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आपकी हार्ट हेल्थ के लिए भी खतरनाक है लंबे समय तक बैठना, सिटिंग जॉब में हैं तो रखें दिल का ख्याल

पूरे दिन कंप्यूटर के सामने बैठना और शारीरिक रूप से निष्क्रिय जीवनशैली का बढ़ते जाना पूरे स्वास्थ्य के लिए कई तरह के जोखिम पैदा कर रहा है। आम भाषा में ऐसी स्थिति को 'सीटेड लाइफस्टाइल' कहा जाता है।
Updated On: 17 Nov 2023, 06:04 pm IST
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ज्यादा देर कंप्यूटर स्क्रीन के सामने काम करने से आपको डायबिटीज, कैंसर और हृदय रोग जैसी समस्या हो सकती है। चित्र : अडोबी स्टॉक

आजकल व्यस्तता के कारण व्यक्ति के पास अपने स्वास्थ्य के लिए ही समय नहीं है। लैपटॉप और कंप्यूटर का चलन भी बहुत हो गया है। लंबी इमारतों से लेकर छोटी सुईं तक, हर चीज़ में कंप्यूटर का प्रयोग किया जा रहा है। इसी के चलते हम सभी अपना ज्यादा समय स्क्रीन के सामने बैठकर बिता रहे हैं।

इनमें नौकरीशुदा युवाओं से लेकर स्कूल जाने वाले बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल हैं। पूरे दिन कंप्यूटर के सामने बैठना और शारीरिक रूप से निष्क्रिय जीवनशैली का बढ़ते जाना पूरे स्वास्थ्य के लिए कई तरह के जोखिम पैदा कर रहा है। आम भाषा में ऐसी स्थिति को ‘सीटेड लाइफस्टाइल’ कहा जाता है। यह न सिर्फ आपको मोटा बना रहा है, बल्कि आपके हृदय स्वास्थ्य के लिए भी जोखिम खड़ा कर रहा है। जानना चाहते हैं कैसे, तो इस लेख को अंत तक पढ़ें।

जानिए क्यों खतरनाक है लंबे समय तक बैठे रहना

यदि आप भी दिन का अधिकतर हिस्सा यानी लगभग 10 से 12 घंटे बैठे रह कर ही गुज़ारती है तो इससे आपको कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं होने के खतरे बढ़ सकते है। बैठे रहने के कारण होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं पर नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित शोध की रिपोर्ट के अनुसार, अगर कोई व्यक्ति शारीरिक रूप से फिट हैं और वो फिजिकली एक्टिव भी हैं लेकिन फिर भी यदि वो दिन का एक लंबा हिस्सा बैठे रह कर ही गुज़ारता है, तो उसके पेट और कमर पर फैट बढ़ने का खतरा हो सकता है।

साथ ही इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि यदि आपने कुछ समय पहले ही फिजिकली एक्टिव रह के वजन कम किया है लेकिन अब आप फिर लंबे समय तक बैठी रहती है तो आपका मोटापा बढ़ने की प्रबल संभावनाएं है।

देर तक बैठे रहना आपकी सेहत को नुकसान पहुंचाता है। चित्र: शटरस्‍टॉक
ज्यादा देर तक बैठ कर काम करने से आपका दिल हो सकता है बीमार। चित्र: शटरस्‍टॉक

लॉन्ग सिटिंग से होने वाली स्वास्थ्य समस्याएं

ऑफिस या अन्य कारणों की वजह से लंबे समय तक बैठे रहने और फिजिकल एक्टिविटी की कमी के कारण कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं देखने को मिल सकती है।

1 बढ़ जाती है मसल स्टिफनेस

लंबे समय तक बैठने के कारण होने वाली समस्याओं के बारे में कंसल्टेंट फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. अरुणा बताती हैं कि, लंबे समय तक बैठे रहने और मांसपेशियों की अकड़न के बीच गहरा संबंध है। दरअसल, जब लंबे समय तक हम बैठे रहते है तो मांसपेशियों में ब्लड फ्लो कम हो जाता है, जिससे संभावित रूप से मांसपेशियों में ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की आपूर्ति में कमी आ जाती है। जिसके कारण मसल स्टिफनेस बढ़ सकती है।

अध्ययनों से पता चला है कि लंबे समय तक बैठे रहने से मांसपेशियों में असंतुलन हो सकता है। कुछ मांसपेशियां कड़ी और छोटी हो सकती हैं, जबकि अन्य कमजोर हो सकती हैं। इस असंतुलन से प्रभावित मांसपेशियों में कठोरता और असुविधा हो सकती है।

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2 हार्ट हेल्थ को है बहुत अधिक खतरा

लंबे समय तक बैठे रहने से हार्ट हेल्थ का बहुत अधिक खतरा बढ़ जाता है और यह आपके सामान्य हार्ट हेल्थ को प्रभावित कर सकता है। इसी मामले में यूरोपियन हार्ट जर्नल में छपी एक रिपोर्ट में पता चला कि लंबे समय तक बैठे रहने से आपके हृदय पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है और इसके कारण आपकी मृत्यु का खतरा भी कई अधिक गुना बढ़ सकता है।

