हवा में मौजूद पाल्यूटेंटस स्वास्थ्य के साथ साथ त्वचा पर प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं। शरीर के अंगों में सबसे पहले त्वचा ही वायु में मौजूद इन कणों का शिकार होती है। ये न केवल त्वचा की सतह को नुकसान पहुंचाते हैं, बल्कि मुहांसों का भी कारण बनने लगते हैं। दरअसल, इसमें कई प्रकार के जहरीले पदार्थ पाए जाते हैं। इन रासायनिक प्रदूषकों से त्वचा पर झुर्रियां, रूखापन, सेंसिटीविटी, चकत्ते, मुँहासे, जलन या एलर्जी जैसी समस्याएं बढ़ने लगती हैं। ऐसे में वे लोग जो शहरों में रहते हैं। उन लोगों को प्रोटेक्टिव स्किन केयर टिप्स (Skin care tips) की आवश्यकता है।
अगर आपकी त्वचा रूखी है तो क्लींजिंग क्रीम या जेल का इस्तेमाल करें। ऑयली स्किन के लिए क्लींजिंग मिल्क या फेस वॉश का प्रयोग भी फायदेमंद साबित होता है। ऑयली स्किन को हेल्दी और क्लीन बनाए रखने के लिए क्लींजिंग के साथ साथ फेशियल स्क्रब किया जाना आवश्यक है। इससे चेहरे की त्वचा पर मौजूद अतिरिक्त तेल की समस्या समाप्त हो जाती है। जो ब्लैक हेड्स और व्हाइट हेड्स की समस्या को दूर करने में मदद करते हैं।
क्लींजिंग के बाद कॉटन बॉल की मदद से समान मात्रा में विच हेज़ल में गुलाब जल मिलाकर चेहरे की त्वचा को अच्छी तरह से पोंछ लें। इससे त्वचा की पूरी तरह से सफाई हो जाती है और त्वचा तरोताज़ा लगती है। इससे चेहरे पर मौजूद ऑयल समेत अन्य प्रकार के कण रिमूव हो जाते हैं। टोनिंग के लिए रूई को ठंडे गुलाब जल में भिगोएं और इससे त्वचा को टोन करें। अब चेहरे पर तेज़ तेज़ थपथपाएं। इससे त्वचा में ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहता है और उसे चमकदार बनाता है।
त्वचा को अच्छी तरह से टोन करने के लिए ग्रीन टी का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। अगर आपकी स्किन सेंसिटिव है और उस पर रैशेज या फुंसी हो तो चंदन के पेस्ट में थोड़ा सा गुलाब जल मिलाकर चेहरे पर लगाएं। 15 मिनट तक लगे रहने के बाद चेहरे को सादे पानी से धो लें। इससे चेहरा क्लीन लगने लगता है और त्वचा का ग्लो बरकरार रहता है।
स्क्रब से त्वचा को एक्सफोलिट करने से स्किन डीप क्लीन हो जाती है। हफ्ते में दो बार ग्रीन टी की पत्तियों का पाउडर बनाकर उसमें दही और थोड़ा सा एलोवेरा जेल मिलाएं। अब इसे चेहरे पर लगाएं और कुछ मिनट के लिए लगाकर यूं ही छोड़ दें। अब चेहरे को धीरे से रगड़ें और पानी से धो लें। इसके अलावा त्वचा को नेचुरली एक्सफोलिट करने से तिल, सूखे पुदीने के पत्ते और शहद का भी प्रयोग कर सकते हैं।
त्वचा को रूखेपन से बचाने के लिए मॉइस्चराइज़ करना ज़रूरी है। इसके लिए तिल को दरदरा पीस लें और पुदीने के सूखे पत्तों का पाउडर बना लें। अब इस मिश्रण को शहद में मिलाकर त्वचा पर लगाएं। तिल त्वचा को ठंडा रखते हैं और पुदीना जहरीले तत्वों को कम करता है। वहीं शहद स्किन को मॉइस्चराइज़ रखने में मदद करता है। इसे त्वचा पर हल्के हाथों से लगाएं और फिर चेहरे को पानी से धो लें।
प्रदूषक तत्वों से बचने के लिए चेहरे पर कवर क्रीम का इस्तेमाल अवश्य करें। यह एक प्रकार से अवरोधक का काम करती है। चंदन युक्त कवर क्रीम बेहतर होती है। यह फांउडेशन की तरह ट्रांसपेरेंट प्रोटेक्टिव कवर के तौर पर चेहरे को सुरक्षित रखती है। चंदन से त्वचा को ठंडक मिलती है और त्वचा में जलन नहीं होती है और न ही स्किन पर खुरदरापन बढ़ता है। यह हर तरह की स्किन के लिए उपयोगी है। इसके अलावा त्वचा पर सनब्लॉक क्रीम भी लगा सकते हैं।
व्यायाम शरी के साथ त्वचा को भी हेल्दी और तराताज़ा बनाए रखता है। नियमित व्यायाम करने से त्वचा में लचीलापन, कोमलता और यूथनेस बढ़ने लगती है। ब्रीदिंग एक्सरसाइज़ करने से शरीर में ऑक्सीजन प्रक्रिया ठीक बनी रहती हैं। इसके अलावा ये शरीर के ऑर्गन सिस्टम को साफ करते हैं और शरीर व मन को आराम देते हैं। इससे थकान का एहसास नहीं होता है।
ये भी पढ़ें- Slow Down Ageing : ये 5 अच्छी आदतें एजिंग प्रोसेस को कर सकती हैं धीमा, बढ़ती उम्र में भी बना रहेगा ग्लो
अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें
कस्टमाइज़ करें