वेट लॉस जर्नी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता हैं डिटॉक्स (detox)। अक्सर हर तरह के डाइट प्लान में डिटॉक्स शामिल होता है। तैलीय भोजन, मसालेदार खाना, जंक फूड, आदि आपकी पाचन क्रिया को कमजोर कर देते हैं। इसलिए स्वस्थ रहने और मेटाबॉलिज्म को हेल्दी बनाए रखने के लिए नियमित रूप से डिटॉक्स करना आवश्यक हैं। जानिए क्या हैं बॉडी डिटॉक्स के फायदे और इसका बेस्ट तरीका।
सुस्ती, ऊर्जा की कमी या थकान भोजन द्वारा जरूरी पोषक तत्व न मिलने का संकेत हैं। आपका शरीर इन पोषक तत्वों को एब्सॉर्ब करने में असमर्थ है। जब शरीर में टॉक्सिक पदार्थ जमा हो जाते हैं, तो इससे सेलुलर एनर्जी में कमी आ सकती है। एक अच्छा डिटॉक्स रूटीन आपके कुशल पाचन को शुरू करने में मदद कर सकता है।
सफाई की यह अवधि जीवन शक्ति और ऊर्जा को बहाल करने में मदद करती है। इसलिए आपको हल्का और अधिक जीवंत महसूस होगा।
आपका लिवर एक प्राकृतिक डिटॉक्स मशीन हैं। यह नियमित रूप से लगातार आपके शरीर के गंदे पदार्थ को बाहर निकालने में मदद करता हैं। हालांकि, आपके लीवर को भी डिटॉक्स/क्लीन्स से फायदा हो सकता है, क्योंकि इसे अनिवार्य रूप से ओवरटाइम काम करने से ‘ब्रेक’ लेना पड़ता है। यह लिवर के स्वास्थ्य को अच्छा रखने में मदद करता है। ताकि यह महत्वपूर्ण अंग चयापचय और डिटॉक्स प्रक्रियाओं को अच्छे से कर सके।
त्वचा न केवल मानव शरीर का सबसे बड़ा अंग है, बल्कि यह टॉक्सिक पदार्थों को दूर करने वाले अंगों में से एक है। शरीर में कोई भी टॉक्सिक पदार्थ का संचय या असंतुलन आपकी त्वचा में जल्दी प्रकट होता है। यह रूखी, पीली त्वचा के रूप में दिखती है, जिससे रैशेज होने का खतरा होता है। क्लींजिंग डिटॉक्स से गुजरने के बाद, आप बेहतर त्वचा स्वास्थ्य का अनुभव करने की उम्मीद कर सकते हैं।
डिटॉक्स आपके आंत और पाचन दोनों की कार्यात्मक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। एक बार जब उचित चयापचय क्रिया स्थापित हो जाती है और पोषक तत्वों का अवशोषण होने लगता हैं, तो यह वजन को नितंत्रित करने में मदद कर सकता हैं।
टॉक्सिक पदार्थों का संचय आपके शरीर को अंदर से खोखला बनाने लगता हैं। इससे आपकी इम्युनिटी पर असर पड़ता हैं। कम इम्युनिटी का अर्थ है संक्रमण और बीमारी के लिए ज्यादा संवेदनशीलता। खराब इम्युनिटी एक संकेत है कि आपके शरीर को सफाई की आवश्यकता है। एक डिटॉक्स अवधि के बाद, इम्युनिटी बेहतर काम करती है।
यह एक अद्भुत पेय है जो वजन घटाने में बहुत प्रभावी है। एक गिलास गुनगुने पानी में आधा नींबू निचोड़ें और उसमें एक इंच कद्दूकस किया हुआ अदरक मिलाएं। इसे रोज सुबह पियें और 1-2 महीने बाद अपना वजन चेक करें।
अदरक में जिंजरोल (gingerol) होता है, जो पेट की समस्याओं को रोकने और पाचन में सहायता करने के लिए जाना जाता है। नींबू न केवल विटामिन सी (vitamin C) से भरपूर होते हैं, बल्कि एंटीऑक्सीडेंट (antioxidants) भी होते हैं जो शरीर में फ्री रेडिकल्स (free radicals) के उत्पादन से लड़ते हैं।
यह मिश्रण न केवल शरीर से विषाक्त (toxic) पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है, बल्कि स्वाद में भी अच्छा होता है। खीरा और पुदीना जब पानी में मिला दिया जाता है, तो यह पाचन के लिए एक अच्छा संयोजन होता है। एक बड़ा घड़ा लें और उसमें ताज़े पुदीने के पत्तों के साथ खीरे के कुछ स्लाइस डालें। इसे कुछ देर के लिए ऐसे ही रहने दें और पूरे दिन इसका सेवन करते रहें।
खीरे में एंटीऑक्सीडेंट (antioxidant) होते हैं, जो मुक्त कणों (free radicals) से लड़ने में मदद करते हैं और इसके हाइड्रेटिंग प्रभाव के कारण यह शरीर से विषाक्त (toxic) पदार्थों को निकालने में सहायता करता है।
संतरे एंटीऑक्सीडेंट (antioxidant) और विटामिन सी (vitamin C) के पावरहाउस हैं। गाजर बीटा-कैरोटीन (beta-carotene) और फाइबर (fibre) से भरी हुई हैं जो वजन घटाने और पाचन में सहायता करती हैं। अदरक पाचन, सूजन, पेट में ऐंठन के लिए एक पुराना घरेलू उपचार है और यह एंटीइन्फ्लेमेटरी (anti inflammatory) गुणों से भरपूर है। .
इसे बनाने के लिए एक गाजर और संतरे को मिक्सर में पीसकर जूस निकाल लें। साथ ही इसमें अदरक का एक छोटा टुकड़ा कद्दूकस कर लें या 1 चम्मच अदरक का रस मिलाकर पियें।
तो लेडीज, अपने शरीर को टॉक्सिक पदार्थों से मुक्त करने और हेल्दी रहने के लिए इन डिटॉक्स ड्रिंक्स का सेवन जल्दी करें।
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