मेंथॉल को आपने कई औषधियों के संदर्भ में सुना होगा। इसकी एक अलग सी खुशबू के कारण इसे अरोमा थेरेपी में भी इस्तेमाल किया जाता है। यह मिंट और अन्य प्रजातियों में मौजूद रसायन है। जो एंटी बैक्टीरियल और एंटी इंफ्लेमेटरी प्रोपर्टीज के कारण कई दवाओं में इस्तेमाल होता है। पर क्या आप जानती हैं कि यह गर्मी के मौसम में आपके बालों के लिए भी फायदेमंद साबित हो सकता है? जी हां, मेंथॉल की कूलिंग प्रोपर्टीज आपके बालों को धूप से होने वाली हानि से राहत दिलाने में मदद कर सकती हैं।
इस बारे में आयुर्वेद एक्सपर्ट डॉ नीतू सिंह बताती हैं कि मेंथॉल का प्रयोग अरोमाथेरेपी से लेकर हर्बल दवाओं में किया जाता है। दरअसल, मेंथॉल एक ऑर्गेनिक कंपाउड है, जो पिपरमिंट और अन्य मिंट ऑयल में पाया जाता है। इसे जलन, खुजली, बैक्टीरियल संक्रमण और दर्द को दूर करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
ये एक मोनोटेरपेनॉयड है, जिसे सिंथेटिकली थाइमोल के हाइड्रोजनीकरण या प्राकृतिक रूप से कॉर्न मिंट और पिपरमिंट से प्राप्त किया जाता है। मेंथॉल का प्रयोग औषधीय रूप से ऑइनमेंट, खांसी की दवा और नोज़ इनहेलर्स में किया जाता है। इसके अलावा खाद्य पदार्थों, सिगरेट, ब्यूटी प्रोडक्टस और इत्र में किया जाता है।
इसका तेल बालों के लिए बेहद कारगर साबित होता है। इसमें पाए जाने वाले एंटी इंफ्लामेटरी और एंटी बैक्टीरियल गुण बालों को संक्रमण से बचाने और हेयरग्रोथ को स्टिम्यूलेट करने में मदद करता है।
मेंथॉल ऑयल से बालों के बीचों बीच मसाज करने से ब्लड सर्कुलेशन नियमित हो जाता है। इससे हेयर फॉलिकल्स को भी मज़बूती मिलती है। ये बालों के लिए सीबम रेगुलेटर का काम करता है, जिससे बालों में मौजूद पॉल्यूटेंटस को दूर कर बालों की स्वच्छता को बनाए रखता है। इससे अलावा हेयर डैमेज से भी बचाता है।
मेंथॉल ऑयल को बालों की जड़ों में लगाने से हेयर फॉलिकल्स मज़बूत बनते हैं और ग्रोथ को स्टीम्युलेट करने में भी मदद करते हैं। इसे नियमित तौर पर इस्तेमाल करने से बालें के टूटने और झड़ने की समस्या को कम करने में मदद मिलती है। इसे लगाने के 30 मिनट बाद बालों को धो लें।
स्कैल्प में बढ़ने वाले रूखेपन को दूर करने के लिए पुदीना बेहद कारगर औषधि है। इसे बालों में अप्लाई करने से सीबम सिक्रीशन को संतुलित करने में मदद मिलती है। इसके अलावा स्कैल्प पर बढ़ने वाली संक्रमण की समस्या दूर होने लगती है। इसे सप्ताह में 2 से 3 बार बालों पर अप्लाई करें।
बालों के टैक्सचर को हेल्दी बनाए रखने और धूप की किरणों से बचाने में ऑयल फायदेमंद है। इसमें मौजूद प्युलजॉन और मेंटोन कंपाउड हेयरफॉल को कम कर बालों को मज़बूती प्रदान करते हैं। इसे बालों में लगाने से ब्लड सर्कुलेशन इंप्रूव होता है।
बालों में पाए जाने वाले एक्सट्रा ऑयल को संतुलित करने के लिए मेंथॉल का प्रयोग फायदेमंद साबित होता है। इसे बालों में लगाने से ऑयल सिक्रशन को कम करने के अलावा बालों का चिपचिपापन दूर होने लगता है। इसके अलावा बालों में अतिरिक्त ऑयल के साथ बढ़ने वाली दुर्गंध की समस्या से भी राहत मिलती है और बालों में फ्रेशनेस का एहसास होता है।
बालों के लिए तेल बेहद ज़रूरी है। मसाज से बालों को नरिशमेंट मिलती है, जिससे बालों की मज़बूती में इज़ाफा होने लगता है। इसके लिए बालों को धोन से 30 मिनट पहले हेयर मसाज करें। इसके लिए बालों की जड़ों में मेंथॉल ऑयल को बादाम के तेल या नारियल के तेल में मिलाकर बालों में अप्लाई करें और कुछ देर मसाज करें। इससे स्कैल्प का ब्लड सर्कुलेशन बढ़ जाता है।
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कस्टमाइज़ करें2 हेयर सीरम के रूप में करें प्रयोग
बालों की ग्रोथ को बढ़ाने के लिए हेयरवॉश से पहले बालों पर हेयर सीरम को अप्लाई करें। इसके लिए चावल के पानी में कुछ बूंद मेन्थॉल ऑयल या कुछ मेंथॉल क्रिसटल डालकर हिलाएं और बालों में स्प्रे करें।
बालों को धोने के लिए शैम्पू में कुछ बूंद मेंथॉल ऑयल की मिलाएं और उसे बालों की जड़ों में लगाकर छोड़ दें 8 से 10 मिनट बाद बालों को धोएं। इससे बालों की क्लीनिंग में मदद मिलती है और बालों का चिपचिपापन दूर होने लगता है।
बालों को धोने के बाद दही, शहद और मेंथॉल ऑयल की बूंदों को मिलाकर एक मास्क तैयार कर लें और उसे बालों की टिप्स से लेकर एंडस तक अप्लाई करे। कुछ देर बालों में लगा रहने दें और फिर बालों को धोएं। इससे बाल मुलायम और घने हो जाते हैं।
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