साथ ही लंबे समय तक बैठे रहने के कारण आपका कार्डियोवस्कुलर सिस्टम (हृदय और ब्लड वेसल्स) प्रभावित हो सकता है, जिससे हृदय से संबंधित समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है।

इसके साथ ही लंबे समय तक बैठने से ब्लड प्रेशर में वृद्धि होती है, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए भी काफी खतरनाक हो सकती है और सीटेड लाइफस्टाइल से जुड़ी अन्य स्वास्थ्य समस्याओ में कोलेस्ट्रॉल, ट्राईग्लिसराइड्स का स्तर भी बढ़ सकता है, जो हृदय रोग के खतरे को काफी बढ़ा सकता है।

3 मांसपेशियां होने लगती हैं कमजोर

लंबे समय तक बैठे रहने से मसल्स की गुणवत्ता पर भी काफी प्रभाव पड़ता है। डॉ. अरुणा बतातीं हैं कि मसल्स को ताकतवर बनाएं रखने नियमित मूवमेंट की जरुरत होती है लेकिन यदि हम लंबे समय तक बैठे रहते है तो इसके कारण मांसपेशियों की न्यूनतम गतिविधि होती है, जिससे ‘मसल्स एट्रोफी’ की प्रक्रिया शुरू हो जाती है, जिसके कारण मसल्स कमज़ोर होने लगती है।

इसके साथ ही लंबे समय तक बैठे रहने से मांसपेशियों की सक्रियता में असंतुलन हो जाता है, जिससे कुछ मांसपेशिया अति सक्रिय और सख्त हो सकती हैं, जबकि अन्य कम सक्रिय और कमजोर हो सकती हैं।

सिटिंग जॉब में हैं तो जानिए कैसे रखना है अपना ख्याल

लंबे समय तक बैठे रहने कारण होने वाली समस्याओं को दूर करने के लिए साधारण तौर पर आप अपनी दिनचर्या में कुछ बदलाव कर सकते है। इन बदलावो के चलते आपको लंबे समय तक बैठ कर होने वाली समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है।

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व्यायाम करने से लंबे समय तक बैठने के कारण होने वाली समस्याएं दूर हो सकती है। चित्र-अडोबीस्टॉक

1 हर रोज़ 22 मिनट व्यायाम करें

कुछ देर व्यायाम आपकी बहुत मदद कर सकता है। ब्रिटिश जर्नल ऑफ स्पोर्ट मेडिसिन के अनुसार, जो लोग दिन में 12 घंटे से अधिक बैठे रहते हैं और अगर वे हर दिन कम से कम 22 मिनट व्यायाम नहीं करते है है, तो उनकी मृत्यु का जोखिम 38% तक बढ़ जाता है। इसके साथ ही 2021 में ह्यूमन काइनेटिक जर्नल में छपी एक रिपोर्ट बताती है कि जो लोग लंबे समय तक बैठते हैं, उन्हें ‘मोर्टेलिटी रेट’ को 30% तक कम करने के लिए रोजाना 40 मिनट की शारीरिक गतिविधि की आवश्यकता हो सकती है ।

2 नियमित ब्रेक लें

यदि आपको लंबे समय तक बैठ के काम करना है तो अपने आप को हर 30 मिनट में खड़े होने और हल्की स्ट्रेचिंग की याद दिलाने के लिए एक टाइमर सेट करें। इससे आपके शरीर के ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होगा और मसल स्टिफनेस को रोकने में मदद भी मिलेगी।

3 काम करते हुए बीच-बीच में स्ट्रेचिंग करें

लंबे समय बैठने के कारण आपको मसल्स संबंधी कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए साधारण व्यायाम के साथ स्ट्रेचिंग भी करें। इससे आपको गर्दन, कंधे, पीठ, कूल्हों और पैरों जैसे क्षेत्रों में आराम मिलेगा।

4 बैठने के दौरान पॉस्चर ठीक रखें

अपने बैठने के तरीके का ध्यान रखें। अपने पैरों को फर्श पर रखकर अपनी कुर्सी पर बैठें और अपनी पीठ सीधी रखें। अपनी पीठ के निचले हिस्से को सहारा देने के लिए कुशन का उपयोग करें। वहीं, अगर आप लैपटॉप पर काम कर रहे है तो उचित दूरी रख कर सही पॉस्चर में बैठ कर काम करें।

यह भी पढ़ें: लॉन्ग सिटिंग जॉब में हैं, तो अपने कूल्हे, घुटने और टखने की एक्सरसाइज पर ध्यान देना है जरूरी, जानिए क्यों और कैसे

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
कार्तिकेय हस्तिनापुरी
कार्तिकेय हस्तिनापुरी

पिछले कई वर्षों से मीडिया में सक्रिय कार्तिकेय हेल्थ और वेलनेस पर गहन रिसर्च के साथ स्पेशल स्टोरीज करना पसंद करते हैं। इसके अलावा उन्हें घूमना, पढ़ना-लिखना और कुकिंग में नए एक्सपेरिमेंट करना पसंद है। जिंदगी में ये तीनों चीजें हैं, तो फिजिकल और मेंटल हेल्थ हमेशा बूस्ट रहती है, ऐसा उनका मानना है।

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