छिलने, कटने के बाद ये छोटे-मोटे घाव का रूप भी ले सकते हैं। घाव शरीर के आंतरिक ऊतकों को बाहरी वातावरण के संपर्क में ले आता है। हालांकि मामूली घाव कुछ दिनों में स्वयं ही ठीक हो जाते हैं। लेकिन कुछ प्राकृतिक उपायों को अपनाने से हीलिंग प्रक्रिया में तेजी आ जाती है। यदि अधिक गंभीर चोट लगी है, जिसमें हड्डियां टूट गई हैं या अत्यधिक रक्तस्राव हुआ है, तो उन्हें डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए। साधारण घाव को जल्दी ठीक करने (How to heal wounds faster) के लिए कुछ घरेलू उपाय अपनाए जा सकते हैं।
कटने-छिलने से हुए छोटे-मोटे घाव के प्रति भी लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। ये घाव भी देखभाल के अभाव में स्वास्थ्य जोखिम बढ़ा सकते हैं।
खुले घाव को छूने से पहले हाथों को साबुन और साफ पानी से धो लेना चाहिए। घाव के आसपास से गहने और कपड़े हटा दें। घाव को साफ कपड़े से थपथपाकर सुखा लें। खून बहना बंद होने पर घाव को साफ पानी और सेलाइन घोल से साफ कर लें। संक्रमण को रोकने के लिए घाव पर एंटीबायोटिक क्रीम लगाएं। घाव को चिपकने वाली पट्टी या बैंड-एड लगाकर बंद करें। हर 24 घंटे में घाव की जांच कर लेनी चाहिए। इसमें पट्टियां हटाना और संक्रमण के लक्षणों की जांच करना जरूरी है।
ओवर-द-काउंटर एंटी बैक्टीरियल ओइंटमेंट के साथ घाव का इलाज किया जा सकता है। यह संक्रमण को रोक कर घाव को तेजी से ठीक करने में मदद कर सकता है। पेट्रोलियम जेली का भी उपयोग किया जा सकता है। यह घाव की रक्षा के लिए बैरियर के रूप में कार्य करता है।
एलोवेरा विटामिन और मिनरल से भरपूर होता है। एलोवेरा में ग्लूकोमैनन होता है। यह एक ऐसा पदार्थ है, जो सेलुलर रीजेनरेशन में मदद करता है। यह शरीर में कोलेजन का प्रोडक्शन करता है। कोलेजन एक प्रोटीन है, जो घाव भरने को बढ़ावा देता है।
एलोवेरा और इसके कम्पाउंड घाव भरने में सुधार कर सकते हैं। एलोवेरा सूजन को कम करने और अल्सर को रोकने के साथ-साथ त्वचा की नमी बनाए रखने में मदद करता है। घाव को ठीक करने के लिए एलोवेरा जेल में भिगोई हुई पट्टी लगाई जा सकती है।
शहद एंटीऑक्सीडेंट, एंटी बैक्टीरियल और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण वाला होता है। पारंपरिक रूप से घाव भरने में इसका उपयोग सदियों से किया जाता रहा है। इससे निशान कम करने, जलन कम करने और बैक्टीरिया ग्रोथ को रोकने में मदद मिलती है। यह ऑपरेशन के बाद घावों के संक्रमण को रोकने के लिए भी इसका इस्तेमाल होता है।
हल्दी में करक्यूमिन होता है। इसमें एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। हल्दी घावों को तेजी से ठीक करने में मदद करने में प्रभावी हो सकती (How to heal wounds faster) है। मसाले में मौजूद करक्यूमिन उपचार प्रक्रिया में शामिल कारकों के उत्पादन को उत्तेजित करता है। हल्दी का करक्यूमिन घाव पर कोलेजन उत्पादन को बढ़ा सकता है। करक्यूमिन फाइब्रोब्लास्ट को मायोफाइब्रोब्लास्ट में विभेदित करने को बढ़ावा देता है, जो घाव को अधिक तेज़ी से ठीक करने में मदद करता है। हल्दी को गर्म पानी में मिला कर पेस्ट बना कर घाव पर लगाया जा सकता है। इसे एक साफ पट्टी से ढक दें।
नारियल के तेल में मोनोलॉरिन होता है। यह एंटी बैक्टीरियल गुणों वाला फैटी एसिड होता है। इसमें पाए जाने वाले फैटी एसिड घावों को ठीक करने में मदद (How to heal wounds faster) करते हैं। संक्रमण होने के जोखिम को कम करने के लिए घाव पर नारियल तेल का उपयोग किया जा सकता है।
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