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Chronic Fatigue Syndrome: पूरी नींद लेने के बाद भी अगर हो रही है थकान, तो आप हो सकते है क्रॉनिक फेटीग सिंड्रोम का शिकार

क्रॉनिक फेटीग सिंड्रोम किसी भी व्यक्ति में हो सकता है जिसमें व्यक्ति को बहुत ज्यादा थकान और सुस्ती होती है। ये सिड्रोंम ज्यादातर महिलाओं को परेशान करता है।
Published On: 21 Dec 2023, 07:00 pm IST
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Dr Ashutosh Srivastava
मेडिकली रिव्यूड
fatigue ke lakshan
शरीर को एक्टिव न रखने से थकान और कमज़ोरी का सामना करना पड़ता है। चित्र- अडोबी स्टॉक

क्या आपको भी लंबे समय से थकान का अनुभव होता है और इसके कारण आपको कुछ भी करने का मन नहीं करता है। अगर आपके साथ भी इस तरह की समस्या हो रही है तो शायद आप मायलजिक एन्सेफेलोमाइलाइटिस और क्रॉनिक फेटीग सिंड्रोम ( Chronic Fatigue Syndrome) के शिकार हो सकते है। ये समस्या आपको लंबे समय तक परेशान कर सकती है जिसमें आपको आराम करने के बाद भी थकान काअनुभव होता रहता है।

इस बारे में ज्यादा जानने के लिए हमने संपर्क किया सीनियर क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ. आशुतोष श्रीवास्तव से।

क्या है क्रॉनिक फेटीग सिंड्रोम (What is Chronic Fatigue Syndrome)

क्रोनिक फेटीग सिंड्रोम (Chronic Fatigue Syndrome), जिसे मायलजिक एन्सेफेलोमाइलाइटिस (एमई) के रूप में भी जाना जाता है, एक जटिल और कमजोर करने वाली स्थिति है जिसमें आपको बहुत अधिक थकान हो सकती है। जो आराम से ठीक नहीं होती है और कम से कम छह महीने तक बनी रहती है। लगातार थकान के साथ, CFS वाले व्यक्तियों को कई प्रकार के लक्षणों का अनुभव हो सकता है जैसे-

सोचने समने में कठिनाई
नींद की समस्या
मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द
सिर दर्द
गला खराब होना
बढ़े हुए लिम्फ नोड्स
काम के बाद तबीयत खराब होना
अन्य फ्लू जैसे लक्षण

janiye kya hai chronic fatigue syndrome
क्रोनिक थकान सिंड्रोम क्या है और इससे बचाव के उपाय। चित्र : शटरस्टॉक

क्रॉनिक फेटीग सिंड्रोम के कारण (Causes of Chronic Fatigue Syndrome)

वायरल संक्रमण (Viral infection)

क्रोनिक फेटीग सिंड्रोम के कुछ मामले एपस्टीन-बार वायरस (ईबीवी), ह्यूमन हर्पीसवायरस 6 (एचएचवी-6), या अन्य संक्रामक एजेंटों जैसे वायरल संक्रमण से होते हैं। हालांकि ऐसे अभी तक किसी एक वायरस के बारे में कोई जानकारी नहीं है जो सिर्फ इसका कारण हो।

इम्यून सिस्टम डिस्फंक्शन (Immune system dysfunction)

क्रोनिक फेटीग सिंड्रोम वाले व्यक्तियों में इम्यून सिस्टम में असमान्यताएं पाई गई है। इसमें साइटोकिन स्तरों में परिवर्तन शामिल हैं, जो इम्यून सिस्टम और कई इम्यून मार्कर द्वारा बनाया जाता है।

हार्मोनल असंतुलन (Hormone imbalance)

क्रोनिक फेटीग सिंड्रोम से पीड़ित कुछ लोगों में हाइपोथैलेमिक-पिट्यूटरी-एड्रेनल क्षेत्र में कुछ हार्मोनल असंतुलन या विकृति देखी गई है। यह अक्ष तनाव के प्रति शरीर की प्रतिक्रिया को नियंत्रित करता है और विभिन्न शारीरिक कार्यों को नियंत्रित करता है।

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प्रदूषण से बचने के लिए आप क्या करते हैं?

पर्यावरणीय कारक (Environmental Factors)

आजकल वातावरण में प्रदूषण और क्लाइमेट चेंज के कारण कई तरह की बिमारियां जन्म ले रही है। विषाक्त पदार्थों, रसायनों या पर्यावरणीय प्रदूषण से संवेदनशील व्यक्तियों में सीएफएस के विकास या उसके बढ़ने में संभावित हो सकता है।

क्रॉनिक फेटीग सिंड्रोम का उपचार कैसे करें (Treatment of Chronic Fatigue Syndrome)

लक्षणों को ठीक करने की कोशिश करें (Symptom Management)

दर्द, नींद का खराब होना, डिप्रेशन या एंग्जाइटी जैसी फेटीग के लक्षणों को कम करने के लिए डॉक्टर से संपर्क करके कुछ दवाओं का उपयोग किया जा सकता है। डॉक्टर आपको नींंद की दवा, पेन कीलर या कोई अन्य दवाईयां दे सकता है।

kya hai chronic fatigue ke treatment
ज्यादा थकान के कई कारण हो सकते है। चित्र : शटरस्टॉक

लाइफस्टाइल में बदलाव (Lifestyle change)

अच्छी नींद का आदतें, तनाव का प्रबंधन करना और संतुलित आहार को अपनी लाइफस्टाइल में शामिल करने से आपको लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है। आप किसी चिकित्सक या किसी योगा ट्रेनर से संपर्क कर सकते है जो आपको इसमें मदद करे। अपने लाइफस्टाइल को बेहतर करके आप इन चीजों से बच सकते है।

कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी (Cognitive Behavioral Therapy)

क्रोनिक फेटीग सिंड्रोम को ठीक करने या इससे निपटने के लिए, तनाव का प्रबंधन करने और नकारात्मक विचार पैटर्न या व्यवहार को संबोधित करने में मदद करके सीएफएस के प्रबंधन में फायदेमंद हो सकता है। ये लक्षण क्रोनिक फेटीग सिंड्रोम के कारण हो सकते है।

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लेखक के बारे में
संध्या सिंह
संध्या सिंह

दिल्ली यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट संध्या सिंह महिलाओं की सेहत, फिटनेस, ब्यूटी और जीवनशैली मुद्दों की अध्येता हैं। विभिन्न विशेषज्ञों और शोध संस्थानों से संपर्क कर वे  शोधपूर्ण-तथ्यात्मक सामग्री पाठकों के लिए मुहैया करवा रहीं हैं। संध्या बॉडी पॉजिटिविटी और महिला अधिकारों की समर्थक हैं।

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