हरी पत्तेदार सब्जियों (Green leafy vegetables) का जिक्र आते ही सबसे पहले जुबान पर पालक (spinach) का ही नाम आता है। खाने में स्वादिष्ट और पकाने में आसान पालक को सर्दियों में खासतौर से अपनी मील में लोग कई प्रकार से शामिल करते हैं। ढ़ेर सारे न्यूट्रियेन्ट्स से भरपूर पालक एक ऐसा सुपरफूड है, जो शरीर को ताकत प्रदान कर कई समस्याओं से बचाने में मदद करता है। रेड ब्लड सेल्स (red blood cells) को बढ़ाने में मददगार पालक हड्डियों से लेकर आंखों तक हर चीज़ के लिए फायदेमंद साबित होता है। जानते हैं पालक के फायदे और इसकी गुडनेस को अपनी मील में शामिल करने के ज़रूरी तरीके भी ( How to add spinach in diet)।
इस बारे में बातचीत करते हुए नूट्रिशनिस्ट एंव डायटीशियन मनीषा गोयल ने बताया कि पालक न्यूट्रिएंट्स से भरपूर एक ऐसा सुपरफूड है। जिसे अपनी डाइट में शामिल करके शरीर में हीमोग्लोबिल की मात्रा को नियमित किया जा सकता है। पालक का सेवन करने से मेटाबॉलिज्म (metabolism) संतुलित बना रहता है। इस हेल्दी विकल्प को चुनने से शरीर हाइड्रेट रहता है।
पालक में पाया जाने वाला नाइट्रेट शरीर को हेल्दी बनाए रखने में मददगार साबित होता है। इससे ब्लड प्रेशर नियमित बना रहता है। जो शरीर में हृदय संबधी समस्याओं के जोखिम को कम करता है। एनआईएच के एक रिसर्च के अनुसार 27 लोगों पर की गई एक स्टडी के मुताबिक नियमित तौर पर पालक खाने से ब्लड प्रेशर में गिरावट पाई गई। जो हार्ट हेल्थ को बूस्ट करने के लिए कारगर उपाय है।
विटामिन ए और विटामिन सी से भरपूर पालक की पत्तियां आंखों की सेहत के लिए बेहद फायदेमंद साबित होती है। इसके नियमित सेवन से मैक्यूलर डीजेनरेशन की समस्या से बचा जा सकता है। नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ हेल्थ के अनुसार पालक में ज़ीएक्सैंथिन और ल्यूटिन नाम के कैरोटीनॉयड पाए जाते हैं। जो आंखों को धूप की रोशनी से बचाने में मदद करते हैं। इनकी मदद से नेत्र रोग मैक्यूलर डीजेनरेशन से भी बचा जा सकता है। जो ब्लाइंडनेस का कारण बन जाता है।
इस लो कैलोरी फूड का खाने से शरीर में जमा होने वाली कैलोरीज़ से बचा जा सकता है। फाइबर और पानी की अधिक मात्रा होने से इसे खाने के बाद लंबे वक्त तक भूख नहीं लगती है। इसके अलावा पाचनतंत्र भी नियमित बना रहता है। इसे खाने से शरीर को विटामिन, मिनरल और आयरन समेत कई प्रकार के पोषक तत्व प्राप्त होते है।
शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के बढ़ने से फ्री रेडिकल्स बढ़ने लगते हैं। जो एजिंग सांइस का कारण बन जाते हैं। इसका असर स्किन के अलावा ओवरऑल शरीर पर भी दिखने लगता है। इससे शरीर में कैंसर और डायबिटीज़ का खतरा बढ़ने लगता है। ऐसे में एंटी ऑक्सीडेंटस से भरपूर पालक का सेवन शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव को कम कर शरीर को तरोताज़ा बनाए रखने में मदद करता है। इससे हड्डियों को मज़बूती मिलने लगती है और त्वचा का लचीलापन भी बरकरार रहता है।
पालक में विटामिन और मिनरल के अलावा फोलिक एसिड और कैल्शियम पाया जाता है। इसके अलावा इसमें मौजूद मैग्नीशियम, आयरन और पोटेशियम रेड ब्लड सेल्स को रीजनरेट करने में मदद करते हैं। इससे शरीर में हीमेग्लोबिन की कमी नहीं हो पाती है। जो एनीमिया की समस्या को दूर करने में मदद करता है। पालक के सेवन से से ब्लड में ऑक्सीजन की नियमित मात्रा बनी रहती है। जो रेड ब्लड सेल्स को हेल्दी बनाए रखता है।
सर्दी के मौसम में पालक के सूप का सेवन शरीर को ताज़गी और गर्माहट प्रदान करता है। इससे शरीर को संक्रामक रोगों के खतरे से बचाया जा सकता है। इसके अलावा दिनभर की छोटी मोटी भूख के लिए भी ये ज़रूरी है। झटपट बनने वाले सूप से समग्र स्वास्थ्य उचित बना रहता है। परिवार के सभी सदस्य पालक के सूप का सेवन कर सकते हैं।
पोटैशियम और सोडियम जैसे पौष्टिक तत्वो से भरपूर पालक की खिचड़ी को मील में शामिल करके ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित किया जा सकता है। इसके अलावा शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा भी उचित बनी रहती है। इस संपूर्ण आहार को आप दिन में किसी भी वक्त खा सकते हैं। मूंग दाल या साबुत कुट्टू को मिलाकर खिचड़ी को तैयार किया जा सकता है। फाइबर से भरपूर होन के चलते आपको लंबे वक्त तक भूख नहीं लगती है।
पालक को पीसकर मूंग दाल और बेसन के साथ तैयार किया जाने वाला पालक का चीला शरीर में विटामिन और कैरोटीनॉयड्स की कमी को पूरा करता है। जो आंखों के स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी है। पचाने में आसान पालक से तैयार चीला स्वास्थ्य के लिए बेहद गुणकारी है।
एंटीऑक्सीडेंटस और एंटी इंफलामेटरी गुणों से भरपूर पालक शरीर को तंदरूस्त रखती है। इसे आप स्मूदी के तौर पर भी डाइट में शामिल कर सकते हैं। इसमें वॉटर कंटेट अत्यधिक मात्रा में पाया जाता है। ऐसे में पालक को अन्य मौसमी सब्जियों व नींबू के रस के साथ ब्लैण्ड करके स्मूदी बना लें और उसका सेवन करें।
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