ऊर्जा शक्ति में उतार-चढ़ाव आना बिल्कुल सामान्य है। आमतौर पर लोगों की दिन की शुरुआत एनर्जेटिक होती है। परंतु पूरे दिन शारीरिक और मानसिक रूप से गतिशील होने के कारण शाम तक ऊर्जा शक्ति में गिरावट आ जाता है। हालांकि, यह शरीर का प्राकृतिक स्वभाव है परंतु कभी कबार सुबह उठते के साथ या बैठे बैठे भी हमें थकान और ऊर्जा की कमी महसूस होती है। क्या आपने सोचा है ऐसा क्यों होता है? जी बिल्कुल! आप सभी को लगता होगा कि शरीर में पोषक तत्वों की कमी और सही समय पर खाना न खाने से ऐसा होता है।
परंतु आपको बता दें कि कुछ खाद्य स्रोत ऐसे भी हैं जिनका सेवन आपकी ऊर्जा शक्ति को कम कर सकता है। तो आज हम लेकर आए हैं, ऐसे ही कुछ खाद्य स्रोत के नाम जो आपकी ऊर्जा शक्ति की कमी का कारण होते हैं। तो चलिए जानते हैं इनके बारे में।
कई लोग अच्छी और गहरी नींद के लिए रात को सोने से पहले अल्कोहल का सेवन करते हैं। वहीं नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित अध्ययन के अनुसार अल्कोहल का सेवन अगले दिन उठते के साथ आपके अंदर ऊर्जा की कमी का कारण बन सकता है। “शराब के सेवन से नींद अच्छी आती है” यह एक बहुत बड़ी अवधारणा है, असल मे यह आपकी नींद की गुणवत्ता को बुरी तरह प्रभावित करता है। जिस वजह से नींद पूरी नही हो पाती और आपको अगले पूरे दिन ऊर्जा शक्ति की कमी महसूस होती है।
अक्सर लोग थकान और आलस दूर करने के लिए कॉफी का सेवन करते हैं। हालांकि, शुरुआत में कॉफी एनर्जी लेवल को तेजी से बढ़ाती है और हमें आराम महसूस होता है। परंतु जैसे ही इसका प्रभाव कम होने लगता है, हमारी ऊर्जा शक्ति भी तेजी से गिरती है। वहीं ऐसे में सिरदर्द, नींद की कमी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
इसके साथ ही कैफीन से युक्त ड्रिंक्स के अधिक सेवन से शरीर से आवश्यक मिनरल्स की मात्रा कम होने लगती है। वहीं यह आयरन और विटामिन डी की कमी का भी कारण हो सकता है। शरीर में आयरन और विटामिन डी की कमी ऊर्जा शक्ति को प्रभावित करती हैं।
वाइट पास्ता, वाइट ब्रेड और चावल में प्रोसेस्ड ग्रेन्स मौजूद होते हैं जिस वजह से जब बात ऊर्जा शक्ति की आती है तो यह इसे बूस्ट करने की जगह आपकी ऊर्जा शक्ति के गिरने का कारण बनता है। वहीं नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार ग्रेन्स के ऊपर फाइबर की एक परत होती है।
परंतु प्रोसेसिंग के दौरान यह परत हट जाती है और यह सभी खाद्य पदार्थ काफी जल्दी डाइजेस्ट हो जाते हैं। जिस वजह से ऊर्जा के स्तर में गिरावट देखने को मिलती है।
अक्सर लोग कैलोरी को अवॉइड करना चाहते हैं। खासकर फिटनेस फ्रीक बहुत कम मात्रा में कैलोरी लेते हैं। परंतु नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित अध्ययन के अनुसार शरीर में कैलोरी की एक सीमित मात्रा का बना रहना जरूररी है। अन्यथा यह हार्मोनल इंबैलेंस का कारण बन सकती है। साथ ही आपके मेटाबॉलिज्म को भी धीमा कर देती है और आप उर्जा की कमी महसूस कर सकती हैं। इसी के साथ बहुत कम मात्रा में कैलोरी लेने से आपको बार बार भूख लगने की समस्या होती है जिस वजह से लोग ओवरईट कर लेते हैं और भरा हुआ और सुस्त महसूस करते हैं।
रेड मीट का सेवन थकान और ऊर्जा की कमी का एक महत्वपूर्ण कारण हो सकता है। हालांकि, रेड मीट में आयरन की भरपूर मात्रा में मौजूद होती है जिस वजह से एनीमिया से पीड़ित लोग इसे खूब चाव से खाना पसंद करते हैं। परंतु आपको बताए की एक ओर आयरन से भरपूर होने के साथ ही दुसरी ओर यह पाचन क्रिया के लिए समस्याएं खड़ी कर देता है। वहीं इसे डाइजेस्ट कर पाना उतना ही मुश्किल है।
ऐसे में यह कब्ज, पेट दर्द और विभिन्न प्रकार की बीमारियों का कारण बन सकता है। जिस वजह से आप ऊर्जा की कमी महसूस कर सकती हैं और साथ ही जरूर से ज्यादा थकान भी महसूस होता है।
अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें
कस्टमाइज़ करेंयह भी पढ़ें : यदि आप अपना वही रेगुलर बटर चिकन खाकर बोर हो गयी हैं तो ट्राई करें ये हेल्दी हनी पेपर चिकन