सर्द हवाएं बालों के रूखेपन का कारण साबित होती है, जिससे बालों के टूटने और झड़ने की समस्या बनी रहती है। ऐसे में अधिकतर लोग हेयरग्रोथ के लिए केमिकल युक्त शैम्पू और कंडीशनर का इस्तेमाल करते है, जिससे धीरे धीरे स्कैल्प की नमी प्रभावित होने लगती है। अगर आप भी हेयरग्रोथ के लिए नेचुरल विकल्प की खोज कर रही हैं, तो ब्राह्मी एक फायदेमंद जड़ी बूटी है। आयुर्वेदिक गुणो से भरपूर ब्राह्मी बालों के स्वास्थ्य को फायदा पहुंचाने में मदद करती है जिससे बालों का टूटना कम होने लगता है। जानते हैं ब्राह्मी के फायदे (brahmi for hair growth) और इस्तेमाल का तरीका भी।
मेडिसिनल प्रॉपर्टीज़ से भरपूर ब्राह्मी का साइंटिफिक नाम बकोपा मोनिएरी है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स की उच्च मात्रा पाई जाती है, जिससे हेयरफॉल से राहत मिलती है। इसे पाउडर या तेल की फॉर्म में बालों में लगाने से (brahmi for hair growth) बालों की नमी रीस्टोर होने लगती है, जिससे स्कैल्प की नरिमेंट में मदद मिलती है। रिसर्चगेट की रिपोर्ट के अनुसार ब्राह्मी में मौजूद बायोएक्टिव कंपाउड ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ा देते हैं, जिससे हेयरग्रोथ बूस्ट होती है।
इस बारे में आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ अंकुर तंवर बताते हैं कि ब्राह्मी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। इससे स्कैल्प संबधी समस्याएं हल होती है और हेयरग्रोथ बूस्ट होती है। साथ ही एलोपेसिया के खतरे को कम किया जा सकता है। इसे तेल, शैम्पू या सीरम में मिलाकर इस्तेमाल करने से बालों को फायदा मिलता है। दो मुंहे बालों की समस्या हल होने लगती है और नेचुरल कंडीशनर की तरह बालों की शाइन को मेंटेन रखने में मदद करती है।
ब्राह्मी के पौधे और इसके सफ़ेद फूलों में औषधीय गुण भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसमें मौजूद बैकोसाइड्स और एल्कलॉइड जैसे कंपाउड बालों की थिकनेस को बढ़ाने में मदद करते हैं। ब्राह्मी के पाउडर को नारियल तेल में मिलाकर लगाने से जड़ों को मज़बूती मिलती है।
इसे स्कैल्प पर अप्लाई करने से डेड स्किन सेल्स की समस्या हल हो जाती है और नमी बरकरार रहती है। साथ ही नेचुरल ऑयल मेंटेन रहता है। सप्ताह में दो बार इसे बालों में लगाकर हल्की मसाज करने से बालों की ग्रोथ बढ़ने लगती है और बालों का टूटना कम हो जाता है।
बालों की सेहत के लिए फायदेमंद ब्राह्मी की पत्तियों में विटामिन सी, सैपोनिन्स और फ्लेवोनोइड्स पाए जाते हैं। इससे हेयर फॉलिकल्स बूस्ट होते हैं, जिससे बालों का टूटना कम होने लगता है। कुछ देर स्कैल्प की मसाज करने से कार्टिसोल का स्तर कम हो जाता है, जिससे हेयरग्रोथ बूस्ट होने लगती है।
सर्द हवाएं बालों की रफनेस का कारण साबित होती है। इससे बालों में खुरदरापन बढ़ने लगता है। इसे बालों में अप्लाई करने से बालों की खोई नमी और शाइन लौट आती है। साथ ही स्मेदनेस बढ़ने लगती है, जिससे स्पिल्ट एंड्स से राहत मिल जाती है।
प्रिमेच्योर हेयर की समस्या को दूर करने के लिए ब्राह्मी पाउडर या तेल को बालों की जड़ों से लेकर लेंथ तक अप्लाई करें। इससे सफेद बालों की समस्या हल होती है और बालों की मज़बूती व थिकनेस बढ़ने लगती है।
इसके लिए ब्राह्मी की पत्तियों और फलों को नारियल के तेल में डालकर पकाएं और उसके बाद तेल को छानकर अलग कर लें। इसके अलावा ब्राह्मी पाउडर को नारियल तेल में डालकर पका सकते हैं। उसके बाद तेल को छानकर बालों पर अप्लाई करें। इससे बालों की इंस्टेंट ग्रोथ बढ़ जाती है।
बालों की रफनेय को दूर करने के लिए ब्राह्मी पाउडर में दही और एलोवेरा जेल को मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें। अब इसे बालों की जड़ों में लगाकर मसाज करें। 30 मिनट तक बालों में लगाने के बाद हेयरवॉश करें। इससे बालों की ग्रोथ बढ़ती है।
स्कैल्प पर जमा पाल्यूटेंट्स की लेयर को रिमूव करने और डेड स्किन सेल्स से राहत पाने के लिए स्क्रबिंग बेहद ज़रूरी है। इसके लिए ग्री टी में ब्राह्मी पाउडर एड करके पेस्ट तैयार कर लें। अब इससे स्कैल्प की स्क्रबिंग करें और बालों को धो लें।
बालों की मज़बूती और स्मूदनेस को बढ़ाने के लिए ब्राह्मी को शैम्पू में मिलाएं और बालों की जड़ों से लेकर लैंथ पर लगाएं। नियमित रूप से इसे बालों में अप्लाई करने से बालों का टूटना कम होने लगता है। इससे बालों में बढ़ने वाली दुर्गंध से भी राहत मिल जाती है।
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