कोलेजन त्वचा स्वास्थ्य के लिए बेहद खास होता है। यह एक प्रकार का नेचुरल प्रोटीन है, जो शरीर में प्राकृतिक रूप से पाया जाता है। त्वचा, बाल, नाखून और हड्डियों की सेहत सहित समग्र शरीर के लिए कोलेजन बेहद महत्वपूर्ण होता है। कोलेजन की कमी कई परेशानियों का कारण बन सकती है, खासकर यह त्वचा संबंधी समस्याओं को बढ़ावा देती है। एक्ने, ब्रेकआउट, प्रीमेच्योर एजिंग सहित त्वचा संबंधी कई अन्य समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं। कोलेजन की मात्रा को बनाए रखने के लिए अपनी डाइट में कोलेजन युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करें, साथ ही कुछ खास टिप्स भी हैं, जो आपकी त्वचा और बॉडी में प्राकृतिक कोलेजन के उत्पादन को बूस्ट करने में आपकी मदद कर सकते हैं।
कोलेजन बूस्टिंग टिप्स के बारे में हेल्थ शॉट्स ने फॉर्टिस एस्कॉर्ट्स, हॉस्पिटल जयपुर की न्यूट्रीशन और डाइजेस्टिव डिपार्टमेंट की क्लीनिकल हेड अंशु चतुर्वेदी से सलाह ली डॉक्टर ने कुछ खास कोलेजन बूस्टिंग टिप्स दिए हैं, तो चलिए जानते हैं इस बारे में अधिक विस्तार से (how to maintain collagen)।
प्राकृतिक कोलेजन उत्पादन को बढ़ावा देने का सबसे अच्छा तरीका कोलेजन सप्लीमेंट्स हैं। हाइड्रोलाइज्ड कोलेजन पेप्टाइड्स को शरीर में कोलेजन और त्वचा बनाने वाले अन्य सेल्स, जैसे इलास्टिन और फ़ाइब्रिलिन के प्राकृतिक उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद करने के लिए दिखाया गया है। परिणामस्वरूप, शोध के अनुसार कोलेजन पेप्टाइड्स स्किन इलास्टिन और स्किन कोलेजन डेंसिटी का समर्थन करते हैं।
साइंटिफिक रूप से रेटिनॉल त्वचा में कोलेजन उत्पादन को बढ़ाता है, जिससे फाइन लाइंस और झुर्रियां कम हो जाती हैं। यह स्किन सेल्स के प्रोडक्शन को बूस्ट करता है। जब ऐसा होता है, तो आपके पास अधिक स्वस्थ और सक्रिय स्किन सेल्स होते हैं और ये यंग सेल्स कोलेजन के उत्पादन को बढ़ावा देते हैं। कोलेजन प्रोडक्शन को बूस्ट करना है तो अपने नियमित स्किन केयर रूटीन में रेटिनोल को जरूर शामिल करें।
पब मेड सेंट्रल द्वारा प्रकाशित अध्ययन की माने तो, वर्कआउट करने से वास्तव में स्किन टेक्सचर में सुधार होता है। एक्सरसाइज करने से चेहरे का ब्लड सर्कुलेशन बढ़ जाता है, जिससे कि त्वचा तक अंदर पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन पहुंचता है। ये फैक्टर कोलेजन के प्रोडक्शन को बढ़ावा देते हैं।
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प्रोटीन के कई शाकाहारी और मांसाहारी स्रोत उपलब्ध हैं। पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन का सेवन न केवल नई मांसपेशियों के निर्माण के लिए आवश्यक है, बल्कि यह त्वचा में कोलेजन के प्रोडक्शन को बढ़ावा देता है, इलास्टिन और केराटिन जैसे त्वचीय प्रोटीन की आपूर्ति भी करता है। प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों के सेवन से आपको त्वचा संबंधी समस्याएं परेशान नहीं करती, साथ ही स्किन बेहद ग्लोइंग और मुलायम नजर आता है।
नींद की कमी आपकी त्वचा संबंधी समस्याओं का एक बड़ा कारण है। पर्याप्त नींद न लेने से स्किन बैरियर्स प्रभावित होते हैं, साथ ही साथ कोलेजन के उत्पादन को भी कम कर देता है। हालांकि, यह भी सच है की बढ़ती उम्र के साथ स्वाभाविक रूप से, कोलेजन उत्पादन प्रभावित हो सकता है। नींद की कमी कोर्टिसोल (तनाव हार्मोन) को बढ़ा देती है, जो समय के साथ कोलेजन को तोड़ सकता है।
ऐसे में रिसर्च के अनुसार नींद और कोलेजन के प्रोडक्शन के बीच एक गहरा संबंध बताया गया है। यही कारण है कि कई विशेषज्ञ नींद को किसी भी “एंटी-एजिंग” का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हैं। नींद की स्थिति में बॉडी खुद को हील करती है, ठीक उसी प्रकार जब आप सो रही होती हैं, तो स्किन में प्राकृतिक कोलेजन का उत्पादन होता है।
एक्सफोलिएशन स्किन सेल्स टर्नओवर को बढ़ावा देते हैं, जो फिर से कोलेजन का बेहतर उत्पादन करने के लिए स्वस्थ, पूरी तरह से कार्यशील त्वचा कोशिकाओं के लिए जगह बनाता है। कई प्रकार के एक्सफ़ोलीएटर्स हैं, परंतु आपको अपनी त्वचा की स्थिति के अनुसार सही और माइल्ड एक्सफ़ोलीएटर्स चुनने की आवश्यकता है।
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कस्टमाइज़ करेंआपका शरीर स्वाभाविक रूप से अपशिष्ट उत्पाद बनाता है, जिन्हें फ्री रेडिकल्स कहा जाता है, जो आपके सेल्स के डीएनए को ख़राब कर सकते हैं। फ्री रेडिकल्स स्किन सेल्स को डैमेज करते हैं और उनसे इलेक्ट्रॉन चुरा लेते हैं। सूरज की रोशनी, धूम्रपान और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ जैसे पर्यावरणीय कारक फ्री रेडिकल्स के निर्माण में योगदान करते हैं, इसलिए इन चीजों से भी बचना जरूरी है।
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