चेहरे त्वचा की देखभाल में हम सभी कोई कमी नहीं छोड़ते हैं, परंतु बात जब हाथ पैर और अन्य बॉडी स्किन की आती है तो उनके प्रति पूरी तरह से लापरवाह रहते हैं। जबकि गर्मी के मौसम में आपके संपर्णू शरीर की त्वचा को विशेष देखभाल की जरूरत होती है। ज्यादातर लोग त्वचा पर केमिकल युक्त साबुन का इस्तेमाल करते हैं। जिनकी कठोर सामग्री स्किन को ड्राई बना देती है। इनका प्रभाव तुरंत नजर नहीं आता, परंतु बढ़ती उम्र के साथ यह अपना असर दिखाना शुरू करते हैं।
क्यों न अपने केमिकल युक्त साबुन की जगह हर्बल बाथ पाउडर का इस्तेमाल किया जाए। आज हेल्थ शॉट्स के साथ जानेंगे केमिकल युक्त साबुन का इस्तेमाल आखिर किस तरह त्वचा को प्रभावित कर सकता है। साथ ही जानेंगे आयुर्वेदिक बाथिंग पाउडर बनाने का तरीका।
आयुर्वेदा एक्सपर्ट डॉ चैताली राठौड़ ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिये हर्बल बाथ पाउडर (Herbal Bath powder) बनाने की विधि बताई है, साथ ही उन्होंने बताया है कि यह किस तरह से काम करता हैं। तो फिर आज ही अपने हॉर्श साबुन को इससे बदलें।
सभी साबुन टॉक्सिक नहीं होते हैं। परंतु बाजार में मौजूद ज्यादातर साबुन और बॉडी वॉश में हार्मफुल केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है। वहीं कई बार बाजार में मौजूद हर्बल साबुन भी संवेदनशील त्वचा को नुकसान पहुंचा देते हैं।
खासकर गर्मी में हीट रैश और इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है, ऐसे में शरीर पर केमिकल्स युक्त साबुन का इस्तेमाल करना इन परेशानियों को बढ़ावा दे सकता है। यह पसीने के साथ रियेक्ट करता है और कीटाणुओं के ग्रोथ को बढ़ावा देता है।
फोर्टिस एस्कॉर्ट्स, फरीदाबाद की सीनियर ओबीएस और गयनेकोलॉजिस्ट डॉ नीति कौतिश के अनुसार ज्यादातर साबुन में सोडियम लॉरियल सल्फेट मौजूद होते हैं। ऐसे में इनके इस्तेमाल से जितना हो सके बचें। खासकर इन्हें प्राइवेट पार्ट्स में इस्तेमाल न करें। आपके प्राइवेट पार्ट्स या शरीर में किसी तरह की इंफेक्शन और एलर्जी की समस्या है तो ऐसे में एसएलएस फ्री प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करना चाहिए। एसएलएस युक्त प्रोडक्ट्स आपकी समस्या को और ज्यादा बढ़ा देते हैं।
साबुन में मौजूद खुशबू, पराबीन्स, एसएलईएस, एसएलएस और ट्रीक्लोसन त्वचा के लिए बिल्कुल भी उचित नहीं होते हैं।
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चंदन पाउडर
तुलसी पाउडर
नीम पाउडर
मुलेठी पाउडर
हल्दी पाउडर
गुलाब की पंखुड़ियों से बना पाउडर
रोज वॉटर
सभी सामग्री को एक साथ अच्छी तरह मिला लें।
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कस्टमाइज़ करेंइनकी एक उचित मात्रा तैयार कर लें ताकि आपको हर रोज इन्हें तैयार न करना पड़े।
नहाने से पहले 2 से 3 चम्मच हर्बल बाथिंग पाउडर में गुलाब जल मिलाएं और एक स्मूद पेस्ट तैयार कर लें।
पेस्ट को अपनी पूरी बॉडी पर अप्लाई करें और स्किन को हल्के हाथों से मसाज दें फिर सामान्य पानी से त्वचा को साफ कर लें।
इसे बिल्कुल साबुन की तरह इस्तेमाल करना है। नियमित रूप से इसका इस्तेमाल करें। त्वचा लंबे समय तक जवां और खूबसूरत नजर आएगी।
चंदन की कूलिंग प्रोपर्टी, नीम, हल्दी और तुलसी की एंटोबैक्टिरियल गुण और गुलाब की ठंडक से बना यह बाथ पाउडर गर्मियों में आपकी त्वचा को पर्याप्त ठंडक प्रदान कर शरीर की त्वचा पर होने वाले सन टैनिंग और सूरज के अन्य प्रभाव को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा इसका इस्तेमाल हीट रैशेज यानी कि घमौरियों की समस्या में भी प्रभावी रूप से काम करता है।
एक्सपर्ट के अनुसार इस बाथिंग पाउडर का इस्तेमाल केमिकल युक्त साबुन की तरह केवल आपके शरीर को बाहरी ठंडक नहीं बल्कि आपको अंदर से ठंडा और शांत रहने में मदद करता है। यह त्वचा को आराम पहुंचाता हैं और शरीर से एक्स्ट्रा ऑयल को रिमूव करता है। यह बॉडी एक्ने की समस्या में भी कारगर होता है और आपको लंबे समय तक तरोताजा रहने में मदद करता है।
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