रात को सोने से पहले खुद को रिलैक्स रखने के लिए अधिकतर लोग नहाकर सोना पसंद करते हैं। गीले बालों को सुखाएं बगैर लोग अक्सर यूं ही सो जाते हैं। इसमें कोई दोराय नहीं सर्दी के मौसम में सुबह उठकर बालों को धोना और फिर सुखाना एक मुश्किल टास्क है। खासतौर से उन लोगों के लिए जिनके बालों की लंबाई ज्यादा है। रात को हेयरवॉश करने से बालों को क्लीन करना तो आसान है, मगर इससे बालों को कई समस्याओं से होकर गुज़रना पड़ता है। हेयरफॉल से लेकर स्कैल्प पर बढ़ने वाली रूसी तक सभी समस्याएं गीले बालों में बढ़ने लगती है। जानते हैं कि गीले बालों के साथ सोने के कुछ साइड इफेक्ट्स (Is it bad to sleep with wet hair)।
इस बारे में बातचीत करते हुए डर्माटोलॉजिस्ट डॉ स्वाति अग्रवाल का कहना है कि बालों को धोकर सो जाना पूरी तरह से अनहेल्दी है। दरअसल, गीले बाल बेहद कमज़ोर होते हैं। रात में सोते वक्त बाल तकिए के नीचे आकर न केवल मुड़ते हैं बल्कि टूटने लगते हैं। बालों को नुकसान पहुंचने के अलावा इससे स्कैल्प पर बैक्टीरिया पनपने लगता है।
स्कैल्प पर मौजूद नमी से मालासेज़िया इंफेक्शन का खतरा बना रहता है। इसके चलते स्कैल्प का रूखापन बढ़ता है और रूसी की समस्या से दो चार होना पड़ता है। एक्सपर्ट के अनुसार जब बाल गीले होते हैं, तो उस वक्त तकिए पर मौजूद बैक्टीरिया तेज़ी से बढ़ने लगते हैं और स्कैल्प को नुकसान पहुंचाने लगते हैं। इसके चलते माइक्रोओरगैनिज्म से स्कैल्प पर एक्ने बंप्स की समस्या भी बढ़ने लगती है।
यूरोपियन जर्नल ऑफ एलर्जी के अनुसार गीले बालों के साथ सोने से स्कैल्प के संक्रमण की चपेट में आने का जोखिम बढ़ने लगता है। बिस्तर पर फ्लोरा फंगल पाए जाते हैं। परीक्षण में पाया गया है कि पिलो पर उसकी 4 से 16 प्रजातियां पाई जाती है। वे लोग जिनका इम्यून सिस्टम कमज़ोर है। उन्हें आसानी से अपनी चपेट में ले लेते हैं। इससे अस्थमा की समस्या का जोखिम भी बढ़ने लगता है।
एक्सपर्ट के अनुसार गीले बाल बेहद कमज़ोर होते हैं। ऐसे में उन्हें सुखाए बगैर सो जाने से टूटने का जोखिम बढ़ने लगात है, जिसके चलते हेयरफॉल की समस्या का सामना करना पड़ता है। दरअसल, गीले बालों के सॉफ्ट होने से वे आसानी से टूटने लगते है। इससे हेयरफॉलिक्ल्स को नुकसान होता है, जिससे हेयरलॉस दिनों दिन बढ़ने लगता है। बालों की जड़ों के कमज़ोर होने से उसका असर बालों की मज़बूती पर दिखने लगता है।
वे लोग जो रात में गीले बाल लेकर सोते हैं। उन्हें सुबह उठकर खासतौर से बालों को सुलझाने में काफी वक्त लग जाता है। ऐसे में उलझे बालों को डिटेगल करते हुए भी हेयरलॉस होता है, जिससे बालों का वॉल्यूम कम होने लगता है। गीले बालों के एलझने का खतरा सबसे अधिक रहता है। ऐसे में गीले बालों के साथ सोना बालों की सेहत को नुकसान पहुंचाता है।
गीले बालों के साथ सोना बालों में बढ़ने वाली इचिंग का कारण बनने लगता है। इससे बात कमज़ोर और दो मुंहे होने लगते हैं। साथ ही जड़ों में इचिंग की समस्या बढ़ने लगती है। इससे बालों में बैक्टीरिया पनपने लगता है, जिससे इचिंग बढ़ जाती है।
बालों को देर रात धोकर सो जाने से स्कैल्प का रूखापन बढ़ जाता है। इसके चलते डैंड्रफ की समस्या का सामना करना पड़ता है। यूरोपियन जर्नल ऑफ एलर्जी के अनुसार बालों को गीला रखने से मलासीज़िया नाम का संक्रमण बढ़ने लगता हैए जिससे बालों से डैंड्रफ की समस्या बढ़ने लगती है।
अगर आप गीले बालों के साथ सोना चाहती हैं, तो फ्रेश व साटन, सिल्क या मलमल के पिलो कवर का इस्तेमाल करें। इससे बालो के टूटने का खतरा कम होने लगता है और बालों में संक्रमण की समस्या से भी बचा जा सकता है।
सोने से पहले गीले बालों को सुखाने के लिए माइक्रो फाइबर टावल प्रयोग में लाएं। नहाने के बाद बालों को कुछ देर तौलिए में लपेटकर रखें इससे गीले बालों में मौजूद पानी अपने आप कम होने लगता है और इंफै्क्शन का खतरा भी घट जाता है।
हेयरवॉश के बाद कुछ देर बालों को सुखाकर उन्हें डिटेंगल करने से बालों के टूटने की समस्या से बचा जा सकता है। इससे हेयरफरॅल से बचा जा सकता है और बालों की जड़ें भी मज़बूत होने लगती हैं।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार नारियल के तेल के इस्त्माल से हेयरफॉल से बचा जा सकता है। इसके लिए स्कैल्प पर नारियल के तेल से मसाज करें। इससे स्कैल्प के रूखेपन को भी कम किया जा सकता है।
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