मां बनना एक बेहद खूबसूरत एहसास होता है। अपने बच्चे को दुनिया में लाने के लिए एक मां न जाने कितनी समस्याओं का सामना करती है। प्रेगनेंसी के दौरान शरीर कई तरह के बदलावों से गुजर रहा होता है। इस दौरान महिलाओं के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में तेजी से बदलाव आने लगते हैं। इसी क्रम में कुछ महिलाओं को शरीर में खुजली होने की समस्या होने लगती है। पर क्या आप जानती हैं कि इसका कारण क्या हो सकता हैं? अगर नहीं, तो हेल्थ शॉट्स का ये लेख अंत तक पढ़ें।
मौसम में बदलाव आने या फंगल इंफेक्शन के कारण खुजली होना आम बात है। लेकिन अगर गर्भावस्था के दौरान यह परेशानी बनी हुई है, तो इसके पीछे कुछ खास कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। इस मुद्दें को गहनता से समझने के लिए हेल्थ शॉट्स ने बात की बिजनौर की ऑब्स्टेट्रिशियन और गायनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर नीरज शर्मा से। जिन्होंने हमें समझाया इस समस्या के पीछे के कारण और इससे बचाव के उपाय।
गर्भावस्था के दौरान शरीर में बदलाव आना आम बात है। साथ ही जिस प्रकार हर महिला के शरीर में अंतर होता है, उसी प्रकार प्रेगनेंसी में होने वाली समस्याओं में भी अंतर हो सकता है। इन समस्याओं में बड़ी समस्या है, शरीर में खुजली होना।
डॉ नीरज शर्मा कहती हैं, “यह साधारण समस्याओं में शामिल है, इस दौरान पूरे शरीर में लगातार खुजली होने लगती है। यह समस्या प्रेगनेंसी के पाचवें महीने से शुरू हो सकती है। लेकिन सातवें महीने से लेकर डिलीवरी का समय पास आने पर यह समस्या और भी ज्यादा बढ़ सकती है।”
प्रेगनेंसी के दौरान हार्मोन में तेजी से बदलाव आने लगते है, शरीर में खुजली होना भी हॉर्मोनल चेंजेस के कारण ही होता है। एक्सपर्ट नीरज के मुताबिक अगर शरीर में हल्की-फुल्की खुजली है, तो यह साधारण कारण है, लेकिन अगर खुजली बहुत ज्यादा है, साथ ही लंबे समय से समस्या बनी हुई है, तो इसके पीछे लीवर डिजीज एक मुख्य कारण हो सकता है। इसे ओब्स्टेट्रिक कॉलेस्टेटिक (Obstetric cholestasis) कहा जाता है। और इसके लिए डाॅक्टर से संपर्क करना जरूरी है।
हॉर्मोनल चेंजेस के कारण होने वाली यह समस्या प्रेगनेंसी को मुश्किल बना सकती है। डॉ नीरज के मुताबिक समस्या ज्यादा होने पर डॉक्टर से संपर्क करना बेहद आवश्यक है। लेकिन अगर इचिंग बहुत हल्की फुल्की है, तो आप घरेलू उपाय जैसे कि नारियल का तेल और सरसों का तेल इस्तेमाल कर सकती हैं। जिससे खुश्की से होने वाली खुजली की समस्या काफी हद तक कम होने लगेगी।
एक्सपर्ट का कहना है कि बिना खुशबु वाले मॉइस्चराइजर और कूलिंग एजेंट जैसे कि इचिंग टेल्कम पाउडर का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। लेकिन इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से सलाह करना बेहद आवश्यक है।
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