निष्क्रिय जीवनशैली और खराब खान-पान के कारण शरीर में कई सारी समस्या हो जाती है। यदि भोजन के माध्यम से ली गई कैलोरी को खर्च नहीं किया जाए, तो यह फैट के रूप में शरीर में जमने लगता है। कंधे, कूल्हे के अलावा पेट पर भी चर्बी जमने लगती है। कई तरह की एक्सरसाइज इसे कम करने में मदद कर सकती हैं। एक एक्सरसाइज यदि नियमित रूप से किया जाये, तो बेली फैट कम (aerobic exercise to reduce belly fat) हो सकता है।
फैट शरीर में ट्राइग्लिसराइड्स के रूप में संग्रहीत होता रहता है। यदि आप बैली फैट कम करना चाहती हैं, तो विशेषज्ञ सिर्फ एक एक्सरसाइज एरोबिक एक्सरसाइज करने की सलाह देते हैं। यह एक्सरसाइज पेट और संपूर्ण शरीर की चर्बी कम करने का सबसे अच्छा तरीका है। इससे कैलोरी की कमी बनाने में मदद मिल सकती है, जो समय के साथ फैट लॉस को बढ़ावा देती है।
एरोबिक एक्सरसाइज फैट लॉस को कम करने में कारगर है। एरोबिक एक्सरसाइज फिजिकल एक्टिविटी है, जो शरीर के बड़े मांसपेशी समूहों का उपयोग करती है। यह लयबद्ध और दोहराव वाली होती है। यह हृदय गति को बढ़ा देता है।
एरोबिक एक्सरसाइज के लिए इनमें से सिर्फ एक काम- पैदल चलना, साइकिल चलाना और स्वीमिंग कर सकती हैं।डांस करना, दौड़ना, घर का काम करना, गार्डनिंग करना और बच्चों के साथ खेलना भी इसमें शामिल है। अन्य प्रकार के एक्सरसाइज, जैसे- पावर ट्रेनिंग, पिलेट्स और योग भी पेट की चर्बी कम करने में मदद कर सकते हैं।
यदि आपको चलने या खड़े होने में कठिनाई होती है, तो बैठकर भी एरोबिक एक्सरसाइज कर सकती हैं। कैलोरी जलाने और एरोबिक फिटनेस स्तर को बढ़ाने का यह एक प्रभावी तरीका हो सकता है।
प्रति सप्ताह कम से कम 150 मिनट की मध्यम तीव्रता वाली गतिविधि बैली फैट को जलाने में मदद कर सकती है। अपनी एक्सरसाइज को उस स्तर तक ले जाने का लक्ष्य रखें, जहां आपकी सांसें थोड़ी फूलने लगती हैं। सांसें भी उतनी ही फूलनी चाहिए, जितने में आप पूरे वाक्य बोल सकें। व्यायाम से पहले खुद को वार्म अप करना और बाद में ठंडा करने के लिए समय निकालें। यदि सांस अधिक फूल रही है, तो गति धीमी कर लें और आराम करें। बैली फैट को जलाने के लिए जरूरी है कि सांसों पर नियंत्रण रखा जा सके।
यदि आपने अभी एक्सरसाइज करने की शुरुआत की है यानी आप बिगिनर हैं, तो धीरे-धीरे शुरू करें। धीरे-धीरे एरोबिक एक्सरसाइज की गति और समय बढ़ाएं। कैलोरी जलाने के लिए हाई इंटेंसिटी वाले व्यायाम करने की आवश्यकता नहीं है।
तनाव और नींद की कमी भी वसा हानि को प्रभावित कर सकती है। क्योंकि इससे तनाव हार्मोन कोर्टिसोल में वृद्धि हो सकती है, जिससे भूख प्रभावित हो सकती है। तनाव से राहत देने वाली और अच्छी नींद को बढ़ावा देने वाली गतिविधियों में माइंडफुलनेस, सांस लेने की तकनीक और ताई ची और योग जैसे हल्के व्यायाम शामिल हो सकते हैं।
एरोबिक एक्सरसाइज सहनशक्ति बढ़ाने (endurance-type) वाले एक्सरसाइज हैं, जो लगातार करने पर व्यक्ति की हृदय और सांस लेने की दर को बढ़ाते हैं। एन एरोबिक व्यायाम में छोटी और इंटेंस शारीरिक गतिविधि शामिल होती है। दोनों प्रकार के व्यायाम किसी भी व्यक्ति के हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। वेट लिफ्टिंग, रस्सी कूदना, दौड़ना, हाई इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग (HIIT), बाइक चलाना (aerobic exercise to reduce belly fat) भी इसके अंतर्गत आ सकते हैं।
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