जब आप किसी व्यक्ति के साथ लंबे समय तक रहती हैं, तो उनकी खूबियों और कमियों के बारे में पता चलता है। संभव है कि उनमें कुछ ख़ास गुण के अलावा कुछ अजीब आदतें भी हों। उन खराब आदतों से आप कभी-कभी परेशान भी हो सकती हैं। उनमें से एक आदत उनका किसी विषय पर ज्यादा सोचना भी हो सकता है। ओवरथिंकर के साथ एडजस्ट करना आसान नहीं है। आप उनसे प्यार करती हैं। इसलिए उनके साथ हेल्दी रिलेशनशिप (how to deal with Overthinker Partner) को बनाये रखने के लिए कुछ टिप्स को फ़ॉलो करना जरूरी है।
हार्वर्ड हेल्थ के अनुसार, relationship वे सोचते रहते हैं कि सामने वाले ने ऐसा क्यों कहा, यह चीज़ संबंधित स्थान पर क्यों नहीं मिली। वे घंटों इन विषयों पर अपने पार्टनर से अलग-अलग प्रश्न भी पूछ सकते हैं। उनके इस बर्ताव से दूसरा पार्टनर परेशान भी हो सकता है। यहां पर परेशान होने की बजाय शांतिपूर्वक हल ढूंढना जरूरी है।
कम्युनिकेशन का मतलब आप यह नहीं लगायें कि आपको उनके हर छोटे-बड़े और बेकार के प्रश्नों का जवाब देना है। आप धैर्य के साथ उनकी बात सुनें और जरूरी प्रश्नों के जवाब दें। उनसे बातचीत बंद करने की बजाय संवाद करते रहें। जब रिश्ते की बात आती है, तो खुला और स्वस्थ संचार सबसे अधिक जरूरी होता है। अगर आपको लगता है कि कोई बात उन्हें परेशान कर रही है, तो उनसे जरूर पूछें। उनका समाधान उनके सामने पेश करने की कोशिश करें। इस रिश्ते से आप क्या चाहती हैं, इस बारे में समय-समय पर उनसे स्पष्ट बातचीत भी करें।
सभी हद से ज्यादा सोचने वाले यह जानना चाहते हैं कि क्या आप अभी भी उनसे प्यार करती हैं। आप अपनी भावनाओं को व्यक्त करने में बहुत अच्छी नहीं हो सकती हैं। यही कारण हो सकता है कि आपका अत्यधिक सोचने वाला पार्टनर खुद को असुरक्षित और अनिश्चित महसूस करता है। आप उन्हें बताएं कि आप उनके बारे में कैसा महसूस करती हैं। समय-समय पर उन्हें यह बताना कि आप उन्हें कितना चाहती हैं या उन्हें याद करती हैं। उन्हें मिस करती हैं, आपकी भावनाएं उनकी मदद करेंगी।
मजाक के रूप में भी कभी उनसे यह नहीं कहें कि मुझे तुम्हारी जरूरत नहीं है। यह संबंधों को बिगाड़ सकता है। ओवरथिंकर हर उस शब्द में अर्थ ढूंढते हैं, जो आपके मुंह से निकलता है। इस पर वे गलत निष्कर्ष पर पहुंच सकते हैं।
यदि किसी बात को कहने का कोई मतलब नहीं है, तो इसे मत कहें। ऐसा करना आसान है। यदि मजाक करती हैं, तो उसी समय स्पष्ट कर दें कि आप मज़ाक कर रही थीं। इससे वे सुरक्षित महसूस करेंगे।
कभी यह नहीं कहें कि ज्यादा सोचना बंद करो। ऐसा कहकर आप उन्हें संकोच में डाल सकती हैं। इससे आपके सामने अपनी भावनाएं नहीं प्रकट करेंगे और मन ही मन और अधिक सोचते रहेंगे। उन्हें ‘ओवरथिंकर’ के रूप में टैग किया जाना कष्टप्रद लग सकता है। इससे उनके मेंटल हेल्थ पर भी असर पड़ सकता है।
आपको आश्वासन के शब्द बोलने की ज़रूरत नहीं है। न ही आपको उन्हें लगातार यह बताना होगा कि वे आपके लिए महत्वपूर्ण हैं। आपको उन्हें दिखाना होगा कि आप उनकी परवाह करती हैं। ओवरथिंकर स्थितियों का विश्लेषण करते हैं। आपने उन्हें अतीत में कैसा महसूस कराया। इस पर दोबारा गौर करने से वे आपके प्यार के प्रति आश्वस्त होंगे। बोलने की बजाय अपने व्यवहार और रोमांटिक इशारों से उनके प्रति प्रेम दर्शायें और उन्हें विशेष महसूस कराएं।
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