मानसून अगर आपके लिए भी हेयर फाॅल का सीजन बन गया है, तो आपको अभी से इसके उपचार पर ध्यान देना चाहिए। बालों का लगातार गीला रहना, उनमें पसीना आना या डैंड्रफ वे समस्याएं हैं जो हेयर फॉल के लिए जिम्मेदार हो सकती हैं। पर इसके लिए न तो कोई शैंपू कारगर हो सकता है और न ही कंडीशनर। तो आइए जानें उस खास इंग्रीडिएंट के बारे में जो हेयर फॉल का इलाज कर, बालों की ग्रोथ में मददगार होता है। जी हां, हम बात कर रहे हैं कलौंजी के तेल की। जानिए आपके बालों के लिए कैसे फायदेमंद है कलौंजी का तेल।
विशेषज्ञों के अनुसार, कलौंजी का तेल एंटीफंगल और एंटीमाइक्रोबियल गुणों से समृद्ध होता है। साथ ही इसमें बाल झड़ने की परेशानी को नियंत्रित करने के प्रभाव भी पाए जाते हैं। इन प्रभावों की वजह से यह बालों के विकास को बढ़ावा देने का कार्य कर सकता है।
यही कारण है कि बालों के लिए प्रयोग में लाए जाने वाले कई उत्पादों में इसे प्रमुखता से शामिल किया जाता है। ऐसे में यह मानना गलत नहीं है कि कलौंजी के लाभ बालों के लिए हासिल करने के लिए कलौंजी का तेल प्रयोग किया जा सकता है।
कलौंजी के तेल को लंबे वक़्त से घरेलू तौर पर डैंड्रफ की परेशानी से राहत पाने के लिए प्रयोग किया जाता रहा है। इसके साथ ही इसमें एंटीफंगल, एंटीमाइक्रोबियल और एंटीहेलेमेंटिक (परजीवी जैसे जुओं को नष्ट करने वाला) गुण पाए जाते हैं। यह स्कैल्प सोरायसिस (scalp psoriasis सिर की त्वचा पर लाल पैचेस होना) के लिए भी उपयोगी हो सकता है।
कलौंजी का तेल बालों के विकास को बढ़ावा देने का कार्य कर सकता है। असल में, इसमें लिनोलेइक एसिड पाया जाता है, जिसमें हेयर ग्रोथ प्रमोटर प्रभाव पाया जाता है। इस प्रभाव की वजह से कलौंजी के बीज का तेल बालों के विकास को बढ़ावा देने में सहायक साबित हो सकता है।
कलौंजी का तेल बालों को गिरने से बचाने में भी सहायक साबित हो सकता है। इस बात की पुष्टि कलौंजी के तेल से जुड़ी एनसीबीआई की रिसर्च से होती है। रिसर्च में जिक्र मिलता है कि यह टेलोजेन एफ्लुवियम (Telogen effluvium) यानी तनाव की वजह से बाल गिरने की परेशानी में राहत पहुंचा सकता है। वहीं, इसमें मौजूद लिनोलेइक एसिड भी हेयर फॉल को कम करता है।
कलौंजी के तेल में मौजूद लिनोलेइक एसिड बालों को गिरने के बचाने के साथ ही वक़्त से पहले सफेद होने से भी बचा सकता है।
कलौंजी का तेल रूखे, सूखे और बेजान बालों को ठीक कर उन्हें कंडीशन करने का कार्य भी कर सकता है।
कलौंजी के तेल में लिनोलेइक एसिड पाया जाता है। यह एसिड बालों की जड़ों को पोषण देने के साथ ही ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा देने का भी कार्य कर सकता है।
सामग्री : कलौंजी का तेल दो चम्मच
प्रयोग की विधि :
कलौंजी के तेल को हल्का गर्म कर लें।
अब तेल से अपने बालों की अच्छी तरह मसाज करें।
तेल को करीब 30 मिनट से एक घंटे के लिए छोड़ दें और फिर शैम्पू से धो लें।
सामग्री : कलौंजी का तेल एक बड़ा चम्मच, जैतून का तेल एक बड़ा चम्मच
प्रयोग की विधि :
कलौंजी और जैतून के तेल को मिक्स कर लें।
इस मिश्रण से स्कैल्प की अच्छे से मसाज करें
मसाज के बाद लगभग 30 मिनट से एक घंटे के लिए छोड़ दें और फिर अपने नियमित शैम्पू से धो लें।
सामग्री : कलौंजी का तेल एक बड़ा चम्मच, नारियल का तेल एक बड़ा चम्मच
प्रयोग की विधि :
नारियल ऑयल और कलौंजी के तेल को मिक्स करें और हल्का गर्म करलें।
गुनगुने तेल से अपने स्कैल्प पर अच्छे से मसाज करें।
तेल को करीब 30 मिनट से एक घंटे के लिए छोड़ दें और फिर शैम्पू से धो लें।
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