कमी हो सकती है।
सुबह चेहरे को अच्छी तरह साफ़ कर विटामिन सी सीरम लगाएं। विटामिन सी एक एंटीऑक्सीडेंट है, जो स्किन में कोलेजन को अल्ट्रा वायलेट रेज की क्षति से बचाता है। यह कोलेजन प्रोड्क्शन को ट्रिगर करता है। यह स्किन में कोलेजन प्रोटीन को बैलेंस करता है। विटामिन सी सीरम का चुनाव करने से पहले स्किन एक्सपर्ट से जरूर संपर्क करें।
जर्नल ऑफ़ कॉस्मेटिक साइंस के अनुसार, पेप्टाइड्स अमीनो एसिड की एक छोटी श्रृंखला है, जो प्रोटीन के प्रोडक्शन में मदद करती है। पेप्टाइड्स वाले प्रोडक्ट जैसे कि पेप्टाइड सीरम त्वचा में कोलेजन और इलास्टिन को बढ़ावा देने और स्किन टाइट करने में मदद करते हैं। पामिटॉयल पेंटापेप्टाइड कोलेजन और आर्गिरेलिन को बढ़ाता है। यह बोटॉक्स की तरह काम करता है।
सनस्क्रीन स्किन कैंसर की रोकथाम के लिए जरूरी है। यह स्किन को युवा और लचीला बनाए रखने में मदद करता है। यूवी एक्सपोज़र से कोलेजन टूटता है। इससे फाइन लाइन्स और झुर्रियां दिखाई देती हैं। इसलिए नियमित रूप से सनस्क्रीन लगाना शुरू करें। जर्नल ऑफ़ कॉस्मेटिक डर्मेटोलॉजी के अनुसार, एसपीएफ 30 या इससे अधिक के ब्रॉड-स्पेक्ट्रम सनस्क्रीन का चुनाव करें। कोलेजन-संरक्षित सनस्क्रीन रूटीन में गर्दन, चेस्ट और हाथों के पिछले हिस्से को न भूलें। इस पर उम्र बढ़ने के प्रभाव अधिक दिखाई देते हैं।
बाजार में कई तरह के कोलेजन सप्लीमेंट उपलब्ध हैं। कोलेजन पाउडर भी उपलब्ध हैं। इन्हें कॉफी और स्मूदी के साथ लिया जा सकता है। सप्लीमेंट स्किन की लोच, हाइड्रेशन और स्किन के भीतर कोलेजन डेंसिटी को बढ़ाने में मदद (Tips to boost collagen) करते हैं।
संतुलित आहार लें जिसमें पर्याप्त मात्रा में लीं प्रोटीन शामिल हो। हाई प्रोटीन खाद्य पदार्थों में अमीनो एसिड होते हैं, जो कोलेजन संश्लेषण के लिए जरूरी (Tips to boost collagen) हैं। मछली, सी फ़ूड से लीन प्रोटीन प्राप्त किया जा सकता है।
एडेड शुगर या मीठे खाद्य आहार एडवांस ग्लाईकेशन को बढ़ावा देता है, जो कोलेजन को तोड़ते हैं। न्यूट्रीशन लेबल में एडेड शुगर को देखकर चीनी की खपत को सीमित करें।
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