Ear Pain : सर्दी और इंफेक्शन के कारण भी हो सकता है कान में दर्द, जानिए इससे कैसे ठीक करना है

कान हमारे शरीर का बहुत ही संवेदनशील हिस्सा है। कई बार कान में दर्द होता है जिसके बाद हम उसके साफ करते है या दवा डालते है।
ear pain ke karan
कभी-कभी सामान्य सर्दी के कारण कान भी कान में दर्द हो सकता है। चित्र- अडोबी स्टॉक
संध्या सिंह Published: 3 Jan 2024, 20:30 pm IST
  • 145

जब कभी कान में दर्द होता है तो कई लोग बोलते है कि ये दर्द कान में मैल होने के कारण है, या फिर ज्यादा देर तक इयरफोन के इस्तेमाल के कारण होता है। कई लोग तेज आवाज में कुछ सुनने के कारण भी कान में दर्द की शिकायत करते है। लेकिन इस चीजों के अलवा भी कई चीजें है जिसकी वजह से कान में दर्द हो सकता है।

हालांकि कान का दर्द निश्चित रूप से चिंताजनक हो सकता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आपको संक्रमण है। हवा के दबाव में बदलाव या मौसम में बदलाव के कारण भी कुछ लोगों को एक या दोनों कानों में सुस्त, तेज या जलन का अनुभव हो सकता है। इसलिए इसका कारण और निवारण खुद करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना बहुत जरूरी है।

क्या हो सकते है कान में दर्द के कारण (Ear pain causes)

1 कानों में बीच में संक्रमण (otitis media)

ओटिटिस मीडिया बच्चों में कान दर्द होने का सबसे आम कारण है। यह वयस्कों में हो सकता है, लेकिन असामान्य होता है।

apne kaanon ki achche se masaage karein
अपने कानों की अच्छे से मसाज करें। चित्र : शटरस्टॉक

यह प्रीस्कूल उम्र के बच्चों में सबसे आम है। यह सामान्य सर्दी के बाद हो सकता है। ओटिटिस मीडिया वाले बच्चों के कान में दर्द होता है दबाव और अक्सर उच्च तापमान (बुखार) जैसी स्थिति में होता है।

2 कान की नली में संक्रमण (otitis externa)

ओटिटिस एक्सटर्ना कान के बाहरी हिस्से, इयर कैनाल का एक संक्रमण है। इस प्रकार का संक्रमण वयस्कों, तैराकों औंर एग्जिमा से पीड़ित लोगों में अधिक पाया जाता है।

ओटिटिस एक्सटर्ना में कान में दर्द या खुजली महसूस हो सकती है। कान से स्राव निकल सकता है। कान बंद हो सकता है और सुनने में कठिनाई हो सकती है।

3 कान में अधिक वैक्स का होना (Wax)

कान की नलियों की सुरक्षा के लिए कान एक मोमी पदार्थ का उत्पादन करते हैं। आम तौर पर यह प्राकृतिक रूप से अपने आप ही कान से बाहर निकल जाता है। हालाँकि, कभी-कभी वैक्स का प्लग बन सकता है, जिससे कान की नलिका बंद हो जाती है। इससे सुनने की क्षमता कम हो सकती है और परेशानी हो सकती है।

कान में वैक्स फंसने पर कान में चट-पट की आवाजें या घंटियां बजने की आवाज भी आ सकती है। कभी-कभी इससे चक्कर आने जैसा अहसास हो सकता है।

4 सामान्य सर्दी होना (Common cold)

कभी-कभी सामान्य सर्दी के कारण कान भी कान में दर्द हो सकता है। ऐसा सर्दी के दौरान अत्यधिक बलगम बनने के कारण होता है। इनमें से कुछ जमा हो सकते हैं और कान के बीच में और कान के परदे पर दबाव पैदा कर सकते हैं, जिससे कान में दर्द हो सकता है। ये वाला कान का दर्द आमतौर पर अपने आप ठीक हो जाता है।

5 चोट लगना (getting hurt)

कान में कोई भी चीज़ डालने से, जैसे कि रुई या नुकीली चीज़, कान की नली को नुकसान पहुंचा सकती है। इससे दर्द हो सकता है जो आमतौर पर अपने आप ठीक हो जाता है। हालांकि यह संक्रमित हो सकता है। इसलिए यदि दर्द ठीक नहीं होता है, या स्राव होता है, तो डॉक्टर सलाह लेनी चाहिए।

अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें

कस्टमाइज़ करें
earbuds baar baar nhin dalen
अपने कान में ईयर बड्स बार बार नहीं डालें चित्र : अडोबी स्टॉक

कान के दर्द को ठीक करने के उपाय (how to get rid of ear pain)

1 कान के बाहरी हिस्से पर गर्म सेक करने से दर्द में कुछ हद तक राहत मिल सकती है। सुनिश्चित करें कि पानी कान की नली में न जाए। साथ ही, यह भी महत्वपूर्ण है कि त्वचा जले नहीं।

2 अगर गर्माहट से राहत न मिले तो ठंडी सिकाई से मदद मिल सकती है। कान पर एक बार में 20 मिनट तक ठंडा सेक लगाना मददगार हो सकता है। सावधान रहें कि यह इतना ठंडा न हो कि स्किन को नुकसान पहुंचा दे।

3 चबाना या जम्हाई लेना मध्य कान के अंदर दबाव को कम करने में मदद कर सकता है। कभी-कभी कोई चावल के कुरकुरे जैसी पॉपिंग ध्वनि को महसूस या सुन सकता है, क्योंकि यूस्टेशियन ट्यूब दबाव को बराबर करने की कोशिश करने के लिए खुलती और बंद होती हैं।

4 बिना प्रिस्क्रिप्शन वाली इयर ड्रॉप कभी-कभी कान में संक्रमण या वैक्स जमा होने के कारण होने वाले दर्द को कम करने में मदद कर सकती हैं। हालांकि, इनका उपयोग करने से पहले किसी डॉक्टर से परामर्श लें, खासकर यदि किसी संक्रमण का खतरा आपको लग रहा है।

ये भी पढ़े- मुंह के कीटाणु भी बढ़ा सकते हैं निमोनिया का जोखिम, स्टडी में सामने आया दोनों का कनेक्शन

  • 145
लेखक के बारे में

दिल्ली यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट संध्या सिंह महिलाओं की सेहत, फिटनेस, ब्यूटी और जीवनशैली मुद्दों की अध्येता हैं। विभिन्न विशेषज्ञों और शोध संस्थानों से संपर्क कर वे  शोधपूर्ण-तथ्यात्मक सामग्री पाठकों के लिए मुहैया करवा रहीं हैं। संध्या बॉडी पॉजिटिविटी और महिला अधिकारों की समर्थक हैं। ...और पढ़ें

पीरियड ट्रैकर

अपनी माहवारी को ट्रैक करें हेल्थशॉट्स, पीरियड ट्रैकर
के साथ।

ट्रैक करें
अगला लेख